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गोरखपुर विश्‍वविद्यालय के कुलपति ने राम मंदिर निर्माण के लिए दिए पांच लाख

कुलपति प्रो. राजेश सिंह ने पांच लाख 55 हजार पांच सौ 55 रुपये की समर्पण राशि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रांत प्रचारक सुभाष को सौंपी। विश्वविद्यालय के कामर्स विभाग के प्रो. संजीत गुप्ता ने एक लाख 11 हजार रुपये की समर्पण राशि दी।

By Satish chand shuklaEdited By: Published: Tue, 02 Feb 2021 05:40 PM (IST)Updated: Tue, 02 Feb 2021 06:18 PM (IST)
गोरखपुर विश्‍वविद्यालय के कुलपति ने राम मंदिर निर्माण के लिए दिए पांच लाख
आरएसएस के प्रांत प्रचारक सुभाष को समर्पण राशि देते गोरखपुर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.राजेश सिंह।

गोरखपुर, जेएनएन। अयोध्या में जन्मभूमि पर होने वाले भव्य राम मंदिर निर्माण के लिए समर्पण निधि अर्पित करने का सिलसिला जारी है। दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. राजेश सिंह ने पांच लाख 55 हजार पांच सौ 55 रुपये की समर्पण राशि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रांत प्रचारक सुभाष को सौंपी। इसी दौरान विश्वविद्यालय के कामर्स विभाग के प्रो. संजीत गुप्ता ने एक लाख 11 हजार रुपये की समर्पण राशि दी। इस दौरान विभाग कार्यवाह आत्मा सिंह, प्रांत सह प्रचार प्रमुख डा. शैलेश सिंह, शिक्षक संघ्ज्ञ के अध्यक्ष विनोद सिंह, अभियान प्रमुख प्रो. रविशंकर सिंह, डा. कपींद्र कुमार मौजूद रहे।

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इसके अलावा अनिल केशरवानी व सुनील केशरवानी ने एक लाख 11 हजार एक सौ 11 रुपये, डा. सतपाल सिसौदिया ने एक लाख दस हजार रुपये, रामजानकी नगर की रहने वाली तारा श्रीवास्तव व उनके पुत्र संजय श्रीवास्तव ने 51 हजार रुपये की समर्पण राशि प्रांत प्रचारक सुभाष को सौंपी। इस दौरान सह भाग कार्यवाह सुधीर, भाग प्रचारक अजित आदि मौजूद रहे। उत्तर प्रदेश चिकित्सा विज्ञान विश्वविद्यालय इटावा के प्रो. आलोक कुमार ने 51 हजार रुपये की समर्पण राशि भाग सह संघचालक दक्षिणी भाग डा. राजेश बरनवाल की उपस्थिति में प्रदान की।

संस्कृत विभाग में पहुंचे कुलपति, दिए जरूरी निर्देश

दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. राजेश सिंह ने कला संकाय भवन स्थित संस्कृत विभाग का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने कक्षाओं, शिक्षक कक्ष, लाइब्रेरी और डिजिटल क्लास रूप में विशेष रूप से गए। इस दौरान उन्होंने विभागाध्यक्ष को निर्देश दिया वह शिक्षक कक्ष के सुंदरीकरण, 25 कंप्यूटर लगाने, डिजिटल क्लास रूप में सुदृढ़ीकरण का प्रस्ताव बनाकर अतिशीघ्र भेजें। कक्षाओं में सीबीसीएस के माध्यम से पढ़ाई न होने पर नाराजगी जताई। कहा कि विश्वविद्यालय में अध्यापन यूजीसी के मानकों के अनुरूप कराया जाना हम सभी की जिम्मेदारी है। शिक्षक अपनी जिम्मेदारी को समझें, कक्षा अध्यापन को प्राथमिकता दें। निरीक्षण के बाद शिक्षकों से हुए संवाद के दौरान शिक्षकों ने लाइब्रेरी के लिए एक आउटसोॢसग कर्मचारी, साफ पेयजल, शिक्षक रूम के नवीनीकरण की मांग की। इसपर कुलपति जी ने तत्काल जिम्मेदारों को समस्या दूर करने का निर्देश दिया। साथ ही शिक्षकों को सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के लिए वास्तुशास्त्र और कर्मकांड व मंत्र पर दो प्रस्ताव भेजने का निर्देश दिया। निरीक्षण के दौरान अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रो. अजय सिंह और मुख्य नियंता प्रो. सतीश चंद्र पांडेय मौजूद रहे।


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