Coronavirus: मृत्यु दर हुई कम, शून्य पर लाने की जोर आजमाइश कर रहा विभाग
घटती मौतों से स्वास्थ्य विभाग ने राहत की सांस ली है। रोकथाम के प्रयास और तेज कर दिए गए हैं। 50 वर्ष से ऊपर के मरीजों को अस्पताल में भर्ती कराया जा रहा है। साथ ही विभाग की टीमें लगातार होम आइसोलेट मरीजों की निगरानी कर रही हैं।
गोरखपुर, जेएनएन। कोरोना की दशहत से परेशान जिले के लिए राहत भरी खबर है। एक तरफ संक्रमितों की संख्या लगातार कम हो रही है, जबकि जांच का दायरा बढ़ा है। दूसरी तरफ मौतों में लगातार गिरावट आ रही है। पिछले सप्ताह तीन दिन तो मृतकों की संख्या शून्य रही। मई में मौतों का आंकड़ा 7.5 फीसद था, जो अक्टूबर में घटकर 1.64 पर आ गया है। मौतों की रोकथाम के प्रयास सफल रहे। हालांकि विभाग इसे शून्य पर लाने के लिए जोर आजमाइश कर रहा है।
घटती मौतों से स्वास्थ्य विभाग ने राहत की सांस ली है। रोकथाम के प्रयास और तेज कर दिए गए हैं। 50 वर्ष से ऊपर के मरीजों को अस्पताल में भर्ती कराया जा रहा है। साथ ही विभाग की टीमें लगातार होम आइसोलेट मरीजों की निगरानी कर रही हैं ताकि तबीयत खराब होने पर तत्काल उन्हें अस्पताल पहुंचाया जा सके। इसका उद्देश्य यही है कि मरीज को समय से इलाज मिल सके, ताकि उसकी जान बचाई जा सके।
ऐसे गिरा मौतों का ग्राफ (फीसद में)
मई 7.5
जून 3.79
जुलाई 2.4
अगस्त 1.41
सितंबर 1.05
अक्टूबर 1.64
माह संक्रमित मृत्यु
31 मई 80 06
30 जून 343 13
31 जुलाई 2125 51
31 अगस्त 9407 133
30 सितंबर 15605 165
20 अक्टूबर 18247 300
(आंकड़ा विकासशील है। हर माह में पिछले माह के आंकड़े जुड़े हुए हैं।)
एक सप्ताह के आंकड़े
सितंबर जांच संक्रमित मौत
20 3075 133 02
19 8409 67 00
18 4701 145 00
17 2440 141 00
16 5478 148 04
15 4225 99 02
14 4947 152 01
मिल रही सफलता
सीएमओ डा. श्रीकांत तिवारी का कहना है कि मौतों की संख्या में लगातार गिरावट आ रही है। इसे शून्य पर लाने के प्रयास तेज कर दिए गए हैं। इसमें काफी हद तक सफलता भी मिली है। होम आइसोलेट मरीजों की निगरानी बढ़ा दी गई है, ताकि तबीयत खराब होने पर तत्काल उन्हें अस्पताल पहुंचाया जा सके। समय से इलाज शुरू कर हम मौतों की रोकथाम कर सकेंगे।