जानी थी बेटे की बरात, उठी पिता की अर्थी, जानें-कैसे हुआ हादसा
वह अपने बेटे की शादी की तैयारी कर रहा था। सामान खरीदने के लिए बाजार गया। वापसी में दुर्घटना हो गई जिससे उसकी मौत हो गई।
By Edited By: Published: Wed, 22 May 2019 06:04 AM (IST)Updated: Fri, 24 May 2019 10:25 AM (IST)
गोरखपुर, जऐनएन। नियति के खेल निराले हैं। वह कब किसके साथ क्या खेल खेले किसी को नहीं पता। जिस घर में बेटे की बरात जाने वाली थी, अग्नि को साक्षी मानकर वर-वधू सात फेरे लेने वाले थे, वहां पिता की अर्थी निकली। परिजन चिता के फेरे लेने को विवश हुए। यह वाकया देवरिया जिले के भलुअनी थाना क्षेत्र के जरार रम्मन गांव के श्याम बिहारी शर्मा के परिवार के साथ हुआ। श्याम बिहारी के बेटे चंदन की मंगलवार को बरात जाने वाली थी। रविवार को तिलक थी। सोमवार को भलुअनी से शादी का बाजार कर घर लौटते समय गांव के निकट बाइक से गिरकर श्याम बिहारी गंभीर रूप से घायल हो गए।
इलाज के लिए अस्पताल ले जाते समय उनकी मौत हो गई। मौत की सूचना मिलते ही शादी की खुशियां मातम में बदल गईं। परिजनों के चीत्कार से कलेजा फट जा रहा था। पत्नी मीरा तो जैसे बदहवास हो गई थी। उसे तो समझ में नहीं आ रहा था कि यह कैसे हो गया, जो व्यक्ति कुछ ही देर पहले तक साथ था वह सदा के लिए छोड़ कर चल दिया।
वह जोर से चीखती और बेहोश हो जाती। आस-पास की महिलाएं चेहरे पर पानी छिड़क कर उसे होश में लातीं, लेकिन फिर वह अचेत हो जाती। बेटी चांदनी, मनीषा, वंदना का भी रो-रोकर बुरा हाल था। चंदन अपनी जिम्मेदारी का अहसास करते हुए बहनों को संभालता, लेकिन उनका करुण क्रंदन सुन उसकी आंखों से आंसू निकल पड़ते। बहरहाल शादी समारोह का माहौल मातम में बदल गया। दूल्हे के पिता की मौत के बाद घर के लोग अंतिम संस्कार में लग गए। इस बीच विवाह की तिथि भी टल गई।
इलाज के लिए अस्पताल ले जाते समय उनकी मौत हो गई। मौत की सूचना मिलते ही शादी की खुशियां मातम में बदल गईं। परिजनों के चीत्कार से कलेजा फट जा रहा था। पत्नी मीरा तो जैसे बदहवास हो गई थी। उसे तो समझ में नहीं आ रहा था कि यह कैसे हो गया, जो व्यक्ति कुछ ही देर पहले तक साथ था वह सदा के लिए छोड़ कर चल दिया।
वह जोर से चीखती और बेहोश हो जाती। आस-पास की महिलाएं चेहरे पर पानी छिड़क कर उसे होश में लातीं, लेकिन फिर वह अचेत हो जाती। बेटी चांदनी, मनीषा, वंदना का भी रो-रोकर बुरा हाल था। चंदन अपनी जिम्मेदारी का अहसास करते हुए बहनों को संभालता, लेकिन उनका करुण क्रंदन सुन उसकी आंखों से आंसू निकल पड़ते। बहरहाल शादी समारोह का माहौल मातम में बदल गया। दूल्हे के पिता की मौत के बाद घर के लोग अंतिम संस्कार में लग गए। इस बीच विवाह की तिथि भी टल गई।
लोकसभा चुनाव और क्रिकेट से संबंधित अपडेट पाने के लिए डाउनलोड करें जागरण एप
Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें