नवरात्र पर मुख्यमंत्री योगी ने की मां ब्रह्माचारिणी की आराधना
मुख्यमंत्री नवरात्र पर अधिकारियों को सुरक्षा के कड़े इंतजाम करने का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा कि कहीं पर किसी तरह की गड़बड़ी नहीं होनी चाहिए।
By Edited By: Published: Fri, 12 Oct 2018 09:27 AM (IST)Updated: Fri, 12 Oct 2018 09:27 AM (IST)
गोरखपुर (जेएनएन)। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शारदीय नवरात्र पर प्रदेशवासियों से अपील की है कि वह इस पर्व को आपसी सौहार्द बनाकर पवित्रता के माहौल में आस्था के साथ मनाएं। उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार ने नवरात्र और विजयादशमी के मद्देनजर सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं।
उन्होंने अपने आवास में स्थापित शक्तिपीठ में मां दुर्गा के द्वितीय स्वरूप मां ब्रह्माचारिणी की आनुष्ठानिक आराधना की। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि भारत के सनातन धर्म हिंदू संस्कृति परंपरा में पर्व और त्योहारों की लंबी श्रृंखला है। इनमें नवरात्र का अपना विशेष महत्व है। इस पर्व को वर्ष में दो बार मनाया जाता है। नौ दिन मां भगवती के विभिन्न रूपों की आराधना की जाती है। प्रदेश में यह त्योहार सुरक्षित ढंग से भव्यता के साथ सम्पन्न हो, इसे लेकर तैयारी पूरी कर ली गई है।
सभी जिलों के जिला प्रशासन को पूजा-पंडाल की सुरक्षा, सफाई, पेयजल आपूर्ति और बिजली की आपूर्ति सुनिश्चित करने के निर्देश दे दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि रामलीला के आयोजनों को देखते हुए उनके आयोजकों से बातचीत कर सुविधा और सुरक्षा देने का निर्देश भी दे दिया गया है। मुख्यमंत्री ने बताया कि दुर्गा प्रतिमाओं के विसर्जन के दौरान जरूरी इंतजाम और सुरक्षा प्रदान की जाएगी। संवेदनशील और अति संवेदनशील पंडालों पर एएसपी और एडीएम स्तर के अधिकारी निगरानी रखेंगे। अन्य स्थानों पर उप जिला मजिस्ट्रेट और डिप्टी एसपी स्तर के अधिकारी आस्था का सम्मान करते हुए आयोजकों और श्रद्धालुओं को सुविधा प्रदान करेंगे। त्योहार में कहीं से कोई गड़बड़ी नहीं होने दी जाएगी। सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं।
मुख्यमंत्री योगी ने की मां ब्रह्माचारिणी की आराधना
शारदीय नवरात्र के दूसरे दिन गुरुवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखनाथ मंदिर में अपने दोहरे दायित्व का निर्वहन किया। बतौर गोरक्षपीठाधीश्वर अपने आवास में स्थापित शक्तिपीठ में मां दुर्गा के द्वितीय स्वरूप मां ब्रह्माचारिणी की आनुष्ठानिक आराधना की। साथ ही मुख्यमंत्री पद के दायित्व का निर्वहन करते हुए सरकार के कामकाज पर भी नजर रखी। नवरात्र पूजा के लिए मुख्यमंत्री गुरुवार की सुबह चार बजे स्नान-ध्यान के बाद शक्तिपीठ पहुंचे और पूजा-अर्चना की। यह सिलसिला 5:30 बजे तक चला। आराधना के दूसरे चरण में शाम चार बजे दुर्गासप्तशती का पाठ हुआ। जिसे प्रधान पुरोहित वेदाचार्य रामानुज त्रिपाठी वैदिक, डॉ. अरविंद चतुर्वेदी, दिग्विजय शुक्ल, रोहित मिश्र, पुरुषोत्तम चौबे, नित्यानंद, विवेक पांडेय, शुभम, शशांक सहित 11 पुरोहित और 75 वेदपाठियों द्वारा सम्पन्न कराया गया। इस आनुष्ठानिक कार्यक्रम में भी मुख्यमंत्री योगी शामिल हुए। अंत में आरती का सस्वर गायन हुआ। क्षमा प्रार्थना के बाद देर शाम नवरात्र के दूसरे दिन की पूजा सम्पन्न हुई। उधर मंदिर के प्रधान पुजारी योगी कमलनाथ ने गुरु गोरक्षनाथ मंदिर में श्रीनाथ जी की पूजा-अर्चना की।
सुबह से चलता रहा मिलने-मिलाने का सिलसिला
नवरात्र के दूसरे दिन गुरुवार को मुख्यमंत्री परंपरा के अनुसार आवास से तो नहीं निकले लेकिन लोगों से मिलने-मिलाने का सिलसिला सुबह से शाम तक चलता रहा। इस दौरान वह अधिकारियों को बुलाकर सरकारी कामकाज का ब्यौरा लेते रहे और अन्य इच्छुक लोगों से मिलकर उन्हें आशीर्वाद भी देते रहे।
उन्होंने अपने आवास में स्थापित शक्तिपीठ में मां दुर्गा के द्वितीय स्वरूप मां ब्रह्माचारिणी की आनुष्ठानिक आराधना की। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि भारत के सनातन धर्म हिंदू संस्कृति परंपरा में पर्व और त्योहारों की लंबी श्रृंखला है। इनमें नवरात्र का अपना विशेष महत्व है। इस पर्व को वर्ष में दो बार मनाया जाता है। नौ दिन मां भगवती के विभिन्न रूपों की आराधना की जाती है। प्रदेश में यह त्योहार सुरक्षित ढंग से भव्यता के साथ सम्पन्न हो, इसे लेकर तैयारी पूरी कर ली गई है।
सभी जिलों के जिला प्रशासन को पूजा-पंडाल की सुरक्षा, सफाई, पेयजल आपूर्ति और बिजली की आपूर्ति सुनिश्चित करने के निर्देश दे दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि रामलीला के आयोजनों को देखते हुए उनके आयोजकों से बातचीत कर सुविधा और सुरक्षा देने का निर्देश भी दे दिया गया है। मुख्यमंत्री ने बताया कि दुर्गा प्रतिमाओं के विसर्जन के दौरान जरूरी इंतजाम और सुरक्षा प्रदान की जाएगी। संवेदनशील और अति संवेदनशील पंडालों पर एएसपी और एडीएम स्तर के अधिकारी निगरानी रखेंगे। अन्य स्थानों पर उप जिला मजिस्ट्रेट और डिप्टी एसपी स्तर के अधिकारी आस्था का सम्मान करते हुए आयोजकों और श्रद्धालुओं को सुविधा प्रदान करेंगे। त्योहार में कहीं से कोई गड़बड़ी नहीं होने दी जाएगी। सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं।
मुख्यमंत्री योगी ने की मां ब्रह्माचारिणी की आराधना
शारदीय नवरात्र के दूसरे दिन गुरुवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखनाथ मंदिर में अपने दोहरे दायित्व का निर्वहन किया। बतौर गोरक्षपीठाधीश्वर अपने आवास में स्थापित शक्तिपीठ में मां दुर्गा के द्वितीय स्वरूप मां ब्रह्माचारिणी की आनुष्ठानिक आराधना की। साथ ही मुख्यमंत्री पद के दायित्व का निर्वहन करते हुए सरकार के कामकाज पर भी नजर रखी। नवरात्र पूजा के लिए मुख्यमंत्री गुरुवार की सुबह चार बजे स्नान-ध्यान के बाद शक्तिपीठ पहुंचे और पूजा-अर्चना की। यह सिलसिला 5:30 बजे तक चला। आराधना के दूसरे चरण में शाम चार बजे दुर्गासप्तशती का पाठ हुआ। जिसे प्रधान पुरोहित वेदाचार्य रामानुज त्रिपाठी वैदिक, डॉ. अरविंद चतुर्वेदी, दिग्विजय शुक्ल, रोहित मिश्र, पुरुषोत्तम चौबे, नित्यानंद, विवेक पांडेय, शुभम, शशांक सहित 11 पुरोहित और 75 वेदपाठियों द्वारा सम्पन्न कराया गया। इस आनुष्ठानिक कार्यक्रम में भी मुख्यमंत्री योगी शामिल हुए। अंत में आरती का सस्वर गायन हुआ। क्षमा प्रार्थना के बाद देर शाम नवरात्र के दूसरे दिन की पूजा सम्पन्न हुई। उधर मंदिर के प्रधान पुजारी योगी कमलनाथ ने गुरु गोरक्षनाथ मंदिर में श्रीनाथ जी की पूजा-अर्चना की।
सुबह से चलता रहा मिलने-मिलाने का सिलसिला
नवरात्र के दूसरे दिन गुरुवार को मुख्यमंत्री परंपरा के अनुसार आवास से तो नहीं निकले लेकिन लोगों से मिलने-मिलाने का सिलसिला सुबह से शाम तक चलता रहा। इस दौरान वह अधिकारियों को बुलाकर सरकारी कामकाज का ब्यौरा लेते रहे और अन्य इच्छुक लोगों से मिलकर उन्हें आशीर्वाद भी देते रहे।
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