मेडिकल कालेज के जूनियर रेजिडेंट का बिस्तर पर मिला शव Gorakhpur News
महर्षि वशिष्ठ मेडिकल कालेज बस्ती में तैनात जूनियर रेजीडेंट डा. मणिप्रकाश सिंह की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। गोरखपुर के मूल निवासी डाक्टर का शव बस्ती के शिवा कालोनी में किराये के मकान में बिस्तर पर मिला।
गोरखपुर, जेएनएन : महर्षि वशिष्ठ मेडिकल कालेज बस्ती में तैनात जूनियर रेजीडेंट डा. मणिप्रकाश सिंह की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। गोरखपुर के मूल निवासी डाक्टर का शव बस्ती के शिवा कालोनी में किराये के मकान में बिस्तर पर मिला, जबकि पंखे की कुंडी से चद्दर का फंदा लटक रहा था। पिता ने डाक्टर के ससुरालीजनों पर हत्या करने का आरोप लगाया है, वहीं पुलिस हत्या के साथ आत्महत्या के बिंदु पर भी जांच कर रही है।
बहन ने दी पुलिस को सूचना
बस्ती मेडिकल कालेज में ही दंत चिकित्सक और रोडवेज के पास जयपुरवा इलाके में किराये के मकान में रहने वाली उनकी बहन सीमा सिंह पति के साथ दोपहर दो बजे डा. मणि के घर पहुंचीं तो फ्लैट का दरवाजा बंद था। आवाज देने पर दरवाजा नहीं खुला तो बहन ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस दरवाजा तोड़कर अंदर गई तो शव बिस्तर पर पड़ा था। बेड के ऊपर छत पर पंखे की कुंडी से चद्दर का फंदा लटक रहा था। पंखे की ब्लेड मुड़ी हुई थी। पुलिस अनुमान लगा रही है कि शरीर भारी था, इसलिए पंखे का ब्लेड मुड़ने से शव बेड पर गिर गया होगा। फिलहाल, दोनों पहलुओं पर काम हो रहा है। मूल रूप से गोरखपुर के कृष्णानगर प्राइवेट कालोनी निवासी डा. मणिप्रकाश बस्ती के शिवा कालोनी में अधिवक्ता राजेश सिंह के मकान में किराये पर रहते थे।
पिता ने लगाया ससुरालीजनों पर आरोप
गोरखपुर से बस्ती पहुंचे स्वजन डा. मणि प्रकाश का शव देखकर अवाक रह गए। पिता ओमप्रकाश सिंह ने बेटे की हत्या का आरोप लगाया है। उन्होंने बताया कि चार साल पहले बेटे की शादी आंबेडकर नगर निवासी युवती से हुई थी। कुछ ही महीने में दोनों में मतभेद हो गए। बहू ने कोर्ट में तलाक की अर्जी दाखिल कर दी। आपसी सहमति से बीस लाख रुपये का मुआवजा देकर दोनों के अलग होने पर रजामंदी बन गई थी। पिता का आरोप है कि लड़की पक्ष को दस लाख रुपये दिए जा चुके हैं। शेष रकम अप्रैल, 2021 में देनी थी। उन्होंने आरोप लगाया कि बेटे की हत्या उसके ससुराल वालों ने कराई है।