मानचित्र पास करने में देरी पर नाराज हुए प्रमुख सचिव, जीडीए सुधारे अपनी छबि Gorakhpur News
प्रमुख सचिव ने कहा कि मानचित्र पास करने में देरी से जीडीए की इमेज पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। इसे लेकर अब शिकायत नहीं मिलनी चाहिए।
गोरखपुर, जेएनएन। प्रमुख सचिव आवास दीपक कुमार ने गोरखपुर विकास प्राधिकरण (जीडीए) पहुंचे। प्राधिकरण के सभागार में जीडीए, नगर निगम, पीडब्लूडी, जलनिगम आदि विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक में विकास कार्यों की समीक्षा की। जीडीए में मानचित्र पास होने में देरी को लेकर आने वाली शिकायतों पर उन्होंने कड़ी नाराजगी जताई। कहा कि मानचित्र पास करने में किसी भी रूप में पेंच नहीं फंसाया जाना चाहिए।
देरी से पड़ता है नकारात्मक प्रभाव
प्रमुख सचिव ने कहा कि मानचित्र पास करने में देरी से जीडीए की इमेज पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। शिकायत मिलती है कि मानचित्र के लिए लोगों को दौड़ाया जाता है। इसे लेकर अब शिकायत नहीं मिलनी चाहिए। प्रमुख सचिव ने करीब ढाई घंटे तक बैठक की। उन्होंने ड्रेनेज सिस्टम में सुधार को लेकर हुए लेडार सर्वे का प्रस्तुतीकरण देखा।
अपना इमेज सुधारे जीडीए
अवैध निर्माण पर चर्चा करते हुए प्रमुख सचिव ने कहा कि प्रदेश के प्राधिकरणों में जीडीए की इमेज अवैध निर्माण को लेकर काफी खराब है। इसमें सुधार लाने की जरूरत है। जीडीए उपाध्यक्ष ने प्रमुख सचिव को बताया कि जीडीए और नगर निगम ने ड्रेनेज सिस्टम से लेकर मास्टर प्लान की सहूलियत के लिए लेडार सर्वे कराया है। जिसकी रिपोर्ट मार्च महीने में आ जाएगी। जिसपर प्रमुख सचिव ने कहा कि लेडार सर्वे में शहर के विभिन्न इलाकों में निर्माण को लेकर भी रिपोर्ट मिल जाएगी।
ऐसे पता करें अवैध निर्माण
उन्होंने कहा कि छह महीने में ड्रोन सर्वे कराएं ताकि इस दौरान हुए अवैध निर्माण चिह्नित हो सकें। अवैध निर्माण के दोषी इंजीनियरों पर कड़ी कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा कि लेडार सर्वे की रिपोर्ट के आधार पर ही नये नाला-नालियों के निर्माण का प्रस्ताव तैयार किया जाए। प्रमुख सचिव ने अधिकारियों से कहा कि शासन में जो योजनाएं लंबित हैं, उनके बारे में जानकारी दें। बैठक में जीडीए उपाध्यक्ष अनुज सिंह, सचिव राम सिंह गौतम, नगर आयुक्त अंजनी कुमार सिंह, पीडब्ल्यूडी के मुख्य अभियंता एसपी सिंह, मुख्य अभियंता जीडीए संजय सिंह, मुख्य अभियंता नगर निगम सुरेश चन्द आदि उपस्थित रहे।