Electricity corporation: दो घंटे हड़ताल फिर काम पर लौटे बिजली विभाग के संविदाकर्मी
संगठन के जिलाध्यक्ष अजय शाही ने कहा कि संविदाकर्मी बिजली निगम की रीढ़ हैं। अफसरों के निर्देशन में संविदाकर्मी 24 घंटे काम करते हैं। रात में बिजली फाल्ट होने पर संविदाकर्मी तत्काल पहुंचते हैं और उपभोक्ताओं को राहत दिलाते हैं।
गोरखपुर, जेएनएन। चार मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर गए बिजली निगम के संविदाकर्मी दो घंटे में ही काम पर लौट आए। अधीक्षण अभियंता शहर यूसी वर्मा ने संविदाकर्मियों को 12 फरवरी को शाम चार बजे बैठक के लिए बुलाया है।
विद्युत संविदा मजदूर संगठन ने मांगें मानने के लिए आठ फरवरी तक की मोहलत दी थी। किसी भी मांग पर विचार न होने से नाराज संगठन के पदाधिकारियों ने हड़ताल का एलान किया था। सुबह 10 बजे पदाधिकारी और सदस्य रेलवे स्टेशन रोड पर सिंचाई विभाग के बगल में स्थित अधीक्षण अभियंता शहर के कार्यालय के सामने धरने पर बैठ गए।
संगठन के जिलाध्यक्ष अजय शाही ने कहा कि संविदाकर्मी बिजली निगम की रीढ़ हैं। अफसरों के निर्देशन में संविदाकर्मी 24 घंटे काम करते हैं। रात में बिजली फाल्ट होने पर संविदाकर्मी तत्काल पहुंचते हैं और उपभोक्ताओं को राहत दिलाते हैं लेकिन अफसरों की अनदेखी के कारण उत्पीडऩ के मामले बढ़ते जा रहे हैं। संविदाकर्मी परेशान हैं, कम मानदेय पर 24 घंटे काम करने पर मजबूर हैं। झूठे आरोप लगाकर संविदाकॢमयों के खिलाफ कार्रवाई की संस्तुति कर दी जाती है। ऐसी स्थिति में काम करने में दिक्कत हो रही है। इसलिए मजबूर होकर संविदाकॢमयों को आंदोलन का रास्ता अख्तियार करना पड़ा है। पहले ही अफसरों को इसकी जानकारी दे दी गई थी।
दोपहर 12 बजे अधीक्षण अभियंता शहर धरना स्थल पर पहुंचे। बताया कि दो खंडों के अफसर छुट्टी पर हैं। इनके सामने ही समस्याएं रखी जाएं तो ठीक रहेगा। इसके बाद संगठन ने 12 तारीख की बैठक पर मुहर लगाई।
यह हैं प्रमुख मांगें
संविदा कर्मचारियों का मानदेय हर महीने की पांच तारीख तक हर हाल में मिल जाए। अधिशासी अभियंता विद्युत नगरीय वितरण खंड प्रथम ने कर्मचारियों के खिलाफ जो कार्रवाई की है उसे वापस लिया जाए। अधिशासी अभियंता नगरीय विद्युत वितरण खंड द्वितीय बक्शीपुर की ओर से संविदाकर्मी के खिलाफ की गई कार्रवाई को वापस लिया जाए। अधिशासी अभियंता नगरीय विद्युत वितरण खंड द्वितीय बक्शीपुर की ओर से 25 जनवरी को संविदाकर्मी के खिलाफ की गई कार्रवाई को समाप्त किया जाए।