सांसद से पिटने के बाद समर्थकों के साथ रात भर धरने पर बैठे रहे विधायक, सीएम से बात करने के बाद माने
सांसद शरद त्रिपाठी द्वारा मेहदावल विधायक राकेश सिंह बघेल को जूते से पीटने की घटना के बाद विधायक राकेश बघेल समर्थकों के साथ कलेक्ट्रेट में धरने पर पूरी रात बैठे रहे।
By Pradeep SrivastavaEdited By: Published: Thu, 07 Mar 2019 10:13 AM (IST)Updated: Fri, 08 Mar 2019 09:35 AM (IST)
गोरखपुर, जेएनएन। बुधवार की देर शाम सांसद शरद त्रिपाठी द्वारा मेहदावल विधायक राकेश सिंह बघेल को जूते से पीटने की घटना के बाद विधायक राकेश बघेल समर्थकों के साथ कलेक्ट्रेट में धरने पर पूरी रात बैठे रहे। विधायक लाठीचार्ज के दोषियों पर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। जिलाधिकारी रवीश गुप्त ने सुबह 9 बजे विधायक को मनाने की कोशिश किया लेकिन विधायक कार्रवाई की मांग पर अडिग रहे। विधायक को मनाने के लिए डीआईजी कमिश्नर ने भी दो बार विधायक से वार्ता किया लेकिन फिर भी विधायक टस से मस नहीं हुए। विधायक के धरने की खबर सुनकर रात से ही समर्थकों का हुजूम कलेक्ट्रेट पर जमा हो गया। पुलिस प्रशासन किसी भी स्थिति से निपटने के लिए भारी संख्या में पुलिस फोर्स मौके पर तैनात किया हुआ है। पूरे मामले को प्रशासन द्वारा शासन को भी अवगत कराया जा रहा है। सीएम योगी आदित्यनाथ से फोन पर वार्ता होने के बाद विधायक माने और समर्थकों के साथ धरना समाप्त किया।
मुख्यमंत्री का फोन आने पर धरनास्थल पर फिर पहुंचे डीएम
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का फोन जिलाधिकारी के पास आया उसके बाद वह फौरन धरनास्थल पर विधायक से मुख्यमंत्री की वार्ता कराने के लिए मौके पर पहुंचे। डीएम ने विधायक को अपने चेंबर में ले जाकर मुख्यमंत्री से वार्ता कराई। इसके बाद विधायक ने धरना समाप्त किया।
यह है घटनाक्रम
बुधवार को संतकबीर जिले के प्रभारी मंत्री और प्राविधिक एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री आशुतोष टंडन उर्फ गोपाल जी की अध्यक्षता में चल रही योजना समिति की बैठक में भाजपा सांसद शरद त्रिपाठी व भाजपा के ही विधायक राकेश सिंह बघेल के बीच जमकर जूतमपैजार हुई थी। अधिकारियों ने बीच बचाव कर किसी तरह मामला तो शांत कराया पर विधायक के समर्थकों ने कलेक्ट्रेट में जमकर नारेबाजी की। इस बीच सांसद करीब तीन घंटे तक कमरे में बैठे रहे।
दरअसल, बैठक में सांसद शरद त्रिपाठी ने बैठक के दौरान पीडब्ल्यूडी प्रांतीय खंड के एक्सईएन एके दूबे से पूछा कि करमैनी-बेलौली बंधे के मरम्मत कार्य का शिलान्यास कल हुआ है। इसमें केवल विधायक का ही नाम क्यों है। क्या सांसद का नाम नहीं रह सकता। यह किस गाइडलाइन में है, मुझे बताएं। इस पर एक्सईएन ने कहाकि गलती हो गई, सुधार कर दिया जाएगा। इसी बीच मेहदावल के विधायक राकेश ङ्क्षसह बघेल ने बोल पड़े और कहाकि जो पूछना है मुझसे पूछे एक्सईएन से नहीं। इस पर सांसद ने कहाकि तुम्हारे जैसे तमाम विधायक मैंने देखे हैं। तुमसे क्या पूछना। इसी पर बात बढ़ती गई और देखते ही देखते कलेक्ट्रेट सभागार जंग का मैदान बन गया।
विधायक ने फेसबुक पर लिखा, हिसाब बराबर होगा
विधायक राकेश सिंह बघेल ने धरना समाप्त करने के बाद अपने फेसबुक पर लिखा कि सभी समर्थकों से निवेदन है कि धैर्य रखें, हिसाब बराबर होगा। इसके बाद राजनीतिक हलके में इसे लेकर तरह तरह की चर्चा होने लगी।
विधायक ने किया अनावश्यक हस्तक्षेप : शरद त्रिपाठी
सांसद शरद त्रिपाठी ने कहा कि मेरे द्वारा संवैधानिक अधिकारों को लेकर अधिकारी से प्रश्न किए जा रहे थे। इसी दौरान विधायक ने अकारण ही हस्तक्षेप करते हुए अभद्र भाषा का प्रयोग किया। वीडियो क्लिप देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि विवाद का दोषी कौन है ? वरिष्ठों से मिलकर घटना के बारे में जानकारी दूंगा।
विधायक बोले, पार्टी का अनुशासित सिपाही हूं
मेहदावल के विधायक राकेश सिंह बघेल ने कहा कि मुख्यमंत्री से वार्ता के बाद धरने को समाप्त कर दिया गया है। मैं लखनऊ जा रहा हूं, जहां लाठीचार्ज के दोषियों पर कार्रवाई की मांग करने के साथ ही बदसलूकी के बारे में भी बताऊंगा। मैं पार्टी का अनुशासित सिपाही हूं। जो भी निर्देश मिलेगा, पालन करूंगा।
दुर्भाग्यपूर्ण घटना : भाजपा जिलाध्यक्ष
भाजपा जिलाध्यक्ष सेतवान राय ने कहा कि यह घटना दुर्भाग्यपूर्ण है। कार्यकर्ताओं को अपने स्तर से धैर्य बनाए रखकर पार्टी को मजबूत करने का कार्य करना चाहिए। विवाद को लेकर पार्टी नेतृत्व द्वारा निर्णय लिया जाएगा।
मुख्यमंत्री का फोन आने पर धरनास्थल पर फिर पहुंचे डीएम
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का फोन जिलाधिकारी के पास आया उसके बाद वह फौरन धरनास्थल पर विधायक से मुख्यमंत्री की वार्ता कराने के लिए मौके पर पहुंचे। डीएम ने विधायक को अपने चेंबर में ले जाकर मुख्यमंत्री से वार्ता कराई। इसके बाद विधायक ने धरना समाप्त किया।
यह है घटनाक्रम
बुधवार को संतकबीर जिले के प्रभारी मंत्री और प्राविधिक एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री आशुतोष टंडन उर्फ गोपाल जी की अध्यक्षता में चल रही योजना समिति की बैठक में भाजपा सांसद शरद त्रिपाठी व भाजपा के ही विधायक राकेश सिंह बघेल के बीच जमकर जूतमपैजार हुई थी। अधिकारियों ने बीच बचाव कर किसी तरह मामला तो शांत कराया पर विधायक के समर्थकों ने कलेक्ट्रेट में जमकर नारेबाजी की। इस बीच सांसद करीब तीन घंटे तक कमरे में बैठे रहे।
दरअसल, बैठक में सांसद शरद त्रिपाठी ने बैठक के दौरान पीडब्ल्यूडी प्रांतीय खंड के एक्सईएन एके दूबे से पूछा कि करमैनी-बेलौली बंधे के मरम्मत कार्य का शिलान्यास कल हुआ है। इसमें केवल विधायक का ही नाम क्यों है। क्या सांसद का नाम नहीं रह सकता। यह किस गाइडलाइन में है, मुझे बताएं। इस पर एक्सईएन ने कहाकि गलती हो गई, सुधार कर दिया जाएगा। इसी बीच मेहदावल के विधायक राकेश ङ्क्षसह बघेल ने बोल पड़े और कहाकि जो पूछना है मुझसे पूछे एक्सईएन से नहीं। इस पर सांसद ने कहाकि तुम्हारे जैसे तमाम विधायक मैंने देखे हैं। तुमसे क्या पूछना। इसी पर बात बढ़ती गई और देखते ही देखते कलेक्ट्रेट सभागार जंग का मैदान बन गया।
विधायक ने फेसबुक पर लिखा, हिसाब बराबर होगा
विधायक राकेश सिंह बघेल ने धरना समाप्त करने के बाद अपने फेसबुक पर लिखा कि सभी समर्थकों से निवेदन है कि धैर्य रखें, हिसाब बराबर होगा। इसके बाद राजनीतिक हलके में इसे लेकर तरह तरह की चर्चा होने लगी।
विधायक ने किया अनावश्यक हस्तक्षेप : शरद त्रिपाठी
सांसद शरद त्रिपाठी ने कहा कि मेरे द्वारा संवैधानिक अधिकारों को लेकर अधिकारी से प्रश्न किए जा रहे थे। इसी दौरान विधायक ने अकारण ही हस्तक्षेप करते हुए अभद्र भाषा का प्रयोग किया। वीडियो क्लिप देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि विवाद का दोषी कौन है ? वरिष्ठों से मिलकर घटना के बारे में जानकारी दूंगा।
विधायक बोले, पार्टी का अनुशासित सिपाही हूं
मेहदावल के विधायक राकेश सिंह बघेल ने कहा कि मुख्यमंत्री से वार्ता के बाद धरने को समाप्त कर दिया गया है। मैं लखनऊ जा रहा हूं, जहां लाठीचार्ज के दोषियों पर कार्रवाई की मांग करने के साथ ही बदसलूकी के बारे में भी बताऊंगा। मैं पार्टी का अनुशासित सिपाही हूं। जो भी निर्देश मिलेगा, पालन करूंगा।
दुर्भाग्यपूर्ण घटना : भाजपा जिलाध्यक्ष
भाजपा जिलाध्यक्ष सेतवान राय ने कहा कि यह घटना दुर्भाग्यपूर्ण है। कार्यकर्ताओं को अपने स्तर से धैर्य बनाए रखकर पार्टी को मजबूत करने का कार्य करना चाहिए। विवाद को लेकर पार्टी नेतृत्व द्वारा निर्णय लिया जाएगा।
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