Navratri 2020: गोरखनाथ मंदिर में मां ब्रह्मचारिणी की आराधना कर लखनऊ रवाना होंगे सीएम योगी आदित्यनाथ
Navratri 2020 मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रविवार को गोरखनाथ मंदिर में मां ब्रह्मचारिणी की आराधना कर लखनऊ के लिए रवाना होंगे। लखनऊ रवाना होने से पहले योगी मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. जेपी पांडेय सहित कुछ गण्यमान्य लोगों से मुलाकात भी करेंगे।
गोरखपुर, जेएनएन। दो दिवसीय दौरे पर शनिवार को गोरखपुर पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रविवार की दोपहर लखनऊ के लिए रवाना होंगे। इससे पहले वह सुबह गोरखनाथ मंदिर स्थित अपने आवास के शक्तिपीठ में मां भगवती के दूसरे स्वरूप मां ब्रह्मचारिणी की आराधना करेंगे। मुख्यमंत्री रविवार की सुबह गुरु गोरखनाथ और ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ की पूजा-अर्चना करने के बाद गो-सेवा के लिए कुछ समय गोशाला में भी रहेंगे। लखनऊ रवाना होने से पहले योगी मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. जेपी पांडेय सहित कुछ गण्यमान्य लोगों से मुलाकात भी करेंगे।
देवी मंदिरों और शक्तिपीठों में उमड़े श्रद्धालु
कोविड संक्रमण के दौर से गुजर रहे लोगों के लिए इस बार के नवरात्र की शुरुआत का अनुभव कुछ अलग और विशेष रहा। चैत्र नवरात्र में मंदिर तक न पहुंच पाने की कसक श्रद्धालुओं ने शारदीय नवरात्र के पहले ही दिन निकाली। बड़े सबेरे से ही बड़ी संख्या में श्रद्धालु देवी मंदिरों और शक्तिपीठों में पहुंच गए और पूरे विधि-विधान से मां आदि शक्ति की आराधना की। इसे लेकर श्रद्धालुओं का उत्साह देखने लायक था। श्रद्धालुओं ने कोरोना से मुक्ति दिलाने की मां आदिशक्ति से प्रार्थना की।
देवी के नौ स्वरूपों की उपासना के लिए संकल्पबद्ध बहुत से श्रद्धालुओं ने जहां घरों में कलश स्थापना की, वहीं दुर्गा पंडालों व मंदिरों में भी कलश स्थापित कर मां की स्तुति का सिलसिला शुरु हुआ। इसी के साथ श्रद्धालुओं का नौ दिन का उपवास भी शुरू हो गया। नवरात्र की प्रतिपदा और अष्टमी का व्रत रखने वाले देवीभक्तों ने भी शनिवार को उपवास रखा। कोरोना काल में घरों से लेकर देवी मंदिरों तक मंत्रोच्चार की गूंज और धार्मिक परिसरों की आकर्षक सज्जा से वातावरण में बदलाव की झलक दिखने को मिली।
ब्रह्म मुहूर्त में ही मां के दर्शन को पहुंचे श्रद्धालु
नवरात्र के पहले दिन ब्रह्म मुहूर्त से ही देवी मंदिरों और शक्तिपीठों पर श्रद्धालुओं के पहुंचने का सिलसिला शुरु हो गया। मंदिर पहुंच भक्तों ने भगवती की आरती उतारी और मत्था टेककर मंगल कामना की। पूरे दिन मंदिरों पर मां का जयघोष गूंजता रहा। पुरोहित ने वैदिक मंत्रोच्चार के साथ शुभ मुहूर्त में घरों, पंडालों एवं देवी मंदिरों में कलश स्थापित किए। पहले दिन मां के प्रथम स्वरुप मां शैलपुत्री की आराधना की गई। माता भगवती की पूजा-अर्चना का सिलसिला देर शाम तक जारी रहा।
यहां विशेष रूप से उमड़े श्रद्धालु
जिन देवी मंदिरों में श्रद्धालु सर्वाधिक की सर्वाधिक भीड़ देखने को मिली, उनमें गोलघर व दाउदपुर काली मंदिर, बगहा बाबा दुर्गा मंदिर, शाहपुर काली मंदिर, मेडिकल कॉलेज रोड मां विंध्यवासिनी मंदिर, बुढ़िया माता मंदिर, तरकुलहा देवी मंदिर, जाफरा बाजार स्थित शीतला माता मंदिर, चैरहिया गोला स्थित शीतला माता मंदिर, जटाशंकर स्थित दुर्गा माता मंदिर, कालीबाड़ी आदि शामिल रहे। इन मंदिरों में पहुंचकर श्रद्धालुओं ने मां को चुनरी चढ़ाई, नारियल फोड़ा और कपूर-अगरबत्ती जलाकर आरती उतारी।