गोरखपुर में राष्ट्रीय वेबीनार की तैयारियां पूरी, सीएम करेंगे उदघाटन Gorakhpur News
वेबीनार में विश्वविद्यालय और प्रदेश के नियोजन विभाग के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित होने वाले वेबिनार में पांच सेक्टरों के माध्यम से पूर्वांचल के विकास की रूपरेखा खींचने के अलावा इसको पूरी तरह स्वस्थ बनाने की योजना पर भी मंथन होगा।
गोरखपुर, जेएनएन। पूर्वांचल के विकास का खाका खींचने के लिए दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय में 10 दिसंबर से शुरू होने वाले तीन दिवसीय राष्ट्रीय वेबिनार-सह-सेमिनार की तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी हैं। विश्वविद्यालय और प्रदेश के नियोजन विभाग के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित होने वाले वेबिनार में पांच सेक्टरों के माध्यम से पूर्वांचल के विकास की रूपरेखा खींचने के अलावा इसको पूरी तरह स्वस्थ बनाने की योजना पर भी मंथन होगा। साथ ही वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट (ओडीओपी) के जरिये पूर्वांचल में औद्योगिक विकास का खाका भी खींचा जाएगा। राष्ट्रीय वेबिनार व संगोष्ठी का उद्घाटन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ करेंगे
पांच सेक्टरों से जुड़े मुद्दों पर होगी चर्चा
पांच सेक्टरों से जुड़े मुद्दों पर चर्चा गोरखपुर विश्वविद्यालय में निर्धारित विभिन्न स्थानों पर की जाएगी, जबकि स्वास्थ्य पर चर्चा का स्थान एम्स रहेगा। इस चर्चा में एम्स और प्रदेश के सभी मेडिकल कालेजों के मशहूर चिकित्सक हिस्सा लेंगे। इस दौरान गोरखपुर एम्स की देखरेख में प्रदेश के सभी मेडिकल कालेजों को जोड़कर एक नेटवर्क तैयार किया जाएगा। इसमें हर बीमारी और इलाज के सूचकांक दर्ज किए जाएंगे, ताकि गांवों और कस्बों के अस्पतालों में भी लोगों को बेहतर से बेहतर इलाज की सुविधा मुहैया कराई जा सके।
जल संरक्षण से तलाशेंगे आर्थिक विकास का रास्ता
वेबिनार-सह-सेमिनार में जिन पांच सेक्टरों से जुड़े मुद्दों पर मंथन होना है, उनमें जल सेक्टर भी एक है। इस सेक्टर के माध्यम से पूर्वांचल के सामाजिक व आर्थिक विकास की रूपरेखा तैयार की जाएगी। दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. राजेश सिंह ने बताया कि पूर्वांचल में आजीविका का मुख्य स्रोत कृषि है। इसके लिए किसानों की बारिश पर निर्भरता रहती है। इसे देखते हुए संगोष्ठी में जल संचयन के तरीकों और कम से कम पानी में अ'छी फसल उगाने पर विस्तार से चर्चा होगी।
कुलपति ने बताया कि 12 दिसंबर तक चलने वाले सेमिनार में जल सेक्टर के लिए नौ तकनीकी सत्रों का आयोजन किया जाएगा। इनमें तीन सत्र 'सतही जल प्रबंधन और स्थिरताÓ, दो सत्र 'भूजल: सामाजिक आर्थिक विकास के लिए मात्रा, पहुंच और गुणवत्ता पर होगा। दो सत्रों में 'जल संसाधन प्रबंधन और जल उपयोग दक्षता: ग्रामीण विकास और 'शहरी विकास के लिए पानी की आपूर्ति पर पर मंत्री, जल संरक्षण से जुड़े विशेषज्ञ मंथन करेंगे।
सजाया-संवारा जा रहा दीक्षा भवन
आयोजन के लिए गोरखपुर विश्वविद्यालय के दीक्षा भवन को सजाया-संवारा जा रहा है। 10 दिसंबर की शाम इसका उद्घाटन होना है। दीक्षा भवन की सीटें भी सजाई जा रही है। उन पर केसरिया रंग का कवर चढ़ाया जा रहा है। भवन के हाल को नया और सुंदर स्वरूप देने की कोशिश की जा रही है।
उद्घाटन में सीएम, समापन में रहेंगे केंद्रीय आयुष मंत्री
राष्ट्रीय वेबिनार व संगोष्ठी का उद्घाटन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ करेंगे और समापन सत्र में केंद्रीय आयुष मंत्री स्वतंत्र प्रभार श्रीपद यशोनाइक की मौजूदगी रहेगी। आयोजन में हिस्सा लेने के लिए मुख्यमंत्री बुधवार को गोरखपुर पहुंच रहे हैं।