गोरखपुर चिडि़याघर में बच्चों को मिलेगा निश्शुल्क प्रवेश, उपहार भी मिलेगा Gorakhpur News
गोरखपुर में चिडिय़ाघर में आने वाले छह साल तक के बच्चों को निश्शुल्क प्रवेश मिलेगा। इतना ही प्राणि उद्यान की ब्रांडिंग करने के लिए उन्होंने उपहार भी दिए जाएंगे। छात्रों को भी चिडिय़ाघर में प्रवेश पर रियायत और उपहार देने का निर्णय लिया गया है।
गोरखपुर, जेएनएन। शहीद अशफाक उल्लाह खां प्राणि उद्यान (चिडिय़ाघर) में आने वाले छह साल तक के बच्चों को निश्शुल्क प्रवेश मिलेगा। इतना ही प्राणि उद्यान की ब्रांडिंग करने के लिए उन्होंने उपहार भी दिए जाएंगे। छात्रों को भी चिडिय़ाघर में प्रवेश पर रियायत और उपहार देने का निर्णय लिया गया है। हालांकि टिकटों के दर का निर्धारण अभी नहीं किया गया है।
बैठक में लिया गया निर्णय
लखनऊ से आए प्रधान मुख्य वन संरक्षक वन्यजीव पवन शर्मा की अध्यक्षता में चिडिय़ाघर परिसर में हुई बैठक में ये फैसले लिए गए। इस बैठक में जिलाधिकारी के. विजयेंद्र पांडियन के अलावा चिडिय़ाघर के निदेशक डा. एच राजामोहन, डीएफओ अविनाश कुमार और पशु चिकित्साधिकारी डा. योगेश प्रताप सिंह सहित कई अधिकारी मौजूद थे। बैठक में प्रवेश शुल्क, वाहन पार्किंग शुल्क तथा 7-डी थिएटर का शुल्क निर्धारण करने को लेकर चर्चा की गई। बैठक में छह साल तक के बच्चों और छात्रों को चिडिय़ाघर की ब्रांडिंग के लिए पेंसिल, कापी और वन्यजीवों के बारे में जानकारी देने वाले साहित्य उपहार में देने का निर्णय लिया गया है। प्राणि उद्यान की सुरक्षा व्यवस्था और परिसर में खुलने वाले एक जिला एक उत्पाद के काउंटर की व्यवस्था को लेकर विचार-विमर्श किया गया।
लाए गए वन्यजीवों का जाना हाल
बैठक के दौरान प्रधान मुख्य वन संरक्षक वन्यजीव ने चिडिय़ाघर के अधिकारियों से अभी तक लाए गए वन्यजीवों का हाल जाना। बाद में उन्होंने वन्यजीवों के बाड़ों का निरीक्षण भी किया। साथ ही लोकार्पण को लेकर चल रही तैयारियों की समीक्षा भी की। इस दौरान उन्होंने प्राणि उद्यान के विशेषज्ञ रोमिल मेहता से वन्यजीवों को लेकर बातचीत भी की। सबसे आखिर में प्रधान मुख्य वन संरक्षक वन्यजीव ने रोमिल मेहता के साथ इंडोर बटरफ्लाई पार्क और ब्रीडिंग सेंटर का निरीक्षण भी किया। इस दौरान उन्होंने बटरफ्लाई पार्क को बेहतर और आकर्षक बनाने के लिए राजकीय निर्माण निगम के प्रोजेक्ट मैनेजर डीबी सिंह को कई दिशानिर्देश भी दिए।