Panchayat Election 2021: प्रत्याशियों का घर-घर संपर्क शुरू, ग्रामीण भी आश्वासन देने में पीछे नहीं Gorakhpur News
ग्रामीणों को चुनाव से ज्यादा अपने फसल से सरोकार है। खेतों में खड़ी फसल को सकुशल घर तक कैसे लाया जाए इसी उधेड़बुन में उनका पूरा दिन बीत रहा है। अलग-अलग क्षेत्रों में आग की घटनाओं को देखते हुए पंचायती चुनाव का रोमांच उन्हें फिलहाल रिझा नहीं पा रहा।
गोरखपुर, उमेश पाठक। सुबह-सुबह उठकर प्रधानी के दावेदार गांव का एक चक्कर लगा लेना नहीं भूल रहे। हर घर पहुंचकर अपनी दावेदारी जताने और नाम याद रखने के लिए मनुहार करने में उनका समय बीत रहा है। पर, इसके विपरीत ग्रामीणों को चुनाव से ज्यादा अपने फसल से सरोकार है। खेतों में खड़ी फसल को सकुशल घर तक कैसे लाया जाए, इसी उधेड़बुन में उनका पूरा दिन बीत रहा है। अलग-अलग क्षेत्रों में लगी आग की घटनाओं को देखते हुए पंचायती चुनाव का रोमांच उन्हें फिलहाल रिझा नहीं पा रहा। ग्रामीणों की मनोदशा को समझकर दावेदार भी उनके लिए कंपाइन की व्यवस्था करने में लगे हैं।
किसानों में फसल कटाई की चर्चा ज्यादा
सहजनवां से घघसरा जाने वाली सड़क के दोनों ओर खेतों में गेहूं की फसल तैयार खड़ी है। सुबह के समय रास्ते में पडऩे वाले चौराहों की दुकानों पर कुछ लोग चुनाव को लेकर चर्चा करते दिखे। पर, चुनावी चर्चा के बीच में जिले के दक्षिणी इलाके में गेहूं की फसल में लगी आग का जिक्र भी आ ही जा रहा था। इसके बाद सब अपनी-अपनी फसल का हाल बताने में जुट जाते। कोई कहता कि कंबाइन इस बार जल्दी नहीं आ रही तो कोई मजदूर लगाकर कटाई शुरू कराने की जानकारी देता नजर आया। कुछ ऐसा ही नजारा डुमरी-नेवास बार्डर से आगे बढ़ते हुए संतकबीरनगर जिले में भी नजर आया। यहां भी पहले चरण में ही मतदान होना है। दिन जैसे-जैसे चढ़ता रहा, चौराहों की दुकानें भी सूनी नजर आने लगीं। लोग दिखे तो आसपास के खेतों में काम करते। किसी के यहां हाथ से कटाई चल रही थी तो कोई फसल का निरीक्षण कर रहा था। हालांकि जैसे-जैसे शाम ढल रही है गांव के चौराहों पर लोग जुट रहे हैं, पर किसी प्रत्याशी को लेकर खुलकर चर्चा करने से हर व्यक्ति बच रहा है। पर, समर्थकों के बीच कभी-कभी तकरार हो ही जा रही है।
रात में जुट रहे समर्थक
दिनभर की भागदौड़ के बाद रात में प्रत्याशियों के कार्यालय पर ग्रामीणों की जुटान हो रही है। यहां प्रत्याशी के साथ निष्ठा दिखाने के साथ लोग अपने फसल की चर्चा भी जरूर कर रहे हैं। प्रत्याशी और उनके समर्थक भी जल्द से जल्द फसल कटवाने में मदद का भरोसा देकर ग्रामीणों का भरोसा जीतने की कोशिश में लगे हैं।