UP Power Corporation: कंपनी बदल गई, कर्मचारियों का नहीं मिला मानदेय Gorakhpur News
बिजली विभाग में अप्रैल महीने में ठेकेदार की फर्म का करार खत्म हुआ तो दूसरी कंपनी को ठेका मिल गया। इस कंपनी ने पुराने ऑपरेटरों को ही तैनाती दी लेकिन अब तक मानदेय नहीं दे सकी। अधिकारियों से इसकी शिकायत की गई है।
गोरखपुर, जेएनएन। बिजली निगम में आउटसोर्सिंग पर काम कर रहे कंप्यूटर ऑपरेटर की कंपनी बदल गई लेकिन छह महीने बाद भी मानदेय नहीं मिला शहर से लगायत देहात के बिल काउंटरों पर काम कर रहे इन ऑपरेटरों की कोई सुनवाई भी नहीं हो रही है।
बिजली निगम में काउंटर पर बिल क्लर्क के साथ एक-एक कंप्यूटर ऑपरेटर की तैनाती की गई है। इन कंप्यूटर ऑपरेटरों को आउटसोर्सिंग के माध्यम से रखा गया है। आउटसोर्सिंग के ठीकेदार को बिजली निगम मानदेय का भुगतान करता है। वहां से मानदेय मिलने के बाद ठीकेदार इन ऑपरेटरों के बैंक खाते में रुपये भेजता है।
ऑपरेटरों ने बिजली निगम के अफसरों से की शिकायत
अप्रैल महीने में ठेकेदार की फर्म का करार खत्म हुआ तो दूसरी कंपनी को ठेका मिल गया। इस कंपनी ने पुराने ऑपरेटरों को ही तैनाती दी लेकिन अब तक मानदेय नहीं दे सकी। मार्च का भी भुगतान पुरानी कंपनी ने नहीं किया था। ऑपरेटरों ने इसकी शिकायत बिजली निगम के अफसरों से की है।
बिल जमा करने की पूरी जिम्मेदारी इनकी
बिल काउंटर पर तैनात ऑपरेटरों की जिम्मेदारी बिल जमा करने की है। काउंटर पर आए उपभोक्ता से रुपये जमा करने के बाद यह ऑपरेटर रसीद देते हैं। बिल में कोई गड़बड़ी होने पर उपभोक्ता को क्लर्क के पास सुधार के लिए भेजा जाता है।
दीपावली से पहले मिले मानदेय
बिलिंग ऑपरेटरों का कहना है कि दीपावली से पहले मानदेय मिल जाए तो त्योहार मनाने में आसानी हो जाएगी। महीनों से मानदेय न मिलने के कारण जरूरी सामानों की दुकानों पर उधार भी बढ़ता जा रहा है।
जल्दी दिलाया जाएगा मानदेय
पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड वाराणसी के प्रबंध निदेशक डॉ. सरोज कुमार ने कहा कि बिल ऑपरेटरों का मानदेय महीनों से न मिलना गंभीर बात है। अफसरों से इसकी जानकारी ली जाएगी। दीपावली से पहले सभी का भुगतान करा दिया जाएगा। भविष्य में ऐसी दिक्कत न हो इसके लिए अफसरों को निर्देश दिए जाएंगे।