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Indian Railways: एक्सप्रेस ट्रेनों की एसी बोगियों में नहीं चलेंगे कोच अटेंडेंट

Indian Railways रेलवे एक्सप्रेस ट्रेनों की एसी बोगियों कोच अटेंडेंट हटाने पर विचार कर रहा है। यात्रियों को यूज एंड थ्रो बेडरोल देने पर भी विचार कर रहा है।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Published: Thu, 20 Aug 2020 01:11 PM (IST)Updated: Thu, 20 Aug 2020 01:11 PM (IST)
Indian Railways: एक्सप्रेस ट्रेनों की एसी बोगियों में नहीं चलेंगे कोच अटेंडेंट
Indian Railways: एक्सप्रेस ट्रेनों की एसी बोगियों में नहीं चलेंगे कोच अटेंडेंट

गोरखपुर, जेएनएन। एक्सप्रेस ट्रेनों की एसी बोगियों में अब कोच अटेंडेंट नहीं चलेंगे। रेलवे प्रशासन उनका करार खत्म करने की तैयारी में है। साथ ही आने वाले दिनों में यात्रियों को यूज एंड थ्रो (उपयोग करो और फेंको) बेडरोल (कंबल, चादर, तकिया) देने पर विचार कर रहा है।

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फिलहाल कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए रेलवे प्रशासन ने स्पेशल ट्रेनों से बेडरोल हटा दिया है। ऐसे में कोच अटेंडेंट का कार्य भी ठप है। जानकारों का कहना है कि कोच अटेंडेंट की सुविधा देने वाली फर्मों से रेलवे का अनुबंध आगे नहीं बढ़ेगा। यात्रियों को बेडरोल नहीं देने से रेलवे का खर्च कम हुआ है। बेडरोल की धुलाई करने वाली मैकेनाइज्ड लाउंड्री भी बंद है। हालांकि, रेलवे यात्रियों से पूरा किराया वसूल रहा है।

गंतव्य तक जाते हैं कोच अटेंडेंट

कोच अटेंडेंट ट्रेन के साथ गंतव्य तक जाते हैं। फिर उसी ट्रेन से वापस होते हैं। रास्ते में प्रत्येक यात्रियों तक बेडरोल पहुंचाना और उन्हें स्टेशनों की जानकारी देना उनकी जिम्मेदारी होती है। बेडरोल की पूरी जिम्मेदारी कोच अटेंडेंट के पास ही होती है।

गोरखपुर में भी बनने लगे कार ढोने वाली मालगाडिय़ों के वैगन

पूर्वोत्तर रेलवे के मुख्यालय गोरखपुर और इज्जतनगर स्थित यांत्रिक कारखाने में अब कार व अन्य ऑटोमोबाइल ढोने वाली मालगाडिय़ों के न्यूली मॉडिफाइड गुड्स वैगन (नव संशोधित वैगन) बनने शुरू हो गए हैं। यह वैगन कारखानों में मौजूद संसाधनों से ही तैयार किए जा रहे हैं। 

मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पंकज कुमार ङ्क्षसह के अनुसार भारतीय रेलवे स्तर पर माल लदान को वर्ष 2024 तक दोगुना करने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। दरअसल, मालगाडिय़ों के पुराने कोच अनुपयोगी हो चुके हैं। इन अनुपयोगी कोचों को परिवर्तित कर कार व अन्य ऑटोमोबाइल के लिए नए वैगन तैयार किए जा रहे हैं। गोरखपुर में 13 और इज्जतनगर में 60 वैगन तैयार किए जा चुके हैं। निर्माण कार्य जारी है।

लखनऊ मंडल के 14 जिलों में सात बिजनेस समूह गठित

माल ढुलाई के प्रति व्यापारियों को आकर्षित करने के लिए लखनऊ मंडल प्रशासन ने मंडल क्षेत्र में पडऩे वाले 14 जिलों में सात बिजनेस समूह गठित किया है। जनसंपर्क अधिकारी महेश गुप्ता के अनुसार गोरखपुर, बस्ती, आनंदनगर, लखनऊ, सीतापुर, गोंडा और बहराइच को बिजनेस समूह बनाया गया है। गोरखपुर के वाणिज्य निरीक्षक डीके श्रीवास्तव, आनंदनगर के जितेंद्र कुमार तथा बस्ती के एसपी ङ्क्षसह को समूह प्रभारी नियुक्त किया गया है। 


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