Coronavirus: पोलियो की तरह चलेगा अभियान तभी लगेगा कोरोना पर रोकथाम Gorakhpur News
पहले पोलियो के बारे में भी इसी तरह की व्यवस्था थी। उसके बाद उस पर काबू पाने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने योजना तैयार की।
गोरखपुर, जेएनएन। जिन क्षेत्रों में कोरोना के मरीज मिलेंगे, वहां तीन सदस्यीय पांच टीमें लगाई जाएंगी और पोलियो अभियान की तर्ज पर कोरोना की रोकथाम के लिए माइक्रो प्लान पर काम होगा। एक-एक व्यक्ति की जांच कर उनका ब्यौरा तैयार किया जाएगा। तभी इस पर काबू पाया जा सकेगा। पोलियो पर रोकथाम के लिए यही प्लान तैयार किया गया था।
हर व्यक्ति की होगी जांच, तैयार होगा ब्यौरा
हर कंटेनमेंट या रेड जोन को सेक्टर में बांटकर हर एक व्यक्ति का पूरा ब्यौरा तैयार किया जाएगा। एक सेक्टर में ढाई से तीन सौ परिवार रखे जाएंगे। यदि किसी को बुखार होगा या अन्य कोई बीमारी तो उस व्यक्ति की कोरोना संक्रमण की जांच भी कराई जाएगी। इससे प्राथमिक स्तर पर ही कोरोना संक्रमित मरीजों को चिह्नित कर तत्काल इलाज शुरू करा दिया जाएगा। इस अभियान में पोलियो की टीमें भी लगेंगी।
हर सेक्टर में तैनात होंगे सुपरवाइजर
इनके अलावा आशा, आंगनबाड़ी व एएनएम का भी सहयोग लिया जाएगा। हर टीम की मॉनिटरिंग की जाएगी, इसके लिए हर सेक्टर में सुपरवाइजर तैनात किए जाएंगे। सीएमओ डॉ.श्रीकांत तिवारी ने बताया कि इससे कोरोना की रोकथाम में मदद मिलेगी। काम शुरू हो चुका है। उसे और व्यवस्थित किया जाएगा।
बताते चलें कि पहले पोलियो के बारे में भी इसी तरह की व्यवस्था थी। उसके बाद उस पर काबू पाने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने योजना तैयार की। योजना के अनुसार पर लगातार कार्य किया गया। आज परिणाम सामने है। उसी तरह कोरोना के बारे में भी कार्य किए जाने की तैयारी शुरू हो गई है। स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन को उम्मीद है कि पोलियो की तरह कोरोना पर नियंत्रण किया जा सकेगा।
एक और पैथोलॉजी को मिली कोरोना जांच की अनुमति
इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आइसीएमआर) ने दाउदपुर स्थित ममता पैथोलॉजी को ट्रूनेट मशीन से कोरोना जांच की अनुमति दे दी है। सीएमओ डॉ.श्रीकांत तिवारी ने बताया कि इससे पूर्व चार निजी पैथोलॉजी को कोरोना जांच की अनुमति दी गई है। शासन से इस जांच का निर्धारित शुल्क 2500 रुपये है।