बाहर से आ रहे, बिना जांच घर जा रहे, निगरानी समितियां भी नहीं हो रहीं सक्रिय
गोला थाना क्षेत्र निवासी एक व्यक्ति दिल्ली में नौकरी करते हैं। दिल्ली में कोरोना संक्रमण बढऩे पर परिवार वालों ने वापस आने की जिद की तो वह बस पकड़कर गोरखपुर आ गए। यहां से गांव पहुंचे। न तो दिल्ली और न ही गोरखपुर में उनकी कोई जांच हुई।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। गोला थाना क्षेत्र निवासी एक व्यक्ति दिल्ली में नौकरी करते हैं। दिल्ली में कोरोना संक्रमण बढऩे पर परिवार वालों ने वापस आने की जिद की तो वह बस पकड़कर गोरखपुर आ गए। यहां से गांव पहुंचे। कुछ दिनों से खांसी और जुकाम के बाद न तो दिल्ली और न ही गोरखपुर में उनकी कोई जांच हुई। ऐसे ही रोजाना हजारों लोग दूसरे शहरों से वापस अपने घर आ रहे हैं।
एयरपोर्ट को छोड़कर कहीं नहीं हो रही है जांच
एयरपोर्ट को छोड़कर कहीं भी कोरोना संक्रमण की जांच के पुख्ता इंतजाम नहीं हैं। बाहर से आने वालों पर नजर रखने के लिए गठित निगरानी समितियां भी कागजों में ही जिंदा हैं। दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु आदि शहरों में कोरोना संक्रमण के मामले ज्यादा मिल रहे हैं। पूर्वांचल के जिलों से इन शहरों में बड़ी संख्या में लोग जाते हैं। वहां प्रकोप बढऩे पर लोग वापस घर आ रहे हैं, लेकिन खुद कोरोना संक्रमण की जांच कराने से बच रहे हैं।
बस से भी आते हैं हजारों लोग
ट्रेन से आने वाले यात्रियों की जांच के लिए स्वास्थ्य विभाग ने रेलवे स्टेशन के गेट पर शिविर लगाया है। हालांकि रेलवे स्टेशन से निकलने के लिए सात गेट हैं और कोरोना संक्रमण की जांच के लिए शिविर सिर्फ पांच गेट पर ही है। इनमें से सभी यात्रियों को नहीं रोका जाता है। इसके अलावा बस से दिल्ली और अन्य शहरों से भी रोजाना हजारों की संख्या में लोग आते हैं। शहर के बाहर यह बसें रुकती हैं और वहां से आटो या अन्य निजी साधनों से लोग अपने गंतव्य को पहुंचते हैं।
गांव में ऐसे बढ़े संक्रमित
तिथि शहर गांव
एक जनवरी 1 0
दो जनवरी 4 0
तीन जनवरी 4 3
चार जनवरी 20 2
पांच जनवरी 51 1
छह जनवरी 51 6
सात जनवरी 91 15
आठ जनवरी 121 24
नौ जनवरी 161 33
10 जनवरी 161 58
11 जनवरी 184 97
12 जनवरी 337 89
बाहर से आने वालों को जांच कराना जरूरी
सीएमओ डा. आशुतोष दुबे ने बाहर से आने वाले जिन नागरिकों को सर्दी-जुकाम, बुखार, खांसी, गले में खराश आदि जैसे लक्षण हों, वह एंटीजन जांच जरूर करा लें। इसमें लापरवाही न बरतें।