Gorakhpur Weather: चक्रवाती तूफान 'यास' के प्रभाव में पूर्वांचल- कई जिलों में झमाझम बारिश, 30 के बाद मिलेगी इससे मुक्ति
चक्रवाती तूफान ‘यास’ की वजह से बुधवार से आसमान मेें छाए बादल गुरुवार की दोपहर बरस पड़े। बारिश का यह सिलसिला शाम तक अनवरत चला। रफ्तार कम होने की वजह से मौसम विभाग के पैमाने पर गुरुवार की शाम तक 16 मिलीमीटर बारिश ही रिकार्ड हो सकी।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। बंगाल की खाड़ी में आए चक्रवाती तूफान ‘यास’ का प्रभाव उड़ीसा, पश्चिम बंगाल, बिहार होते हुए पूर्वी उत्तर प्रदेश तक पहुंच चुका है। इसकी वजह से बुधवार से आसमान मेें छाए बादलों का धैर्य गुरुवार की दोपहर तक जवाब दे गया और वह बरस पड़े। बारिश का यह सिलसिला शाम तक अनवरत चला। हालांकि रफ्तार कम होने की वजह से मौसम विभाग के पैमाने पर गुरुवार की शाम तक 16 मिलीमीटर बारिश ही रिकार्ड हो सकी। लेकिन मौसम विशेषज्ञ कैलाश पांडेय के मुताबिक बारिश का यह क्रम न केवल 30 मई तक रुक-रुक कर जारी रहेगा बल्कि 28 और 29 मई को मध्यम से भारी बारिश होने का भी पूर्वानुमान है। इस दौरान 25 से 30 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से पुरवा हवाएं भी चल सकती हैं।
आज तेज हवा के बीच मध्यम से भारी बारिश का है पूर्वानुमान
उन्होंने बताया कि ‘यास’ के चलते बंगाल की खाड़ी की ओर से पुरवा हवाएं नमी लेकर निरंतर पूर्वी उत्तर प्रदेश तक पहुंच रही है। दो दिन पहले तक पड़ी गर्मी की वजह से झारखंड से लेकर उत्तर बिहार तक निम्न वायुदाब क्षेत्र बना हुआ है। ऐसे में यह नमी बादल बन आसमान में पहुंच जा रही। आसमान में बादलों का बोझ बढ़ रहा तो वह बारिश बनकर जमीन पर गिर जा रही। उन्होंने बताया कि चूंकि यह सिलसिला अभी दो दिन और चलेगा, ऐसे में अगले दो दिन मध्यम से भारी बारिश हो सकती है। 30 मई तक बारिश पर विराम लगने का पूर्वानुमान है। मौसम विशेषज्ञ ने सिद्धार्थनगर और महाराजगंज में भारी वर्षा की आशंका जताई है।
‘टाक्टे’ और ‘यास’ के प्रभाव में ठंडी हो गई गर्म मई
पहले अरब के चक्रवाती तूफान ‘टाक्टे’ और फिर बंगाल के तूफान ‘यास’ ने मई की गर्मी को ठंडा कर दिया है। इस बार की मई में तापमान के आंकड़े इसकी गवाही हैं। मई का औसत अधिकतम तापमान 38 डिग्री सेल्सियस है जबकि इस बार यह अबतक 34 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच चुका है। मौसम विशेषज्ञ के मुताबिक अगले दो दिन में इसके 32 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने की संभावना है। यही वजह है इस बार मई में उस तरह गर्मी का अहसास लोगों को नहीं हुआ, जिसके लिए वह जानी जाती है। गुरुवार को अधिकतम तापमान 28.4 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया, जिसके शुक्रवार तक 24 तक पहुंचने की संभावना है। इससे पहले ‘टाक्टे’ ने 20 मई को गोरखपुर के अधिकतम तापमान को 24.2 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचा दिया था, जो प्राप्त आंकड़ों के अनुसार बीते 51 वर्ष में मई का सबसे कम अधिकतम तापमान है।
मई में बारिश का भी बन रहा रिकार्ड
इस बार मई में अबतक 224 मिलीमीटर बारिश रिकार्ड की जा चुकी है। इसमें 16 मिलीमीटर गुरुवार को हुआ। अगर मई में बारिश के औसत आंकड़े की बात करें तो वह 45 मिलीमीटर है। इस हिसाब से इस बार की मई में अबतक औसत से पांच गुना अधिक बारिश हो चुकी है जबकि अभी तीन दिन बाकी हैं और इसमें मौसम विशेषज्ञ मध्यम से भारी वर्षा का पूर्वानुमान जता रहे हैं। मौसम विशेषज्ञ के मुताबिक इस वर्ष की मई में बारिश का अबतक का आंकड़ा प्राप्त आंकड़ों के अनुसार 121 वर्षों में सर्वाधिक है।
पश्चिम बंगाल में तैनात है गोरखपुर एनडीआरएफ की दो यूनिट
यास से लोगों की रक्षा के लिए लगाए गए बचाव दल में गोरखपुर का भी योगदान है। यहां स्थापित नेशनल डिजास्टर रिस्पांस फोर्स (एनडीआरएफ) 11वीं वाहिनी की दो यूनिट को पश्चिम बंगाल भेजा गया है। एनडीआरएफ के जवानों ने वहां मोर्चा संभाल लिया है। इस टीम का नेतृत्व 11वीं वाहिनी के डिप्टी कमांडेंट पीएल शर्मा कर रहे हैं। इस चक्रवात को लेकर गोरखपुर में भी एलर्ट जारी है। इसलिए विपरीत परिस्थितियों से निपटने के लिए एक यूनिट को यहां रखा गया है।