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साक्षात्‍कार : सीएम योगी आदित्‍यनाथ ने कहा, जनसहभागिता से उखाड़ फेकेंगे इंसेफ्लाइटिस Gorakhpur News

यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दैनिक जागरण से बातचीत में कहा कि पिछले चार दशक से पूर्वांचल के लिए नासूर बने इंसेफ्लाइटिस पर काबू पाया जा चुका है। अब मौतें बेहद कम हो गई हैं

By Pradeep SrivastavaEdited By: Published: Sun, 23 Jun 2019 08:52 AM (IST)Updated: Mon, 24 Jun 2019 04:31 PM (IST)
साक्षात्‍कार : सीएम योगी आदित्‍यनाथ ने कहा, जनसहभागिता से उखाड़ फेकेंगे इंसेफ्लाइटिस Gorakhpur News
साक्षात्‍कार : सीएम योगी आदित्‍यनाथ ने कहा, जनसहभागिता से उखाड़ फेकेंगे इंसेफ्लाइटिस Gorakhpur News

गोरखपुर, जितेंद्र त्रिपाठी/हेमन्त पाठक उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पिछले चार दशक से पूर्वांचल के लिए नासूर बने इंसेफ्लाइटिस पर काबू पाया जा चुका है। पहले की तुलना में मौतें बेहद कम हो गई हैं। हम बीमारी का खात्मा करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। जनसहभागिता से इसे उखाड़ फेकेंगे। मुख्यमंत्री गोरखनाथ मंदिर परिसर स्थित अपने आवास पर जागरण से खास बातचीत कर रहे थे।

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पिछली सरकारों ने गंभीर प्रयास नहीं किए

उन्होंने कहा कि पहले की सरकारों ने इंसेफ्लाइटिस के खात्मे के लिए कभी गंभीर प्रयास नहीं किए। वजह कि महामारी की जद में ज्यादातर गरीब परिवारों के बच्‍चे आते थे। हमने गरीबों की आवाज सुनी, उनके दर्द को महसूस किया। जब हम विपक्ष में थे, वर्षों तक लगातार इस मुद्दे को लेकर सड़क पर उतरे, आंदोलन किया तो संसद में भी मजबूती से आवाज उठाई।

हमने उच्‍च प्राथमिकता में शामिल किया

सीएम ने कहा कि जब प्रदेश में भाजपा की सरकार बनी तो पूर्वांचल से इंसेफ्लाइटिस के खात्मे को सरकार की उच्‍च प्राथमिकताओं में शामिल किया। जमीनी तौर पर इससे निपटने की कोशिशें शुरू कीं। नतीजा सकारात्मक रहा। जिस बीमारी ने साल 2017 में  556 जानें ली थीं, 2018 में मौतों की तादाद घटकर एक-तिहाई से भी कम रह गई।

टीकाकरण से खत्‍म किया जापानी इंसेफ्लाइटिस

मुख्यमंत्री ने कहा पूर्वांचल में दो तरह का इंसेफ्लाइटिस कहर बरपाता था। एक मच्‍छरों से फैलने वाला जापानी इंसेफ्लाइटिस जबकि दूसरा दूषित जल से होने वाली जलजनित बीमारी। बीमारी की वजह मच्‍छर, गंदगी, दूषित जल, कुपोषण आदि है। टीकाकरण से जापानी इंसेफ्लाइटिस लगभग खत्म हो चुका है। लोगों को मच्‍छरों से बचाने, साफ-सफाई, स्वच्‍छ पेयजल के इस्तेमाल के लिए प्रेरित करने, बच्‍चों को पुष्टाहार देने व बेहतर इलाज के लिए विभिन्न सरकारी विभागों को साथ मिलाकर योजना बनाई गई।


बीआरडी को अत्याधुनिक संसाधनों से लैस किया

बीआरडी मेडिकल कालेज के वार्डों को वेंटीलेटर व अन्य अत्याधुनिक संसाधनों से लैस किया गया। इंसेफ्लाइटिस ट्रीटमेंट सेंटर खोले गए। चिकित्सकों व स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों को लगातार प्रशिक्षण दिया गया। कोशिशें कामयाब हुईं और बीमारी अब नियंत्रण में है। इस साल भी प्रशिक्षण, लोगों को जागरूक करने, मरीजों को समय से सही इलाज उपलब्ध कराने के लिए अभियान शुरू किया जा चुका है। सरकार अपनी तरफ से पूरा प्रयास कर रही है। वह दिन दूर नहीं जब यह बीमारी बीते दिनों की बात होगी।

गोरखपुर में नया एयरपोर्ट पर विचार

गोरखपुर में एम्स की चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि जुलाई महीने से एमबीबीएस में प्रवेश की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। करीब एक साल में भवन आदि का निर्माण पूरा कर लिया जाएगा। अनेक फोरलेन व हवाई सेवाओं के जरिए गोरखपुर व पूर्वांचल को जोडऩे की वृहद योजना चल रही है। गोरखपुर में नया एयरपोर्ट खोलने पर भी विचार किया जा रहा है। जमीन मिलने पर यह काम शुरू किया जाएगा।
सभी फोटो - अभिनव राजन चतुर्वेदी

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