बिजली विभाग ने दिया मौका तो भाग निकला संविदा लाइनमैन, अफसर बता रहे खुद को बेकसूर Gorakhpur News
बिजली निगम की विजिलेंस ने पिछले दिनों भेउसा उर्फ बनकटा में छापा मारकर बिना कनेक्शन संचालित सीमेंट निर्मित ईंट और मुर्गी फार्म का दाना बनाने वाली फैक्ट्री पकड़ी थी। विजिलेंस ने भी माना था कि बिना अफसरों की संलिप्तता के इतनी बड़ी बिजली चोरी नहीं हो सकती है।
गोरखपुर, जेएनएन। सिकरीगंज के भेउसा उर्फ बनकटा में 78 लाख रुपये की बिजली चोरी की जांच करने पहुंची टीम को देखकर संविदा लाइनमैन भाग निकला। इधर अफसर एक दूसरे जिम्मेदारी बताकर पल्ला झाडऩे की कोशिश में लगे हैं। हाइटेंशन लाइन बनाने के साथ ही ट्रांसफार्मर लगाकर चोरी से बिजली जलाने को अधीक्षण अभियंता ने बड़ी लापरवाही माना है। उन्होंने एक्सईएन, एसडीओ और जेई को नोटिस जारी कर 24 घंटे में जवाब देने को कहा है।
बिजली निगम की विजिलेंस ने पिछले दिनों भेउसा उर्फ बनकटा में छापा मारकर बिना कनेक्शन संचालित सीमेंट निर्मित ईंट और मुर्गी फार्म का दाना बनाने वाली फैक्ट्री पकड़ी थी। फैक्ट्री तक हाइटेंशन लाइन बिछाई गई थी और 25 किलोवाट का ट्रांसफार्मर भी लगाया गया था। विजिलेंस ने भी माना था कि बिना निगम के अफसरों की संलिप्तता के इतनी बड़ी बिजली चोरी नहीं हो सकती है।
अधीक्षण अभियंता ने कटवाई लाइन
मुख्य अभियंता देवेंद्र सिंह ने अधीक्षण अभियंता ग्रामीण राजीव चतुर्वेदी, विद्युत माध्यमिक कार्य मंडल के अधीक्षण अभियंता एके सिंह, मुख्य अभियंता कार्यालय से संबद्ध अधिशासी अभियंता एके सिंह को जांच सौंपी थी। अधीक्षण अभियंता राजीव चतुर्वेदी ने गांव पहुंचकर जांच की। जब वह जांच करने पहुंचे तब भी लाइन चलती मिली। अधीक्षण अभियंता ने अपने सामने हाइटेंशन लाइन का तार कटवाया। तार काटने के लिए दूसरे क्षेत्र के संविदाकर्मी को बुलाना पड़ा। उन्होंने ट्रांसफार्मर हटवाने के निर्देश दिए।
शटडाउन के बाद ही जुड़ी होगी लाइन
अफसरों का कहना है कि हाइटेंशन लाइन बनाने और ट्रांसफार्मर से लाइन को जोडऩे के लिए शटडाउन लिया गया होगा। उस समय अफसरों को इस पर ध्यान देना चाहिए था। अफसरों ने संविदा लाइनमैन को दबंग बताते हुए पूरे मामले के लिए उसे जिम्मेदार बताया है।
अधीक्षण अभियंता राजीव चतुर्वेदी का कहना है कि सिकरीगंज में टीम ने जांच की है। हाइटेंशन लाइन को उतरवा दिया गया है। ट्रांसफार्मर हटाने के निर्देश दिए गए हैं। संविदा लाइनमैन मौके पर नहीं मिला। एक्सईएन, एसडीओ और जेई को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।