बेटी ने निभाया बेटे का फर्ज, पिता को कंधा दिया फिर लगाई चिता में आग Gorakhpur News
पिता की मौत पर एक बेटी ने बेटे का फर्ज निभाया। पिता को कंधा देने के बाद उन्हें मुखाग्नि दी। कुशीनगर जिले के खड्डा विकास क्षेत्र के गांव बोधी छपरा में पिता गोपाल चौहान की मौत हुई तो उनकी तीनों बेटियों ने शव को कंधा दिया।
गोरखपुर, जेएनएन : पिता की मौत पर बेटे के न पहुंच पाने पर एक बेटी ने बेटे का फर्ज निभाया। पिता को कंधा देने के बाद उन्हें मुखाग्नि दी और सभी संस्कार पूरे किए। कुशीनगर जिले के खड्डा विकास क्षेत्र के गांव बोधी छपरा में पिता गोपाल चौहान की मौत हुई तो उनकी तीनों बेटियों ने शव को कंधा दिया और एक ने मुखाग्नि दी। गोपाल एक बेटा है, जो पूना में है। पिता की मौत की खबर मिलने के बाद वह वहां से खड्डा के लिए चल दिया है।
जालंधर में चाय की दुकान पर रहते थे गोपाल चौहान
57 वर्षीय गोपाल चौहान पंजाब के जालंधर में चाय की दुकान पर रहते थे। वहां पर गले में घाव होने पर उनकी तबीयत बिगड़ी तो पत्नी उर्मिला जालंधर चली गईं। हालत सही न होने पर उन्हें इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया। सरकारी अस्पताल में काफी समय गोपाल चौहान का इलाज चहता रहा, लेकिन कोई फायदा होता नहीं दिख रहा था। बीमारी फैलती जा रही थी।
एक सप्ताह पूर्व बिगड़ गई थी गोपाल की तबीयत
एक सप्ताह पूर्व उनकी तबीयत बहुत बिगड़ गई तो उर्मिला उन्हें लेकर घर जाने की इच्छा जताई पर ट्रेन संचलन न होने से वह मुश्किल में पड़ गईं। उनकी विवशता देख चाय दुकानदार व कुछ लोगों ने मदद कर उन्हें निजी गाड़ी से यहां भिजवाया।
गुरुवार दोपहर ही पत्नी के साथ गांव आ गए थे गोपाल चौहान
गुरुवार दोपहर गोपाल व उर्मिला अपने गांव आ गए। गोपाल की मौत हो गई। दोपहर में पनियहवा में नारायणी नदी किनारे उनका अंतिम संस्कार हुआ। सगे संबंधियों संग मिलकर बेटियों ने शव को कंधा दिया। छोटी बेटी अर्चना ने मुखाग्नि दी। गोपाल की तीन बेटियां 28 वर्षीय मनीषा, 24 वर्षीय चंद्रकला व 19 वर्षीय अर्चना तथा 26 वर्षीय इकलौता बेटा दुर्गेश है। दुर्गेंश परिवार सहित पूना रहता है। दो साल पहले वह घर आया था।