Lockdown के कारण पत्नी की अर्थी को नहीं दे पाया कंधा, बेटियों ने निभाई जिम्मेदारी Gorakhpur News
Lockdown के कारण गुजरात में फंसा पति अपनी पत्नी की अर्थी को कंधा नहीं दे पाया कंधा तो बेटियों ने मां को कंधा दिया।
गोरखपुर, जेएनएन। कुशीनगर जिले के कप्तानगंज कस्बा के वार्ड नंबर 11 निवासी ऊषा देवी (42) की मौत हो गई। यह घर पर मौजूद तीन बेटियों पर पहाड़ टूटने जैसा था। पिता लॉकडाउन में बाहर फंसे थे तो घर में मां की मौत का मातम। तीनों बहनों ने आंसुओं के बीच खुद को संभाला। मां की अर्थी सजाई और कंधा भी दिया। नगर पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि शिवशंकर अग्रहरी के साथ गांव के लोगों ने भी मदद की।
तीनों बेटियों ने ग्रामीणों संग मिलकर सजाई चिता, किया अंतिम संस्कार
कप्तानगंज कस्बा के वार्ड नंबर 11 में दीपचंद का परिवार किराये के मकान में रहता है। दीपचंद तीन बेटियों अनिता, अर्चना, राधिका व पत्नी ऊषा देवी को घर पर छोड़कर जीविकोपार्जन के लिए गुजरात में रहते हैं। ऊषा देवी करीब छह माह से बीमार थीं। लॉकडाउन के कारण वह वहीं फंसे रह गए तो आमदनी भी बंद हो गई। बड़ी बेटी अनिता ने बताया कि घर में जब तक पैसा रहा, मां का इलाज कराया गया।
छह माह से चल रही थीं बीमार, पैसे के अभाव में इलाज भी हो गया था बंद
इस बीच इलाज बंद था। मां की मौत की सूचना मोबाइल पर पिता को दी तो वे भी रो पड़े और अपनी बेबसी बताई। कहा कि पैसा है नहीं कि भेजूं, मैं आ भी नहीं सकता। किसी तरह अंतिम संस्कार करो, मैं शीघ्र आने की कोशिश कर रहा हूं। इस संबंध में एसडीएम अरविंद कुमार ने बताया कि पीडि़त परिवार की हर संभव मदद की जाएगी।