Coronavirus मेडिकल स्टोर से चार दिन तक बीमारी बांटता रहा कोरोना पाजिटिव सिराज Gorakhpur News
Coronavirus कोरोना पाजिटिव मरीज सिराज मेडिकल स्टोर पर नौकरी करता था और वहां से दवा देने के साथ ही लोगों को बीमारी बांटता रहा। जब कोरोना की पुष्टि हुई तो लोग सकते में आ गए।
गोरखपुर, जेएनएन। बस्ती जनपद में दूसरे मरीज में भी कोरोना वायरस का संक्रमण होने की पुष्टि के बाद हड़कंप है। कोरोना पाजिटिव मरीज सिराज मेडिकल स्टोर पर नौकरी करता था और वहां से दवा देने के साथ ही लोगों को बीमारी बांटता रहा। जब कोरोना की पुष्टि हुई तो लोग सकते में आ गए।
सिराज अहमद जिला अस्पताल गेट संख्या दो के पास एके मेडिकल स्टोर पर नौकरी करता था। जो मरीज दवा लेने आते थे, उन्हें दवा भी देता था। बताया गया कि कोरोना पाजिटिव मृतक हसनैन को भी जिला अस्पताल में भर्ती करवाने में भूमिका निभाई थी। हसनैन की मौत के बाद टीम ने सिराज को चिह्नित किया। उसे जिला अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया। पाजिटिव रिपोर्ट के बाद रैपिड रिस्पांस टीम मरीज के आवास पर पहुंची। यहां से उसके पांच परिजनों को जिला अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया। रिपोर्ट के बाद जिला अस्पताल चौराहे पर स्थित मेडिकल स्टोर संचालक भयभीत नजर आए। लोग मान रहे हैं कि सिराज दवा के साथ ना जाने कितने लोगों के संपर्क में आया होगा। अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. फखरेयार हुसैन ने बताया कि मोहल्ले को सैनिटाइज कराया जा रहा है। एहतियात बरतने के निर्देश दिए गए हैं।
28 मार्च को हसनैन से मिला था सिराज
सिराज अहमद 28 मार्च को हसनैन से मिला। इसके बाद वह अपने मेडिकल स्टोर से लोगों को दवा के साथ ही संक्रमण भी बांटता रहा। 30 अप्रैल को हसनैन की मौत हुई और फिर 31 मार्च को सिराज को आइसोलेट किया गया। इस दौरान सिराज चार दिन तक लोगों में संक्रमण बांटता रहा।
मेडिकल स्टोर संचालक के घर पहुंची टीम
रिपोर्ट आने के बाद मेडिकल स्टोर संचालक अब्दुल कमर के घर सुर्तीहट्टा में स्वास्थ्य और पुलिस टीम पहुंची। पूछताछ की गई। टीम ने पूरा ब्योरा एकत्र किया है। टीम सिराज के संपर्क में आने वाले अन्य लोगों की कुंडली खंगाल रही है।
रेड जोन बना बस्ती का जिला अस्पताल
बस्ती के हसनैन की कोरोना संक्रमण से हुई मौत के बाद जिला अस्पताल अति संवेदनशील हो गया है। जिला अस्पताल में हसनैन के भर्ती रहने के दौरान जो चिकित्सक और स्टाफ संपर्क में आए थे, उनको 14 दिनों के लिए क्वारंटाइन कर दिया गया है। क्वारंटाइन के बाद अस्पताल में चिकित्सकों और स्टाफ की संख्या भी कम हो गई है। चूक कहें या फिर चिकित्सकों का ओवरकांफिडेंट, हसनैन मामले ने कइयों के लिए सिरदर्द बढ़ा दिया है। 28 मार्च को जब इमरजेंसी में भर्ती हुआ तो चिकित्सक ने पूरी जांच की। इसके बाद सोल्जर वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया। यहां आनकाल पर एक चिकित्सक को बुलाकर जांच कराई गई। दो चिकित्सक के अलावा स्टाफ नर्स और वार्ड ब्वाय समेत सफाईकर्मी भी संपर्क में आए। अब ये सभी क्वारंटाइन कर दिए गए हैं। हसनैन के प्रति हुई चूक के बाद जिला अस्पताल को अलर्ट पर रखा गया है। कोई रिस्क चिकित्सक अब नहीं उठाना चाह रहे हैं। गुरुवार को भी एक मरीज कोरोना पाजिटिव मिलने के बाद अस्पताल में और हड़कंप रहा। चिकित्सक व पैरा मेडिकल स्टाफ सहमा नजर आया।
अस्पताल गेट पर तैनात हुई पुलिस
कोरोना पॉजिटिव मरीज हसनैन की मृत्यु के बाद अस्पताल पर पुलिस की निगरानी बढ़ा दी गई है। अब अस्पताल गेट पर पुलिस तैनात कर दी गई है। एक बार में सिर्फ एक आदमी को ही प्रवेश दिया जा रहा है। बिना मास्क लगाए अंदर नहीं जाने दिया जा रहा है।
अब ऐसे दे रहे परामर्श
इमरजेंसी में ड्यूटी के दौरान चिकित्सक भी मरीज से शारीरिक दूरी बनाकर उसे परामर्श दे रहे हैं। बिना मास्क लगाए वार्ड में मरीजों का प्रवेश वर्जित है। प्रमुख अधीक्षक जिला अस्पताल डा. ओपी ङ्क्षसह का कहना है कि पूरी टीम अस्पताल में मुस्तैद हैं। निगरानी बढ़ा दी गई है।
बाहर से आए 21025 संदिग्धों को किया गया होम क्वारंटाइन
कोरोना वायरस का खौफ जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में बरकरार है। जैसे ही कोई व्यक्ति बाहर से गांव में पहुंच रहा है, तत्काल गांव के लोग एहतियातन रैपिड रिस्पांस टीम और कंट्रोल रूम को सूचना दे रहे हैं। जिले में अब तक बाहर से आए 21025 कोरोना संदिग्धों को होम क्वारंटाइन किया गया है। अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. फखरेयार हुसैन ने बताया कि अब तक 22 हजार 310 लोगों की सूचना बाहर से आने की मिली है। 21025 को चिह्नित करके उनके हाथ में मोहर लगाकर घर में 14 दिनों के लिए आइसोलेट कर दिया गया है। बताया कि गुरुवार को ओपेक चिकित्सालय कैली में 36 जबकि मेडिकल कालेज बस्ती के गल्र्स हास्टल में बने क्वारंटाइन वार्ड में 35 कोरोना संदिग्धों को भर्ती किया गया है। जिला अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में तीन लोगों को भर्ती कराया गया। सैंपल लेकर जांच के ङ्क्षकग जार्ज मेडिकल विश्वविद्यालय (केजीएमयू) भेजा जाएगा। संदिग्धों की सूचना कंट्रोल रूम 05542287774 पर दे सकते हैं। त्वरित कार्रवाई की जा रही है।