गोरखपुर में फिर पैर पसार रहा कोरोना संक्रमण, एक गांव में मिले 12 संक्रमित, जांच करने पहुंची WHO की टीम
गोरखपुर में कोरोना संक्रमण फिर अपना दायरा बढ़ाने लगा है। गोरखपुर के बलुआ गांव में चार दिन में 12 व बगल के खजूरगांव व पचमा में एक-एक कोरोना संक्रमितों के मिल जाने से हड़कंप मच गया है। मंगलवार को स्वास्थ्य विभाग व डब्लूएचओ की टीम जांच करने पहुंची।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। गोरखपुर के कैंपियरगंज तहसील के बलुआ ग्राम पंचायत में मंगलवार को दो और कोरोना संक्रमित मिले। चार दिन में बलुआ में 12 व बगल के खजूरगांव व पचमा में एक-एक कोरोना संक्रमितों के मिल जाने से हड़कंप मच गया है। संक्रमितों की संख्या 14 हो गई है। मंगलवार को महराजगंज के स्वास्थ्य विभाग व डब्लूएचओ की टीम पहुंची। 50 से अधिक लोगों की मौके पर एंटीजन जांच की गई। सभी के नमूने रीयल टाइम पालीमरेज चेन रियेक्शन (आरटी-पीसीआर) जांच के लिए भेज दिए गए।
हाट स्पाट घोषित हुआ बलुआ गांव
कोरोना जब खत्म होने की ओर है, ऐसे में बड़ी संख्या में संक्रमितों के मिल जाने से स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ गई है। संक्रमितों के परिवार वालों व संपर्कियों की जांच भी शुरू कर दी गई है। बलुआ को हाट स्पाट घोषित कर दिया गया है। ताकि संक्रमण गांव के बाहर न जाने पाए। गांव में भी लोगों को सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए हैं। मंगलवार को डब्लूएचओ व सर्विलांस टीम के साथ महराजगंज के अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डा. आइए अंसारी बलुआ पहुंचे। संक्रमितों की तबीयत के बारे में जानकारी ली। उन्हें दवा देकर क्वारंटाइन करा दिया गया है। उन्हें घर से बाहर न निकलने का निर्देश दिया गया है।
अभी कोई मरीज गंभीर नहीं है, इसलिए उसे भर्ती कराने की जरूरत नहीं पड़ी। लेकिन स्वास्थ्य विभाग की टीम लगातार नजर रखे हुए हैं। तबीयत खराब होने पर तत्काल मरीजों को कोविड अस्पताल में भर्ती कराकर इलाज कराया जाएगा। उपजिलाधिकारी अरुण कुमार सिंह व तहसीलदार विकास सिंह ने भी गांव का दौरा कर स्थिति का जायजा लिया। सीएमओ डा. सुधाकर पांडेय ने बताया कि बलुआ ग्राम पंचायत महराजगंज के धानी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के अंतर्गत आता है। फिर भी हमारी टीम निगरानी कर रही है।
हंगामे के बीच लगा 9505 लोगों को टीका
कोविड टीकाकरण अभियान में मंगलवार को वैक्सीन की कमी फिर आड़े आ गई है। केवल 51 बूथों पर ही टीकाकरण किया गया। ज्यादातर बूथों पर वैक्सीन नहीं पहुंची। सुबह छह बजे से ही लाइन लगाए लोगों को जब 10 बजे पता चला कि टीका नहीं लगेगा तो विभाग को कोसते हुए वापस लौटे। 9505 लोगों को कोरोना रोधी टीका लगाया गया। 6641 को पहली डोज और 2864 को दूसरी डोज दी गई।
जिला अस्पताल, संक्रामक रोग विभाग व जिला महिला अस्पताल में बड़ी संख्या में लोग पहुंच गए। लाइन तोड़ने को लेकर हंगामा होता रहा। लोगों के बीच कहा-सुनी भी हुई और मारपीट की नौबत आ गई। पुलिस ने स्थिति संभाली। दोपहर बाद अनेक बूथों पर वैक्सीन खत्म हो गई। नागरिक हंगामा करने लगे। पुलिस व अधिकारियों के समझाने पर लोग बिना टीका लगवाए वापस लौटे। जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा. एनके पांडेय ने बताया कि वैक्सीन जैसे-जैसे आ रही है। उसी अनुसार टीकाकरण कराया जा रहा है। प्रतिदिन लोगों को टीका लगाया जा रहा है।
दूसरी लहर में छठीं बार नहीं मिले संक्रमित
उधर कोरोना की दूसरी लहर में छठीं बार मंगलवार को 24 घंटे में एक भी संक्रमित नहीं मिले। एक ने कोरोना को मात दी है। 28 जुलाई के बाद से कोई मौत न होने से स्वास्थ्य विभाग ने राहत की सांस ली है। सीएमओ डा. सुधाकर पांडेय ने बताया कि जिले में अब तक 59376 लोग संक्रमित हो चुके हैं। 58507 लोगों ने कोरोना से जंग जीत ली है। 848 की मौत हो चुकी है। 15 सक्रिय मरीज हैं।