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हर्दिया रोग के कारण बढ़ सकती है धान में डैमेज की सीमा, डीएम ने भेजा पत्र

इसी को देखते हुए डिप्टी आरएमओ की संस्तुति पर जिलाधिकारी की ओर से आयुक्त खाद्य एवं रसद को पत्र लिखकर धान एवं चावल में अनुमन्य डैमेज की मात्रा बढ़ाने की जरूरत बताई गई है। अगले सप्ताह जांच के लिए एफसीआइ की टीम आ सकती है।

By Satish ShuklaEdited By: Published: Sun, 25 Oct 2020 10:36 AM (IST)Updated: Sun, 25 Oct 2020 10:36 AM (IST)
हर्दिया रोग के कारण बढ़ सकती है धान में डैमेज की सीमा, डीएम ने भेजा पत्र
धान की पक रही फसल हर्दिया रोग से प्रभावित।

गोरखपुर, जेएनएन। सितंबर महीने में तीन दिनों तक हुई भारी बारिश के कारण धान की फसल को काफी नुकसान हुआ है। हर्दिया रोग लग जाने से बालियां काली हो गई हैं। इसका असर धान खरीद पर भी पड़ रहा है। जमीनी स्तर से आ रही रिपोर्ट के बाद खाद्य एवं रसद विभाग धान एवं चावल में अधिक डैमेज होने की आशंका जाहिर की है। इसी को देखते हुए डिप्टी आरएमओ की संस्तुति पर जिलाधिकारी की ओर से आयुक्त खाद्य एवं रसद को पत्र लिखकर धान एवं चावल में अनुमन्य डैमेज (क्षतिग्रस्त) की मात्रा बढ़ाने की जरूरत बताई गई है। इसके लिए अगले सप्ताह भारतीय खाद्य निगम (एफसीआइ) की टीम जांच करने आ सकती है।

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बारिश के कारण हुआ प्रभावित

इस साल फसल तैयार होने के आखिरी दिनों में बारिश के कारण धान की अधिकतर वरायटी हर्दिया रोग से प्रभावित हो गई। केवल नाटी मंसूरी एवं साजू 52 ही इससे बच सके हैं। गांवों में फसल कटाई के दौरान खेत में चारो ओर पीला रंग उड़ता दिखायी देता है। इस रोग के कारण उपज व धान की गुणवत्ता भी प्रभावित हुई है। डिप्टी आरएमओ राकेश पांडेय के अनुसार जमीनी स्तर से रिपोर्ट मिल रही है कि हर्दिया रोग के कारण धान में डैमेज बढ़ सकता है, इसलिए जिलाधिकारी की ओर से पत्र लिखा गया है। वर्तमान में चावल में तीन फीसद जबकि धान में पांच फीसद डैमेज अनुमन्य है। इससे अधिक होने पर एफसीआइ चावल लेने से इनकार कर देता है।

किसानों का होगा फायदा

अनुमन्य डैमेज से अधिक होने पर एफसीआइ चावल नहीं लेता है। ऐसी स्थिति में यदि इसकी सीमा नहीं बढ़ाई गई तो किसान व राइस मिलरों का ही नुकसान होगा। माना जा रहा है कि जमीनी हकीकत जानने के बाद एक से दो फीसद तक यह सीमा बढ़ाई जा सकती है। डैमेज की सीमा बढ़ने से किसानों को फायदा होगा।  जिलाधिकारी के. विजयेंद्र पांडियन का कहना है कि धान में हर्दिया रोग से नुकसान की बात सामने आयी है। आयुक्त खाद्य एवं रसद को पत्र लिखा गया है। वहां से एफसीआइ को डैमेज की सीमा बढ़ाने की जरूरत के बारे में बताया जाएगा। एफसीआइ से जल्द ही टीम जांच के लिए आ सकती है।

1500 कुंतल धान की हुई खरीद

डिप्टी आरएमओ ने बताया कि अभी तक 35 केंद्रों पर 40 किसानों से करीब 1500 कुंतल धान की खरीद की गई है। जैसे-जैसे किसान आते जाएंगे, खरीद की जाएगी। 130 केंद्र पहले से संचालित हैं। 13 और केंद्रों को जिलाधिकारी का अनुमोदन मिल गया है। सोमवार तक उसे भी क्रियाशील कर दिया जाएगा।


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