बस्ती में दो दिन से गायब प्रेमी युगल का कुआनो नदी में मिला शव
बस्ती जिले में कुआनो नदी के सियरापार घाट के पास प्रेमी युगल का उतराता शव बरामद हुआ। दोनों का शव आपस में दुपट्टे से बंधा हुआ था। इनकी पहचान रघुनाथपुर गांव निवासी रोशनी पुत्री बृजमोहन और अनुज कुमार पुत्र बालक दास के रूप में की गई।
गाेरखपुर, जेएनएन : बस्ती जिले में कुआनो नदी के सियरापार घाट के पास प्रेमी युगल का उतराता शव बरामद हुआ। दोनों का शव आपस में दुपट्टे से बंधा हुआ था। इनकी पहचान रघुनाथपुर गांव निवासी रोशनी पुत्री बृजमोहन और अनुज कुमार पुत्र बालक दास के रूप में की गई। सूचना पर पहुंची कोतवाली शव को कब्जे में लेकर छानबीन कर रही है। पुलिस अधीक्षक आशीष श्रीवास्तव और अपर पुलिस अधीक्षक दीपेंद्र कुमार चौधरी भी मौके पर गए। घटना के बारे में दोनों के स्वजन से बातचीत की।
18 मई से ही गायब थे दोनों
कोतवाली थाना क्षेत्र के सियराघाट के पास दोपहर बाद ग्राम प्रधान की सूचना पर प्रेमी युगल का शव बरामद किया गया। यह दोनों घर से गत 18 मई की रात से ही गायब थे। शव मिलने की सूचना पर ग्रामीणों की भारी भीड़ एकत्र हो गई। लड़की का दाहिना हाथ तथा लड़के का बायां हाथ दुपट्टे में बंधा हुआ था। शव की बरामदगी कोतवाली थानाक्षेत्र में हुई, जबकि दोनों वाल्टरगंज थानाक्षेत्र के रहने वाले थे। दोनों एक ही गांव के हैं और अगल-बगल ही रहते थे।
युवक और बालिका के बीच संबंध की जानकारी दोनों के घर वालों को थी, इसके लिए दोनों को घर में डांटा-फटकारा भी गया था। यह बात धीरे-धीरे पूरे गांव में प्रचारित हो गई थी।
भाई के तिलक के दिन पिता की डांट से क्षुब्ध हो गया था अनुज
अनुज के बड़े भाई अखिलेश की शादी तय हो गई थी और गत 18 मई को तिलक का कार्यक्रम था। पिता की डांट से क्षुब्ध होकर अनुज घर से रात में नौ बजे निकल गया। काफी देर तक नहीं लौटने पर भाई ने रात में एक बजे उसे फोन किया और लौट आने को कहा लेकिन आने से इन्कार कर दिया और कहा कि अब वह लौटकर कभी नहीं आएगा। मोबाइल भी बंद कर लिया। स्वजन को लगा वह आ जाएगा, लेकिन कुछ पता नहीं चला। अगले दिन सुबह रोशनी के भी घर से गायब होने की सूचना फैल गई। लोगों को माजरा समझते देर नहीं लगी। 19 मई को पूरे दिन दोनों के स्वजन उनकी खोजबीन करते रहे। थकहार कर लड़के के घर वाले वाल्टरगंज थाने पर पहुंचे और गुमशुदगी का मुकदमा दर्ज कराया। दोपहर में लड़की के घरवाले भी थाने पर मुकदमा दर्ज कराने पहुुंचे। इसी बीच थाने पर नदी में शव मिलने की सूचना आ गई।
परचून की दुकान चलाता था लड़का
कोरोना काल के दौरान छह महीने पहले की बात है। अनुज स्वजन के साथ शहर के मड़वानगर में रहता था। पारिवारिक बंटवारे के बाद इसके पिता बालक दास रघुनाथपुर गांव में शिफ्ट हो गए। पिता ने गांव में ही परचून की दुकान खुलवा दी। अनुज ही दुकान पर अक्सर रहता था। इसके बगल में ही लड़की का घर है। देखादेखी में दोनों करीब आ गए और संबंध बन गए। दोनों शादी करना चाहते थे, लेकिन एक ही गांव का मामला होने के नाते बात नहीं बन पा रही थी।