सीएम ने गोरखपुर की नर्वदा से की बात, कहा-समूह की महिलाओं को भी मिलेगा मनरेगा में काम Gorakhpur News
धनराशि ट्रांसफर करने के बाद नर्वदा से बातचीत में मुख्यमंत्री ने बधाई देते हुए पूछा कि पोषाहार वितरण का काम कैसे करती हैं? जवाब में नर्वदा ने कहा कि सूत के झोले में पैक कर उसका वितरण कराया जाता है।
गोरखपुर, जेएनएन। उत्तर प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन (एनआरएलएम) के अंतर्गत गठित स्वयं सहायता समूहों की महिलाएं भी मनरेगा में रोजगार प्राप्त कर सकेंगी। मुख्यमंत्री ने इसपर सहमति जतायी। लखनऊ से स्वयं सहायता समूहों के खाते में डिजिटली धनराशि ट्रांसफर करने के कार्यक्रम में गोरखपुर की नर्वदा ने मुख्यमंत्री के सामने यह बात उठायी थी। एनआइसी भवन में उपस्थित खजनी के ग्राम औजी निवासी नर्वदा को मुख्यमंत्री से बात करने का मौका मिला था। मुख्यमंत्री ने कहा है कि जिलाधिकारी एवं मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) स्वयं सहायता समूहों के साथ मिलकर इस संबंध में कार्ययोजना तैयार करेंगे।
धनराशि ट्रांसफर करने के बाद नर्वदा से बातचीत में मुख्यमंत्री ने बधाई देते हुए पूछा कि पोषाहार वितरण का काम कैसे करती हैं? जवाब में नर्वदा ने कहा कि सूत के झोले में पैक कर उसका वितरण कराया जाता है। मुख्यमंत्री की अगला सवाल सभी को पोषाहार मिलने से जुड़ा था, जिसका लक्ष्मी प्रेरणा स्वयं सहायता समूह से जुड़ीं नर्वदा ने हां में उत्तर दिया। अगले सवाल के जवाब में समूह में महिलाओं की संख्या 15 बतायी। लाभार्थी से समूह के अन्य कार्यों के बारे में भी प्रदेश के मुखिया ने सवाल किया, जिसके जवाब में उसने बताया कि सिलाई-कढ़ाई का काम किया जाता है। अगला सवाल था कि ब'चों के यूनिफार्म सिलने को मिले थे, जवाब था हां। मुख्यमंत्री ने मास्क बनाने का प्रशिक्षण मिलने की बात पूछी, नर्वदा ने बताया कि प्रशिक्षण नहीं मिला है, इसे स्वयं से सीखा है। सीएम ने कहा कि अभी कई महीने मास्क पहनना पड़ेगा, इसलिए चाहे प्रशिक्षण लेकर या स्वयं सीखकर इसे बनाना अ'छा रहेगा। बातचीत के अंत में नर्वदा की ओर से मनरेगा में काम की अनुमति मांगने पर मुख्यमंत्री ने पूछा कि मनरेगा में क्या करेंगी जवाब में नर्वदा ने कहा कि मिट्टी सरपर रखकर सड़क के काम में सहयोग करेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि बिल्कुल कर सकती हैं। मुख्यमंत्री से बातचीत के बाद नर्वदा बहुत खुश थीं। उन्होंने बताया कि उनकी दो बेटियां व एक बेटा है। पति किराना स्टोर चलाते हैं। स्टोर स्वयं सहायता समूह की मदद से चलता है। मनरेगा में काम मिलने से निरक्षर महिलाओं को भी रोजगार मिलेगा।
काम को लेकर न करें झिझक
मुख्यमंत्री ने नर्वदा के बहाने सभी महिलाओं को संदेश दिया कि किसी भी काम को लेकर झिझक न रखें। मेहनत करने में संकोच न करें। यह महिला सशक्तीकरण का समय है। स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को करने के लिए बहुत कुछ है। गांवों में बन रहे सामुदायिक शौचालयों की देखरेख का जिम्मा भी उन्हें मिल रहा है। विवादित कोटे की दुकान भी समूह की महिलाओं के हवाले की जा रही है।
गोरखपुर के 2496 समूहों को मिली 12.30 करोड़ की सौगात
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पांच कालीदास मार्ग से प्रदेश की स्वयं सहायता समूहों के खाते में आनलाइन धनराशि ट्रांसफर की। इसमें गोरखपुर के 2496 समूहों को 12.30 करोड़ रुपये मिले हैं। इससे जिले की करीब 24 हजार महिलाओं को फायदा होगा। एनआइसी भवन में इस कार्यक्रम के दौरान जिलाधिकारी के. विजयेंद्र पाण्डियन, सीडीओ इंद्रजीत सिंह, उपायुक्त एनआरएलएम अवधेश राम आदि उपस्थित रहे। उपायुक्त ने बताया कि 811 समूहों को स्टार्टअप फंड के रूप में 20.26 लाख, 61 समूहो को ग्राम संगठन स्टार्टअप के रूप में रुपये, 690 समूहों को रिवाल्विंग फंड के रूप में 1.35 करोड़ रुपये, 718 स्वयं सहायता समूहो को सीआइआइ फंड के रूप में 7.90 करोड़ रुपये, चार समूहों को सीएलएफ स्टार्टअप फंड के रूप में 14 लाख रुपये, चार समूहों को एंश्योरेंस सपोर्ट फंड के रूप में 12 लाख रुपये, 24 समूहो को प्रोड्यूसर ग्रुप फंड के तहत 36 लाख रुपये, 28 समूहों को आजीविका फंड के तहत 56 लाख रुपये, 33 समूहों को प्रेरणा कृषि टूल बैंक के तहत 66 लाख रुपये, जोखिम निवारण निधि के अंतर्गत 86.30 लाख रुपये दिए गए।