कोरोना पॉजिटिव बच्चे चित्रकारी के माध्यम से दे रहे बचाव का संदेश
सिद्धार्थनगर जिला अस्पताल में भर्ती कोरोना पॉजिटिव बच्चे चित्रकारी के माध्यम से कोरोना से बचाव का संदेश दे रहे हैं। यह स्वास्थ्य विभाग की अनूठी पहल है। विभाग बच्चों के लिए कागज और कलर मुहैया करा रहा
गोरखपुर, जेएनएन: सिद्धार्थनगर जिला अस्पताल में भर्ती कोरोना पॉजिटिव बच्चे चित्रकारी के माध्यम से कोरोना से बचाव का संदेश दे रहे हैं। यह स्वास्थ्य विभाग की अनूठी पहल है। विभाग बच्चों के लिए कागज और कलर मुहैया करा रहा है। आइसोलेशन वार्ड में एक दर्जन ऐसे बच्चे हैं, जिन्होंने अपनी चित्रकारी से जीवन के लिए मॉस्क, सैनिटाइजर, शारीरिक दूरी का मतलब समझा रहे हैं। इससे अन्य मरीजों को प्रेरणा मिल रही है और उनके अंदर सकारात्मक ऊर्जा का संचार हो रहा है। कोरोना संक्रमण के चलते जिले में संक्रमित मिले दर्जन भर से अधिक बच्चे एमसीएच ¨वग जिला अस्पताल में आइसोलेट हैं। इन बच्चों को कोरोना से बचाव करने व दूसरों को प्रेरित करने वाला संदेश चित्रकारी में दिखाने का टॉस्क दिया गया है। उन्हें सफेद कागज के साथ-साथ पें¨सल व स्केच भी दी गयी है। बच्चे चित्रकारी के जरिये खुद के साथ अन्य लोगों को भी कोरोना से बचाव के लिए जागरूक कर रहे हैं। इसमें मासूम बच्चों के साथ, किशोर व कुछ युवक-युवती चित्रकारी कर जागरूकता फैला रहे हैं। 16 वर्षीय किशोरी ने अपने चित्रकारी संदेश में बताया है कि कोरोना से बचने के लिए मास्क पहनें। घर पर रहें। शारीरिक दूरी बनाएं रखें और हैंडवाश करते रहें। 13 वर्षीय बच्चे ने बताया है कि कोरोना से बचने के लिए मास्क पहने, हाथों को साबुन से धोते रहे, समय-समय पर हाथों को सैनिटाइज करने का संदेश दे रहे हैं। भीड़-भाड़ वाले इलाकों से दूर रहने का भी बता रहे हैं। 14 वर्षीय ने चित्रकारी में बता रहे हैं कि उड़ रहे पंक्षी और ¨पजरे में बंद इंसान है, सड़के चौराहें और गली-गली सुनसान है। कोरोना से लड़ रहे हैं और इस लड़ाई को जीतना ही भारत की पहचान है। एसीएमओ वेक्टर वार्न डीजीज डॉ. एके आजाद ने बताया कि नन्हें बच्चों का आसानी से समय बीत जाए, इसकी पहल विभाग ने करते हुए चित्रकारी करने को प्रेरित किया है। कोरोना थीम पर चित्रकारी करने से वह खुद जागरूक होने के साथ-साथ अन्य को भी जागरूक कर रहे हैं। यह मैसेज परिवार के लिए भी ठीक है।