बीटेक प्रवेश परीक्षा का पैटर्न बदलेगा, नए कोर्स भी शुरू होंगे
मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय अपनी प्रवेश परीक्षा का तरीका बदलने जा रहा है। साथ ही नए सत्र से कुछ नए कोर्स भी चलाने की तैयारी हो रही है।
By Pradeep SrivastavaEdited By: Published: Wed, 14 Nov 2018 02:10 PM (IST)Updated: Fri, 16 Nov 2018 04:50 PM (IST)
गोरखपुर, (जेएनएन)। मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय की बीटेक प्रवेश परीक्षा 2019 में शामिल होने जा रहे अभ्यर्थियों के लिए यह खबर काम की है। नए सत्र से विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षा के पैटर्न में बदलाव करने जा रहा है। अब तक बीटेक के प्रश्न पत्र में फिजिक्स, केमिस्ट्री और मैथ के 50-50 सवाल पूछे जाते थे वहीं अब केमिस्ट्री के 40 और मैथ के 60 सवाल पूछे जाएंगे। फिजिक्स के सवालों की संख्या पूर्ववत रहेगी। बुधवार को विश्वविद्यालय विद्या परिषद की बैठक में इस बदलाव का प्रस्ताव रखा जाएगा। गौरतलब है कि एमएमएमयूटी की प्रवेश परीक्षा एमईटी-2019 में बीटेक, बीटेक लैटरल इण्ट्री, एमसीए, एमबीए, एमटेक, एमएससी, बीबीए में दाखिले के लिए 11-12 मई को प्रवेश परीक्षा प्रस्तावित है।
नए सत्र से शुरू हो रहे हैं तीन नए कोर्स
2019 से विश्वविद्यालय में तीन नए पाठ्यक्रम की शुरुआत हो रही है। मैनेजमेंट में तीन वर्षीय स्नातक कोर्स बीबीए, एमएससी गणित और बीटेक आइटी में दाखिले के लिए भी प्रवेश परीक्षा होगी। बीबीए में दाखिले के लिए 12वीं में अंग्रेजी एक विषय के रूप में होना अनिवार्य होगा। चालू सत्र में शुरू हुए एमएससी भौतिकी (स्पेशलाइजेशन इन इलेक्ट्रॉनिक्स) की तर्ज पर एमएससी गणित में भी कुल 30 सीटें होंगी। जबकि बीबीए में 60 सीटों पर दाखिला लिया जाएगा। मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय गोरखपुर के कुलपति प्रो एसएन सिंह ने कहा कि बीटेक में फिजिक्स का पार्ट केमिस्ट्री की अपेक्षा ज्यादा होता है। इसी वजह से यह बदलाव करने की योजना है। योजना लागू करने के लिए इसे विद्या परिषद के समक्ष रखा जा रहा है।
बीटेक छात्रों के लिए एनसीसी /एनएसएस अनिवार्य
मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के बीटेक विद्यार्थियों के लिए एनएसएस और एनसीसी जैसे व्यक्तित्व विकास के प्रकल्पों में भागीदारी अनिवार्य होगी। विश्वविद्यालय के विद्यापरिषद ने तय किया है कि बीटेक अंतिम वर्ष में उन्हीं छात्रों का पंजीकरण हो सकेगा, जिन्होंने एनसीसी, एनएसओ अथवा एनएसएस में सक्रिय भागीदारी की हो। यही नहीं विश्वविद्यालय में विभिन्न कक्षाओं की समय-सारिणी में भी तब्दीली की गई है। साथ ही पीएचडी पंजीयन के लिए केवल जुलाई में ही प्रक्रिया होने की शर्त खत्म करने का भी निर्णय हुआ। अब नेट, जेआरएफ उत्तीर्ण अभ्यर्थी बीच सत्र में पीएचडी पंजीकरण के लिए आवेदन कर सकेंगे।
प्रवेश परीक्षा में होंगे गणित के 60 सवाल
विद्यापरिषद ने विवि की बीटेक प्रवेश परीक्षा में बदलाव को भी हरी झंडी दी है। नए प्रावधानों के अनुरूप अब 150 पूछे जाने वाले प्रश्नों में से 60 प्रश्न गणित, 50 प्रश्न फिजिक्स के और 40 प्रश्न केमिस्ट्री के होंगे। अब तक सभी विषयों से प्रश्नों की संख्या एक समान थी।
यह निर्णय भी हुए
- विभागीय कार्यालय सुबह 9:15 बजे खुलेंगे तथा सायं 5:15 बजे बंद होंगे। लंच ब्रेक एक घंटे का होगा। द्वितीय शनिवार को छोड़कर शेष शनिवार को विभागीय कार्यालय दोपहर 1:30 तक खुलेंगे।
- नए सत्र से बीबीए पाठ्यक्रम शुरू होगा।
- डिग्री ट्रान्सक्रिप्ट शुल्क अब 1000 रुपये होगा।
नए सत्र से शुरू हो रहे हैं तीन नए कोर्स
2019 से विश्वविद्यालय में तीन नए पाठ्यक्रम की शुरुआत हो रही है। मैनेजमेंट में तीन वर्षीय स्नातक कोर्स बीबीए, एमएससी गणित और बीटेक आइटी में दाखिले के लिए भी प्रवेश परीक्षा होगी। बीबीए में दाखिले के लिए 12वीं में अंग्रेजी एक विषय के रूप में होना अनिवार्य होगा। चालू सत्र में शुरू हुए एमएससी भौतिकी (स्पेशलाइजेशन इन इलेक्ट्रॉनिक्स) की तर्ज पर एमएससी गणित में भी कुल 30 सीटें होंगी। जबकि बीबीए में 60 सीटों पर दाखिला लिया जाएगा। मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय गोरखपुर के कुलपति प्रो एसएन सिंह ने कहा कि बीटेक में फिजिक्स का पार्ट केमिस्ट्री की अपेक्षा ज्यादा होता है। इसी वजह से यह बदलाव करने की योजना है। योजना लागू करने के लिए इसे विद्या परिषद के समक्ष रखा जा रहा है।
बीटेक छात्रों के लिए एनसीसी /एनएसएस अनिवार्य
मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के बीटेक विद्यार्थियों के लिए एनएसएस और एनसीसी जैसे व्यक्तित्व विकास के प्रकल्पों में भागीदारी अनिवार्य होगी। विश्वविद्यालय के विद्यापरिषद ने तय किया है कि बीटेक अंतिम वर्ष में उन्हीं छात्रों का पंजीकरण हो सकेगा, जिन्होंने एनसीसी, एनएसओ अथवा एनएसएस में सक्रिय भागीदारी की हो। यही नहीं विश्वविद्यालय में विभिन्न कक्षाओं की समय-सारिणी में भी तब्दीली की गई है। साथ ही पीएचडी पंजीयन के लिए केवल जुलाई में ही प्रक्रिया होने की शर्त खत्म करने का भी निर्णय हुआ। अब नेट, जेआरएफ उत्तीर्ण अभ्यर्थी बीच सत्र में पीएचडी पंजीकरण के लिए आवेदन कर सकेंगे।
प्रवेश परीक्षा में होंगे गणित के 60 सवाल
विद्यापरिषद ने विवि की बीटेक प्रवेश परीक्षा में बदलाव को भी हरी झंडी दी है। नए प्रावधानों के अनुरूप अब 150 पूछे जाने वाले प्रश्नों में से 60 प्रश्न गणित, 50 प्रश्न फिजिक्स के और 40 प्रश्न केमिस्ट्री के होंगे। अब तक सभी विषयों से प्रश्नों की संख्या एक समान थी।
यह निर्णय भी हुए
- विभागीय कार्यालय सुबह 9:15 बजे खुलेंगे तथा सायं 5:15 बजे बंद होंगे। लंच ब्रेक एक घंटे का होगा। द्वितीय शनिवार को छोड़कर शेष शनिवार को विभागीय कार्यालय दोपहर 1:30 तक खुलेंगे।
- नए सत्र से बीबीए पाठ्यक्रम शुरू होगा।
- डिग्री ट्रान्सक्रिप्ट शुल्क अब 1000 रुपये होगा।
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