सीएम से सहारा मिला तो गदगद हो गए असहाय, दिव्यांगों ने कहा यह बड़ी बात
नुमाइश ग्राउंड में हजारों की भीड़ के बीच मुख्यमंत्री ने जब दिव्यांगों और बेसहारा लोगों को अपने हाथों सामान दिया तो वह गदगद हो गए।
गोरखपुर, जेएनएन। नुमाइश ग्राउंड में हजारों की भीड़ के बीच मुख्यमंत्री ने आमजन को जरूरी मदद व सहारा देकर मुख्यधारा में जोड़ने का ऐलान किया तो खुद को असहाय महसूस करने वाले दिव्यांगजनों और पेंशन लाभार्थियों के चेहरे पर मुस्कान बिखर गई। मुख्यमंत्री ने यहां 112 परियोजनाओं का शिलान्यास किया तो 21 हजार से अधिक पेंशन लाभार्थियों में से 20 को अपने हाथ से प्रमाण पत्र भी दिए। दिव्यांगजन को करीब 2000 उपकरण भी वितरित किए गए।
लोकसभा चुनाव से पहले गोरखपुर और आसपास के जिलों में विकास कार्यो की झड़ी लगाते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस पर अब तक हुए कार्यो का भी ब्योरा दिया। जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यहां प्राणि उद्यान शीघ्र ही शुरू हो जाएगा। वाटर स्पोर्ट्स काम्पलेक्स और प्रेक्षागृह की स्थापना गोरखपुर को बड़े महानगरों के समकक्ष खड़ा करेगा। रामगढ़ ताल झील पर्यटन का बड़ा हब बनेगा तो एम्स की स्थापना यहां स्वास्थ्य सेवाओं के लिए मील का पत्थर साबित होगी। फोरलेन का जो जाल बिछ रहा है उससे गोरखपुर नेपाल, महराजगंज, कुशीनगर, देवरिया, वाराणसी की राह आसान होगी। दिल्ली जैसे बड़े शहरों के लिए नियमित वायु सेवा भी शुरू हो गई है। विधवा महिलाओं को पेंशन योजना का लाभ दिलाने के लिए योजना में परिवर्तन कर 60 वर्ष की बाध्यता को खत्म किया गया। मुख्यमंत्री ने विधायक और विधानपरिषद सदस्यों से आह्वान किया कि वह अपनी निधि का 25 फीसदी हिस्सा दिव्यागजन को मोटराइच्ड ट्राइसाइकिल उपलब्ध कराने में इस्तेमाल करें।
यहां इतनी योजनाओं का शिलान्यास
पिपराइच में 86.036 लाख की आठ परियोजना
भटहट में 94.11 लाख रुपये की 14 परियोजना
चरगावा में 65.05 लाख की आठ परियोजना
कैंपियरगंज में 103.35 लाख की 13 परियोजना
जंगल कौड़िया में 90.90 लाख की 12 परियोजना
खोराबार में 58.90 लाख की छह परियोजना
पाली में 91.75 लाख की सात परियोजना
पिपरौली में 122.86 लाख की 14 परियोजना
खजनी में 24.07 लाख की चार परियोजना
बासगाव में 27.80 लाख की चार परियोजना
शहरी क्षेत्र में 101.70 लाख की 11 परियोजना
स्कूलों को मिले डेस्क-बेंच
नगरीय क्षेत्र के 68 प्राथमिक व तीन जूनियर स्कूलों को मुख्यमंत्री ने 77.47 लाख रुपये की लागत वाले 2473 डेस्क-बेंच प्रदान किए। पाच स्कूलों में शौचालय निर्माण के लिए धन दिया गया। गोरखपुर-कसया पिच मार्ग से रजही मार्ग पर इंटरलाकिंग के लिए 45.10 लाख व रजही से बुढि़या माई मंदिर मार्ग के लिए 43.98 लाख की स्वीकृति प्रदान की गई।
गरीबों को शादी अनुदान प्रमाण पत्र
मुख्यमंत्री ने गरीब परिवार की कन्याओं की शादी के लिए अनुसूचित जाति के 366, सामान्य वर्ग के 59, पिछड़ी जाति के 930 व अल्पसंख्यक समाज के 105 लाभार्थियों को शादी अनुदान प्रमाण पत्र जारी किया। चरगावा के लालजी, रामपुर गोपालपुर के रविदास को मुख्यमंत्री ने अपने हाथ से प्रमाण पत्र दिए।
क्या कहते हैं लाभार्थी
पिपराइल कैथवलिया निवासी प्रमोद कुमार का कहना है कि ट्राइ साइकिल पर तो पहले से ही चल रहा था लेकिन उससे हर स्थान पर सहज पहुंच नहीं बन पाती थी। अब उन स्थलों पर भी पहुंच जाउंगा, जहां चाह कर भी नहीं जा पाता था। खजनी के पाकड़घाट निवासी पुरुषोत्तम का कहना है कि योगी जी से यह अनुपम भेंट पाकर मैं और मेरा परिवार निहाल है। मोटराइज्ड ट्राइ साइकिल से जिंदगी आसान हो जाएगी। दिव्यांग होने का जो दर्द है, वह थोड़ा तो जरूर दूर हुआ है। बेहद खुश हूं। खजनी के ही भिटहा गांव निवासी झूमा का कहना है कि कई बार दिल में कहीं अपने बल पर जाने की बात सोचती थी तो वह बात दिल में ही रह जाती थी। खुशी है कि अब इसके लिए मुझे किसी से अनुरोध नहीं करना पड़ेगा। अपना कार्य खुद कर सकूंगी। वहीं उरुवा थाना क्षेत्र के सूती गांव निवासी अर्चना का कहना है कि कभी कल्पना में भी नहीं था कि सरकार हमें बैटरी से चलने वाली साइकिल देगी। जब पता चला कि यह साइकिल मिलने वाली है, तभी से खुशी का ठिकाना न था। इससे मेरी गतिविधियां बढ़ जाएंगी।
दिव्यांगों को मिला यह तोहफा
मोटराइज्ड ट्राइ साइकिल : 140
ट्राइ साइकिल : 300
व्हील चेयर : 200
वैशाखी : 400
ब्लाइंड छड़ी : 50
कान की मशीन : 400
कृत्रिम अंग : 500
इन्हें मिला पेंशन प्रमाण पत्र
वृद्धावस्था पेंशन : 19330
विधवा पेंशन योजना : 1069
शादी अनुदान : 1457