Move to Jagran APP

ताकि चलती रहे साहब की गणित..पढ़ें, गोरखपुर के स्‍वास्‍थ्‍य व‍िभाग के अंदरखाने की हर खबर

Weekly column Khari Khari बीआरडी मेड‍िकल कालेज गोरखपुर ज‍िला अस्‍पताल और सीएमओ कार्यालय समेत गोरखपुर के स्‍वास्‍थ्‍य व‍िभाग की अंदरूनी खबरों को यहां पढ़ें। दैन‍िक जागरण गोरखपुर के साप्‍ताह‍िक कालम खरी-खरी में। र‍िपोर्टर गजाधर द्विवेदी की नजर से देखें स्‍वास्‍थ्‍य व‍िभाग की गत‍िव‍िध‍ियां।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Published: Mon, 15 Nov 2021 07:15 PM (IST)Updated: Tue, 16 Nov 2021 06:30 AM (IST)
ताकि चलती रहे साहब की गणित..पढ़ें, गोरखपुर के स्‍वास्‍थ्‍य व‍िभाग के अंदरखाने की हर खबर
Weekly column Khari Khari: यहां पढ़ें, गोरखपुर के स्‍वास्‍थ्‍य व‍िभाग के अंदखाने की खबरें।

गोरखपुर, गजाधर द्विवेदी। आधी आबादी की स्वास्थ्य सुरक्षा का दावा करने वाले सबसे बड़े सरकारी अस्पताल की प्रमुख ने मीडिया से दूरी बनाने के लिए नई चाल चली है। ताकि मीडिया पहुंच न सके और अंदर लाभ की गणित चलती रहे। संस्थान प्रमुख ने अपने कक्ष के बाहर नोटिस चस्पा करा दी है कि केवल मान्यता प्राप्त पत्रकार ही मिलें। ऐसे पत्रकारों की संख्या बहुत कम है। यह पद भी उन्हें भाग्य भरोसे ही मिला है। क्योंकि प्रमुख के स्थानांतरण के बाद सब से सीनियर होने के नाते उन्हें चार्ज मिल गया है। इसलिए वह जानती हैं कि यह पद ज्यादा दिन रहने वाला नहीं है। इसलिए जितनी मिठाई खा सको, खा लो। मिठाई कहां से और कैसे आएगी, इसकी रणनीति उनके पति डाक्टर बनाते हैं। इसलिए चाहती हैं कि मीडिया से दूरी बनी रहे। क्योंकि यदि उनके आसपास मीडिया पहुंची और मिठाई की महक लग गई तो पूरी गणित का भंडाफोड़ हो जाएगा।

loksabha election banner

मजा किसी ने लिया, काम दूसरे के सिर

दवाई वाले महकमे में पिछले दिनों बड़े पैमाने पर कर्मचारियों के तबादले हुए। उनकी जगह पर नए कर्मचारी आ चुके हैं। लेकिन काम सब बाधित है। इसमें विभिन्न सामान की आपूर्ति करने व निर्माण कार्य से जुड़ी निजी संस्थाएं परेशान हैं। दरअसल छोटे-छोटे कार्यों के लिए टेंडर तो निकलता नहीं। कर्मचारी अपने मनमाफिक संस्था को बड़े साहब से कहकर काम दिला देते हैं। इसके एवज में उन्हें अच्छा-खासा कमीशन मिल जाता है। कुछ संस्थाओं से पुराने कर्मचारी अपना हिस्सा ले चुके हैं और रजिस्टर में उनका नाम भी लिख दिए हैं, लेकिन अन्य औपचारिकताएं पूरी नहीं किए हैं। नए आए कर्मचारी बिना कमीशन के उनके काम आगे बढ़ाना नहीं चाह रहे। संस्थाओं का कहना है कि वे पूरा कमीशन दे चुकी हैं, कर्मचारियों का कहना है कि उन्हें तो कुछ नहीं मिला। ऐसे में अनेक संस्थाओं का मामला लटक गया। कर्मचारी अब टेंडर निकालकर काम कराने पर अड़ गए हैं।

एक स्वास्थ्य केंद्र के दो प्रभारी

जिले के दक्षिणी भाग में मुख्यालय से लगभग 30 किमी दूर स्थित एक अस्पताल पर तैनात डाक्टर जनता की उम्मीदों पर खरा नहीं उतरे। जनता ने बहुत शिकायतें की। काफी दिन से आ रही शिकायतों से ऊबकर बड़े साहब ने उनका स्थानांतरण लगभग आठ किमी दूर एक स्वास्थ्य केंद्र में कर दिया। उन्हें वहां का प्रभारी बना दिया। वहां से भी शिकायतें आने लगीं। जनता ने ही नहीं, जनप्रतिनिधियों ने भी डाक्टर की शिकायतें की। बड़े साहब पर दबाव बनाया कि डाक्टर का स्थानांतरण किया जाए। बड़े साहब ने बेमन से स्थानांतरण का आदेश जारी कर दिया और उनकी जगह पर एक दूसरे डाक्टर की तैनाती कर दी। दूसरे डाक्टर ने वहां जाकर ज्वाइन भी कर लिया, लेकिन पहले वाले डाक्टर ने चार्ज ही नहीं दिया। एक केंद्र के दो प्रभारी हो गए हैं। चर्चा है कि बड़े साहब के कहने पर ही पहले वाले डाक्टर चार्ज नहीं दे रहे।

ओक्का-बोक्का तीन तलोक्क्का..

एक विशिष्ट वर्ग की कार्यकारिणी का चुनाव बच्चों के खेल जैसा हो गया है। जैसे ओक्का-बोक्का, तीन तलोक्का... खेल में बाहर होने पर जब कोई बच्चा रोने लगता है तो पुन: बड़े बच्चे नए सिरे से गणना करते हैं और उसे पास करा देते हैं। ऐसा ही इस चुनाव में हो रहा है। दो बच्चे खेल में बने रहने की जिद पाल लिए तो उन्हें बाहर करने के बाद भी पास करना पड़ा। दरअसल यह चुनाव नहीं खेल यानि तमाशा हो गया है। इसके पीछे प्रदेश अध्यक्ष के चुनाव में जिले में तेज हुई गुटबाजी वजह मानी जा रही है। एक धड़े के वरिष्ठ सदस्य प्रदेश अध्यक्ष का चुनाव लड़ना चाहते थे, दूसरे धड़े ने उनका सहयोग नहीं किया। अब जिला कार्यकरिणी के चुनाव में दोनों धड़े अपने- अपने प्रत्याशी उतारकर शीतयुद्ध शुरू कर दिए हैं। स्थिति यह है कि बार-बार पर्चा दाखिला व चुनाव की तिथि बदली जा रही है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.