सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा- देश मजबूत होगा तो सब मजबूत होंगे
योगी ने कहा देश की आन मान शान की रक्षा के लिए हमें हमारे राष्ट्रधर्म का पालन करना होगा। राष्ट्र धर्म के पालन का अर्थ है कि हम भेदभाव से ऊपर उठकर देश को मजबूत बनाएं।
गोरखपुर, जेएनएन। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि देश की आन, मान, शान की रक्षा के लिए हमें हमारे राष्ट्रधर्म का पालन करना होगा। राष्ट्र धर्म के पालन का अर्थ है कि हम भेदभाव से ऊपर उठकर देश हित मे कार्य करते हुए देश को मजबूत बनाएं। देश मजबूत होगा तभी हम मजबूत होंगे।
मुख्यमंत्री गुरुवार की सुबह होली के अवसर पर घंटाघर में भगवान नरसिंह की शोभायात्रा को रवाना करने से पहले उपस्थित लोगों को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने उपस्थित लोगों पर फूल बरसा एवं अबीर-गुलाल उड़ाकर होली की शुभकामनाएं दी।
योगी ने कहा कि यह देश के लिए सर्वस्व न्योछावर करने वाले वीर जवानों को शत-शत नमन करने का अवसर है। साथ ही यह उत्साह का भी अवसर है। इस देश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पिछले पौने पांच वर्षों में जो योजनाएं चलाई गई, उससे भारत समृद्ध बना है। पूरी दुनिया में एक महाशक्ति के रूप में स्थापित हुआ है। देश की सामरिक ताकत इस हद तक मजबूत हुई है कि हम दुश्मन की आंख में आंख मिला कर उनका जवाब दे रहे हैं।
उन्होंने कहा कि व्यक्तिगत जीवन, सार्वजनिक जीवन व राष्ट्र जीवन का अपना-अपना महत्व है। हम सभी को आपसी सद्भाव बना कर मतभेदों को दूर करते हुए देश को परम वैभव तक पहुंचाना होगा। आज इस देश को विश्व गुरु बनाने का सपना साकार होता दिख रहा है। यह पर्व हमें यह प्रेरणा देने आया है कि उत्साह के साथ सतर्कता की भी जरूरत है। विभाजनकारी ताकतें कभी हिरण्यकश्यप के रूप में होती हैं, तो कभी रावणी व कंस की शक्तियों के रूप में लेकिन, हमें अपने जीवन में भेदभाव से ऊपर उठकर कार्य करना होगा। तभी विभाजन कारी शक्तियों को जवाब दे सकेंगे।
देश को अपने मजबूत नेतृत्व व वीर जवानों का आभार व्यक्त करना चाहिए कि हम सुरक्षित तरीके से अपने पर्व व तत्योहार मना रहे हैं। मुख्यमंत्री ने सीमा पार आतंकी कैंपों पर हुए सर्जिकल स्ट्राइक का जिक्र करते हुए कहा कि हम देश का सर नहीं झुकने देंगे। उन्होंने कुंभ की भव्यता का भी वर्णन किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि व्यक्ति कितना भी बड़ा और ताकतवर क्यों ना हो अगर अधर्मी है तो उसका विनाश जरूर होता है। उद्बोधन के बाद उन्होंने भगवान नरसिंह की आरती की और शोभा यात्रा को रवाना किया।