महकमे को अब आई शिक्षकों को प्रशिक्षित करने की याद Gorakhpur news
छात्र पढ़ाई तो कर रहे थे लेकिन क्लासरूम शिक्षण की तरह शिक्षकों व छात्रों के बीच आपसी सामंजस्य का अभाव था। इसी को देखते हुए आनलाइन शिक्षण के लिए शिक्षकों को प्रशिक्षित करने की जरूरत महसूस होने लगी
गोरखपुर, जेएनएन। कोरोनाकाल में लंबे समय तक बंद स्कूल अब खुल चुके हैं। इन स्कूलों में नौवीं से बारहवीं तक की कक्षाएं भी शुरू हो चुकी हैं। ऐसे में महकमे को अब आनलाइन शिक्षण को बेहतर बनाने के लिए शिक्षकों को प्रशिक्षित करने की याद आई है। माध्यमिक शिक्षा निदेशक ने संयुक्त शिक्षा निदेशक से प्रशिक्षण के लिए राजकीय व एडेड माध्यमिक विद्यालयों के शिक्षकों की सूची मांगी है, जिससे उन्हें आनलाइन प्रशिक्षित किया जा सके।
कोरोनाकाल में छात्रों की पढ़ाई बाधित न हो इसको देखते हुए स्कूलों में आनन-फानन में आनलाइन शिक्षण तो शुरू हो गया, लेकिन बिना प्रशिक्षण के आनलाइन पढ़ाने में शिक्षकों को तमाम व्यवहारिक कठिनाईयां आने लगीं। छात्र पढ़ाई तो कर रहे थे, लेकिन क्लासरूम शिक्षण की तरह शिक्षकों व छात्रों के बीच आपसी सामंजस्य का अभाव था। इसी को देखते हुए आनलाइन शिक्षण के लिए शिक्षकों को प्रशिक्षित करने की जरूरत महसूस होने लगी, जिससे बच्चों को आनलाइन पढ़ाई आसानी से समझ में आ सके। इस प्रशिक्षण के पीछे एक और वजह यह है कि अभी भी कक्षा छह से आठ तक छात्रों के लिए विद्यालय नहीं खुले हैं, जिससे उनकी पढ़ाई बाधित हो रही है। प्रशिक्षण के बाद शिक्षक इन कक्षाओं के छात्रों की भी नियमित आनलाइन कक्षाएं ले सकेंगे।
जेडी भेजेंगे शिक्षकों की सूची
आनलाइन शिक्षण की बेहतरी के लिए प्रशिक्षित होने वाले शिक्षकों की सूची जेडी माध्यमिक शिक्षा निदेशक को भेजेंगे। प्रशिक्षण के लिए राजकीय से चार, राजकीय हाईस्कूल से दो व एडेड से एक-एक शिक्षकों की सूची मांगी गई है। प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद यही शिक्षक अन्य शिक्षकों को भी मास्टर ट्रेनर के रूप में प्रशिक्षित करेंगे। संयुक्त शिक्षा निदेशक योगेंद्र नाथ सिंह का कहना है कि आनलाइन शिक्षण को और प्रभावी बनाने के लिए शिक्षकों को प्रशिक्षित करने का निर्णय लिया गया है। प्रशिक्षण के लिए चयनित शिक्षकों की सूची माध्यमिक शिक्षा निदेशक को भेज दी गई है। प्रशिक्षण की तिथि घोषित होने के बाद शिक्षकों को प्रशिक्षित किया जाएगा।