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संतान की चाहत में बाधा तो नहीं बन रहा कोरोना, नव विवाहिताओं का एकत्र किया जाएगा डाटा

बीआरडी मेडिकल कालेज गोरखपुर का माइक्रोबायोलाजी विभाग कोरोना संक्रमण से उबर चुकी मह‍िलाओं के खून का नमूने लेगा और अध्ययन कर यह जानने की कोशिश की जाएगी कि कहीं कोरोना संक्रमण का दुष्प्रभाव तो इनके शरीर पर नहीं पड़ा है।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Published: Tue, 31 Aug 2021 08:10 AM (IST)Updated: Tue, 31 Aug 2021 08:10 AM (IST)
संतान की चाहत में बाधा तो नहीं बन रहा कोरोना, नव विवाहिताओं का एकत्र किया जाएगा डाटा
बीआरडी मेड‍िकल कालेज कोरोना से उबर चुकी मह‍िलाओं पर शोध कर रहा है। - प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

गोरखपुर, जागरण संवाददाता। कुछ महिलाओं में कोरोना संक्रमण से उबरने के बाद गर्भ न ठहरने की शिकायत मिल रही है। ऐसी नौ नवविवाहित महिलाएं सामने आई हैं। इनमें से छह पिछले साल संक्रमित हुई थीं। जांच में सब सामान्य पाया गया है। बीआरडी मेडिकल कालेज का माइक्रोबायोलाजी विभाग इनके खून के नमूने लेगा और अध्ययन कर यह जानने की कोशिश की जाएगी कि कहीं कोरोना संक्रमण का दुष्प्रभाव तो इनके शरीर पर नहीं पड़ा है। इसके लिए विभाग के सीनियर रेजीडेंट को गायनी (स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग) के संपर्क में रहने को कहा गया है, ताकि ऐसी महिलाओं का डाटा अधिक संख्या में उपलब्ध हो सके।

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किसी बड़े शोध का आधार बनेगा यह अध्ययन

माइक्रोबायोलाजी विभाग के अनुसार इन महिलाओं का संक्रमित होने के पूर्व की कोई जांच रिपोर्ट उपलब्ध नहीं होगी, क्योंकि सामान्यतया बिना जरूरत के यहां जांच नहीं कराई जाती। इसलिए अध्ययन के बाद भी कोरोना संक्रमण के दुष्प्रभाव के बारे में केवल अनुमान ही व्यक्त किया जा सकता है, ठीक-ठीक यह बात कहनी मुश्किल होगी कि कोरोना के कारण ही यह बदलाव आया है लेकिन संकेत तो मिल ही जाएगी। यह अध्ययन किसी बड़े शोध का आधार बन सकेगा।

तीन चीजों की होगी जांच

इस तरह की शिकायत लेकर आ रही महिलाओं की सीमन एनालिसिस कर यह पता करने की कोशिश की जाएगी कि उनकी संख्या व साइज क्या है। हार्मोंस का स्तर भी देखा जाएगा। इसके अलावा बच्चेदानी के साइज का अध्ययन किया जाएगा। यदि ये सभी सामान्य से कम या ज्यादा हैं तो इसे कोरोना संक्रमण के दुष्प्रभाव का अनुमान लग सकता है। यदि इन तीनों की जांच संकमण के पूर्व भी हुई होती तो स्पष्ट रूप से कहा जा सकता था कि यह बदलाव कोरोना के चलते हुआ है।

संक्रमण से उबर चुकी महिलाओं का डाटा एकत्र किया जा रहा है। नौ महिलाओं के बारे में पता चला है कि संक्रमण के बाद उन्हें गर्भ नहीं ठहर रहा है। ऐसी महिलाओं की जांच कर यह पता करने की कोशिश की जाएगी कि कहीं यह कोरोना का दुष्प्रभाव तो नहीं है। - डा. अमरेश सिंह, अध्यक्ष, माइक्रोबायोलाजी विभाग, बीआरडी मेडिकल कालेज

अध्ययन में जितना संभव होगा, हम लोग सहयोग करेंगे। ऐसी महिलाओं का डाटा माइक्रोबायोलाजी विभाग को उपलब्ध कराया जाएगा। कोरोना के दुष्प्रभाव, अध्ययन के बाद ही सामने आएंगे। इसलिए मेरा विभाग इस कार्य में पूरा सहयोग करने के लिए तैयार है। - डा. वाणी आदित्य, अध्यक्ष, स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग, बीआरडी मेडिकल कालेज। 


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