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गाेरखपुर में सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा, भाईजी ने धर्म के मर्म को समझाया

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि गृहस्थ हो या संत उसे कैसा जीवन जीना चाहिए वह मार्ग हनुमान प्रसाद पोद्दार (भाईजी) ने सदैव अपने व्यक्तित्व व कृतित्व के माध्यम से प्रस्तुत किया। मुख्यमंत्री गीता वाटिका में आयोजित श्रद्धार्चन समारोह को संबोधित कर रहे थे।

By Rahul SrivastavaEdited By: Published: Mon, 04 Oct 2021 05:30 PM (IST)Updated: Mon, 04 Oct 2021 05:30 PM (IST)
गाेरखपुर में सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा, भाईजी ने धर्म के मर्म को समझाया
हनुमान प्रसाद पोद्धार भाईजी की जयंती पर गीता वाटिका में आयोजित कार्यक्रम में उपस्थित मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ। जागरण

गोरखपुर, जागरण संवाददाता : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि गृहस्थ हो या संत, उसे कैसा जीवन जीना चाहिए, वह मार्ग हनुमान प्रसाद पोद्दार (भाईजी) ने सदैव अपने व्यक्तित्व व कृतित्व के माध्यम से प्रस्तुत किया। उन्हें इस दुनिया से गए 50 वर्ष हो गए। इन वर्षों में उनके जैसा कोई दूसरा व्यक्तित्व सामने नहीं आया, जो हर तरह के साहित्य का सृजन कर सके। वह गृहस्थ संत थे। यदि मनुष्य पूरी सद्भावना के साथ अपने कर्तव्यों का पालन करता है तो उसके लिए गृहस्थ व संत का भेद नहीं रह जाता। भाईजी इसके उदाहरण हैं।

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गीता वाटिका में श्रद्धार्चन समारोह को संबोधित कर रहे मुख्यमंत्री

मुख्यमंत्री, भाईजी हनुमान प्रसाद पोद्दार की 129वीं जयंती पर गीता वाटिका में आयोजित श्रद्धार्चन समारोह को बतौर अध्यक्ष संबोधित कर रहे थे। इससे पूर्व उन्होंने भाईजी को श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा कि भाईजी ने धर्म के मर्म को समझा और समझाया भी। साहित्य साधना के माध्यम से सभी क्षेत्रों में कार्य किया। कोई ऐसा क्षेत्र नहीं है, जहां उन्हें श्रद्धा पूर्वक स्मरण न किया जाता हो। 'कल्याण' के आदि संपादक होने के साथ ही उन्होंने उसे घर-घर पहुंचाने का कार्य किया और उसके माध्यम से धर्म के गूढ़ रहस्यों को आमजन की भाषा में जन-जन तक पहुंचाया। उन्होंने कल्याण को आजादी की लड़ाई का माध्यम बनाने में भी संकोच नहीं किया। इसे लेकर सरकार उन पर लगातार दृष्टि रख रही थी, लेकिन माता व मातृभूमि के प्रति एक नागरिक का क्या कर्तव्य है, उसे वह आमजन को बताते रहे। सनातन धर्म के प्रचार के अलावा बीमार लोगों की सेवा की। क्रांतिकारी गतिविधियों को आगे बढ़ाया। आजादी के अमृत महोत्सव में उन्हें याद करना और भी प्रासंगिक है।

इन्होंने भाईजी को अर्पित की भावांजलि

वृंदावन से आए कथाव्यास अच्युतलाल भट्ट, निदेशक, शोध एवं प्रशासन, भारतीय इतिहास अनुसंधान परिषद डा. ओम उपाध्याय, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के गोरक्ष प्रांत के प्रचारक सुभाष, दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के ललित कला एवं संगीत विभाग की अध्यक्ष प्रो. ऊषा सिंह व इतिहास विभाग के प्रो. हिमांशु चतुर्वेदी ने भी भाईजी को भावांजलि अर्पित की। संचालन प्रसून मल्ल ने किया। हनुमान प्रसाद पोद्दार स्मारक समिति के संयुक्त सचिव रसेंदु फोगला ने स्वागत व सचिव उमेश कुमार सिंहानिया ने आभार प्रकट किया। इस अवसर पर सांसद रविकिशन सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री ने की समाधि की परिक्रमा

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भाईजी के समाधि पर पुष्पांजलि अर्पित कर परिक्रमा की। इसके बाद उन्होंने राधा बाबा का दर्शन किया। समाधि स्थल, राधा बाबा का मंदिर व पूरा परिसर फूलों व दीपों से सजाया गया था।


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