महाविद्यालय के छात्रों को 22 तक भरना होगा मिड टर्म परीक्षा के लिए पंजीकरण फार्म
दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय और संबद्ध महाविद्यालयों के स्नातक प्रथम वर्ष में लागू होने वाले सीबीसीएस पैटर्न के तहत प्रत्येक विद्यार्थी से पहले पंजीकरण फार्म भरवाना होगा। उसके बाद ही परीक्षा फार्म भरवाने की प्रक्रिया शुरू होगी। 22 नवंबर तक फार्म भरना अनिवार्य है।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय और संबद्ध महाविद्यालयों के स्नातक प्रथम वर्ष में लागू होने वाले सीबीसीएस पैटर्न के तहत प्रत्येक विद्यार्थी से पहले पंजीकरण फार्म भरवाना होगा। उसके बाद ही परीक्षा फार्म भरवाने की प्रक्रिया शुरू होगी। मिड टर्म परीक्षा के लिए जो अभ्यर्थी पंजीकरण फार्म नहीं भरेंगे तो उनकी पात्रता पर विचार नहीं किया जाएगा। 22 नवंबर तक फार्म भरना अनिवार्य है।
प्रशासनिक भवन पर हुई बैठक
सीबीसीएस पैटर्न लागू कराने को लेकर प्रशासनिक भवन पर बैठक हुई। जिसमें सभी संकायाध्यक्ष, प्रभारी ईडीपी सेल, प्रभारी आईटीसी सेल, अधिष्ठाता छात्र कल्याण, एनआईआरएफ कोआर्डिनेटर की सहमति से मिड टर्म परीक्षा को लेकर नियम तय हुआ। यह भी निर्णय लिया गया कि सीबीसीएस सेमेस्टर परीक्षा प्रणाली में अभ्यर्थियों के पंजीकरण के लिए स्नातक, परास्नातक एवं पीएचडी में प्रवेश अभ्यर्थियों को विश्वविद्यालय द्वारा दिए गए निर्धारित प्रारूप पर अपना विवरण एवं उनके द्वारा चयनित विषय को भरकर संबंधित विभागों में जमा किया जाएगा। पंजीकरण किए गए प्रत्येक 100 अभ्यर्थी पर अधिष्ठाता, विभागाध्यक्ष द्वारा एक परामर्शदाता नामित किया जाएगा।
20 अंकों की होगी मिड टर्म की लिखित परीक्षा
बैठक में यह तय हुआ कि मिड टर्म की लिखित परीक्षा 20 अंकों की होगी। इसकी समयावधि 30 मिनट होगी। इसके अंतर्गत 20 बहुविकल्पीय प्रश्न पूछे जाएंगे। प्रश्न पत्र को विभागाध्यक्ष द्वारा कोर्स से संबंधित शिक्षकों से तैयार कराकर सबल कक्ष को उपलब्ध कराया जाएगा। 10 अंक विद्यार्थियों की उपस्थिति एवं अन्य शैक्षिक गतिविधियों पर दिए जाएंगे। प्रायोगिक परीक्षा/ट््यूटोरियल, एंडटर्म परीक्षा से पहले संपन्न कराया जाएगा।
डा. शैल ने संभाली डीएवी कालेज के प्राचार्य की जिम्मेदारी
उत्तर प्रदेश उच्च शिक्षा आयोग द्वारा प्राचार्य पद के लिए चयनित डा. शैल पांडेय ने गुरुवार को डीएवी पीजी कालेज के प्राचार्य का पदभार ग्रहण किया। उन्हें यह पदभार प्रबंधक रणवीर शंकर की मौजूदगी में प्रभारी प्राचार्य डा. राजकुमारी पांडेय ने सौंपा। डा. शैल की ने उच्च शिक्षा लखनऊ विश्वविद्यालय से ग्रहण किया है। करियर की शुरुआत उन्होंने 1996 में केंद्रीय औषधीय एवं सगंध पौधा संस्थान से शोध अध्येयता के रुप में की। 2्र000 उन्होंने बतौर वनस्पति विज्ञान प्रवक्ता दुर्गाजी महाविद्यालय चंडेश्वर आजमगढ़ में नौकरी ज्वाइन की। 2008 में स्थानांतरण के तहत डा. शैल ने महात्मा गांधी पोस्ट ग्रेजुएट पीजी कालेज में कार्यभार ग्रहण किया। वर्तमान में वह वहीं वनस्पति विज्ञान विभाग के अध्यक्ष के तौर पर कार्यरत रहीं। उनके पति प्रो. बीके पांडेय मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के भौतिक एवं पदार्थ विज्ञान में कार्यरत हैं।