गोरखपुर को दो विद्युत वितरण उपकेंद्रों का तोहफा, सीएम योगी आदित्यनाथ ने दी मंजूरी
गोरखपुर में बिजली की मांग को देखते हुए मुख्यमंत्री ने नए उपकेंद्रों की स्थापना के निर्देश दिए थे। अब खोराबार में 220 केवी के पारेषण उपकेंद्र के लिए जमीन मिल गई है। निर्माण के लिए बजट जल्द जारी होने की उम्मीद है।
दुर्गेश त्रिपाठी, गोरखपुर। गोरखपुर को निर्बाध बिजली आपूर्ति में अगले कई साल तक बाधा नहीं आने वाली है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शहर की बिजली व्यवस्था को और मजबूत बनाने के लिए 220 केवी के एक पारेषण और 33 हजार की क्षमता के दो वितरण उपकेंद्रों की स्थापना को हरी झंडी दे दी है।
शहर का विस्तार होने के साथ ही नई-नई परियोजनाओं के कारण बिजली की मांग लगातार बढ़ती जा रही है। फर्टिलाइजर, अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, चिडिय़ाघर, होटल, माल, रेस्टोरेंट के साथ ही मेट्रो को भी स्वीकृति मिल गई है। आने वाले कुछ वर्षों में बिजली की मांग को देखते हुए मुख्यमंत्री ने नए उपकेंद्रों की स्थापना के निर्देश दिए थे। अब खोराबार में 220 केवी के पारेषण उपकेंद्र के लिए जमीन मिल गई है। निर्माण के लिए बजट जल्द जारी होने की उम्मीद है।
बिछिया और दिव्यनगर में खत्म होगी बिजली की आवाजाही
बिछिया और दिव्यनगर इलाके का तेजी से विस्तार हो रहा है। बिछिया को अभी मोहद्दीपुर और दिव्यनगर को खोराबार उपकेंद्र से आपूर्ति दी जाती है। ज्यादा दूरी से आपूर्ति के कारण दोनों इलाकों में लो वोल्टेज की समस्या बनी रहती है। कोई गड़बड़ी होने पर सुधार के लिए कर्मचारी भी काफी देर बाद पहुंचते हैं। मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद जिला प्रशासन के अफसरों ने दोनों उपकेंद्रों के लिए जमीन की तलाश शुरू कर दी है।
मोतीराम अड्डा का लोड कम होगा
शहर को बरहुआ और मोतीराम अड्डा पारेषण उपकेंद्रों से आपूर्ति दी जाती है। खोराबार में पारेषण उपकेंद्र बनने के बाद 400 केवी पारेषण उपकेंद्र मोतीराम अड्डा का लोड कम हो जाएगा।
पारेषण उपकेंद्र के लिए खोराबार में जमीन मिल गई है। बिछिया और दिव्यनगर में उपकेंद्रों के लिए जमीन की तलाश शुरू हो गई है। भविष्य की जरूरतों को ध्यान में रखकर तैयारी की जा रही है। - देवेंद्र सिंह, मुख्य अभियंता