यूपी-बिहार रोडवेज बस सेवा पर संकट
गोरखपुर : उत्तर प्रदेश-बिहार रोडवेज बस सेवा पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं। यह महत्वाकां
गोरखपुर : उत्तर प्रदेश-बिहार रोडवेज बस सेवा पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं। यह महत्वाकांक्षी बस सेवा अपनी अंतिम सांसें गिन रही है। विभाग में भी इसको लेकर कोई उत्साह नहीं रह गया है। कभी भी पूरी तरह से बंद हो जाएगी। फिलहाल, गोरखपुर-मोतिहारी-रक्सौल बस सेवा किसी तरह चल रही है। यह भी कभी भी ठप हो जाएगी।
गोरखपुर से पटना और मोतिहारी-रक्सौल के बीच एक बस चल रही थी। पटना वाली बस तो बंद हो गई, रक्सौल वाली किसी तरह चल रही है। महराजगंज से पटना के बीच भी एक बस चल रही थी। उसपर भी बिहार परिवहन निगम की उदासीनता का ग्रहण लग गया। देवरिया डिपो से बिहार के लिए दो बस सेवाएं थीं। एक बस पटना और दूसरी छपरा के बीच चल रही थीं। दोनों सेवाएं घाटे की भेंट चढ़ गई है। सिर्फ एक बस सिवान तक जा रही है। जानकारों का कहना है कि यही स्थिति रही तो जल्द ही यूपी-बिहार बस सेवा बंद हो जाएगी। पूर्वाचल की आम जनता की सहूलियत के लिए ही क्षेत्रीय कार्यालय के प्रस्ताव पर उत्तर प्रदेश परिवहन निगम ने बिहार से बस सेवा की शुरुआत की थी। इसके लिए विभाग के अधिकारियों ने लगातार प्रयास भी किया। पटना का लगातार चक्कर लगाने को बाद बिहार सरकार ने संस्तुति प्रदान की। लेकिन यह बस सेवा परवान चढ़ने से पहले ही धराशायी हो गई।
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घाटा के चलते धीरे-धीरे
बंद हो रही बस सेवा
सितंबर-अक्टूबर 2016 में जब यूपी-बिहार बस सेवा शुरू हुई तो पूर्वाचल के लोगों की खुशी बढ़ गई। सोचा चलो बिहार के लिए सीधी बस सेवा मिल जाएगी। लेकिन उनकी खुशी ज्यादा दिनों तक नहीं रही। गोरखपुर, महराजगंज और देवरिया डिपो की बसें भरकर बिहार जाने लगीं। लेकिन वहां पहुंचकर खाली हो जाती हैं। उनकी नोटिस लेने वाला कोई नहीं होता। बिहार के डिपो में यूपी की बसों को जगह ही नहीं मिल पाती है। चालक किसी तरह डिपो के आसपास बसों को खड़ा करते हैं, लेकिन वहां भी प्राइवेट वाहन वाले सवारी नहीं भरने देते। ऐसे में यूपी रोडवेज को लगातार घाटा होने लगा। घाटा को देखते हुए धीरे-धीरे बस सेवा बंद होने लगी है।
इस संबंध में गोरखपुर डिपो के एआरएम आरके मंडल ने कहा कि गोरखपुर-रक्सौल बस सेवा को किसी तरह घाटा सहकर चलाया जा रहा है। यही स्थिति रही तो यह बस सेवा भी बंद हो जाएगी। हालांकि, यूपी-बिहार बस सेवा को चालू रखने के लिए विभागीय स्तर से लगातार प्रयास किए जा रहे हैं।
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