Bird Flu in Gorakhpur: खौफ से चिकन के दाम में 50 फीसद गिरावट, अंडे की भी मांग घटी
Bird Flu in Gorakhpur बर्ड फ्लू को देखते हुए लोग एहतेयातन चिकन व अंडा खाने से बच रहे थे जिसका असर उसकी कीमतों पर पड़ा। यहां एक भी मामला सामने नहीं आया बावजूद इसके चिकन व अंडा की बिक्री में पचास फीसद तक की गिरावट आई है।
गोरखपुर, जेएनएन। बर्ड फ्लू का खौफ कम होने के बावजूद चिकन व अंडे का कारोबार ठंडा पड़ा हुआ है। चिकन के दाम घटे तो अंडे की डिमांड कम हो गई। जनवरी में 1250 रुपये गत्ता (210 अंडे) पहुंच चुका अंडा अब महज 880 रुपये बिक रहा है। शहर के अधिकांश हिस्सों में चिकन 100 से लेकर 120 रुपये किलो बेचा जा रहा है। वहीं मटन 660 तथा मछली 180 से लेकर 300 रुपये किलो तक पहुंच गई है। लोग चिकन-अंडे के बजाए मटन व मछली खाना ज्यादा पसंद कर रहे हैं।
अंडा और चिकन की बिक्री में भारी गिरावट
बर्ड फ्लू को देखते हुए लोग एहतेयातन चिकन व अंडा खाने से बच रहे थे जिसका असर उसकी कीमतों पर पड़ा। गोरखपुर में बर्ड फ्लू का एक भी मामला सामने नहीं आया, बावजूद इसके चिकन व अंडा की बिक्री में पचास फीसद तक की गिरावट आई है। जब केरल, दिल्ली व हरियाणा समेत कई प्रदेशों में बर्ड फ्लू का मामले सामने आए तो गोरखपुर में चिकन 200 रुपये किलो तथा अंडा 190 रुपये ट्रे (30 अंडे) बिक रहा था। अफवाहों के चलते लोगों ने दोनों से दूरी बनानी शुरू कर दी।
मछली और मटन की खपत बढ़ी
दूसरी तरफ मटन और मछली की खपत बढ़ी तो दुकानदारों ने दाम बढ़ा लिए। गोरखनाथ, रुस्तमपुर, राजघाट, जाफरा बाजार, सूरजकुंड, मोहद्दीपुर, शाहमारुफ, घोष कंपनी, बशारतपुर आदि बाजार में मटन के दाम पचास से लेकर सौ रुपये तक तथा रेहू मछली 50 से 80 रुपये किलो तक बढ़े हैं। मटन विक्रेता मोहम्मद शमीम ने बताया कि मांग बढऩे की वजह से बकरा महंगा मिल रहा है इसलिए दाम बढ़ाना पड़ा। होली तक मटन 700 रुपये किलो तक पहुंच जाएगा। जाफरा बाजार के हयात अहमद ने बताया कि कीमतों पर अंकुश न लगने के कारण मीट विक्रेता मनमानी करते हैं। जिस दुकान से नियमित रूप से मीट खरीदते थे, उसने एकाएक प्रति किलो 60 रुपये बढ़ा दिए हैं। सूरजकुंड बाजार में मछली विक्रेता वृंदा देवी ने बताया कि बाहर से आने वाली मछलियां महंगी हो गई है इसलिए हमलोगों को भी थोड़ा-बहुत कीमत बढ़ाना पड़ा।