सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा, स्वच्छ भारत से साकार होगी स्वस्थ भारत की परिकल्पना Gorakhpur News
गोरखपुर में आयोजित एक आनलाइन संगोष्ठी में सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि स्वच्छ भारत की परिकल्पना से साकार ही स्वस्थ्य भारत की परिकल्पना साकार होगी।
गोरखपुर, जेएनएन। साफ-सफाई केवल सरकार का काम नहीं बल्कि व्यक्ति, परिवार और समाज की भी जिम्मेदारी है। हर इकाई को इस अभियान के साथ जुड़ना होगा। समूह भाव से किया गए कार्य से न केवल बेहतर परिणाम मिलेगा बल्कि श्रेष्ठ जीवन का मार्ग भी प्रशस्त करेगा। स्वच्छ भारत से ही स्वस्थ्य भारत की परिकल्पना साकार हो सकेगी। यह महत्वपूर्ण बातें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महंत दिग्विजयनाथ व अवेद्यनाथ की पुण्यतिथि समारोह के तहत आयोजित हुई संगोष्ठी व ब्रह्मलीन महंत दिग्विजयनाथ व अवेद्यनाथ के पुण्यतिथि के अवसर पर आयोजित पुण्यतिथि समारोह के दूसरे दिन मंगलवार को आनलाइन संगोष्ठी को संबोधित करते हुए कहीं।
‘स्वच्छ भारत अभियान एवं हमारा स्वास्थ्य’ विषय पर आयोजित संगोष्ठी में उन्होंने कहा कि सरकार के स्वस्थ भारत मिशन से स्वस्थ्य और सुंदर समाज का निर्माण हो रहा है। मिशन के चलते ही वैश्विक महामारी कोरोना को भी नियंत्रित करने में हम सफल हो सके हैं।
स्वच्छता को अध्यात्मिकता से जोड़ते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत की ऋषि परंपरा से लेकर वर्तमान सरकार तक ने इसे जीवन का हिस्सा बनाने की कोशिश की है। महात्मा गांधी ने तो अपनी सम्पूर्ण कार्य पद्धति में स्वच्छता और संयम को महत्व दिया और इसके लिए जन-जन को प्रेरित किया। ऐसे में समाज को स्वच्छ बनाने में सभी को अपनी भूमिका सुनिश्चित करनी होगी तभी पूरा समाज स्वस्थ हो सकेगा।
महंतद्वय ने स्वच्छता को बनाया जीवन का ध्येय
मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वच्छ समाज समृद्ध राष्ट्र का आधार है, यही सोचकर महंतद्वय (दिग्विजयनाथ व अवेद्यनाथ) ने स्वच्छता को अपने जीवन का ध्येय बनाया। यही वजह है दोनों महंतों के जीवन दृष्टि में स्वच्छता और शुद्धता साफ तौर पर दिखाई देती है।
केंद्र व प्रदेश सरकार कर रही भागीरथ प्रयास
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि केंद्र व प्रदेश की सरकारें आज स्वच्छ भारत मिशन से एक समृद्ध व सशक्त भारत के निर्माण का भागीरथ प्रयास कर रही हैं। इस अभियान के तहत व्यक्तिगत और पारिवारिक जीवन में स्वच्छता के प्रयास के साथ-साथ खुले में शौच से समाज को मुक्त किया गया है। बीते महज छह वर्ष में 10 करोड़ से अधिक शौचालय का निर्माण कराया गया है, जो न केवल एक रिकार्ड है बल्कि स्वच्छता के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता का परिचायक भी है। इसके माध्यम से चर्मरोग और विषाणुजनित तमाम रोगों को नियंत्रित करने में सफलता हासिल हुई हैं। इंसेफ्लाइटिस जैसी महामारी पर विजय हासिल हो सकी है।