Coronavirus: भय दूर करेगी चैंपियन परिवार की कहानी, स्वास्थ्य विभाग ने बनाई डॉक्यूमेंट्री फिल्म Gorakhpur News
स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से एक क्रिएटिव क्रू ने इस परिवार पर एक डाक्यूमेंट्री फिल्म तैयार की है जिसमें श्रेयांश होसले से कोरोना चैंपियन बनने की कहानी बता रहे हैं।
गोरखपुर, जेएनएन। कोरोना संक्रमण के भय से आज हर कोई आतंकित है, पर इससे आतंकित होने की बजाय सतर्क रहने की जरूरत है। यह कहना है एक ऐसे परिवार का जो कोरोना की जंग जीत चुका है। परिवार के चार सदस्य कोरोना पॉजिटिव हुए लेकिन हिम्मत नहीं हारे। अपने मजबूत इरादों से बीमारी को हरा कर ही दम लिया। पेशे से वकील श्रेयांश का परिवार अब अपनी कहानी सुनाकर लोगों को बीमारी से भयमुक्त कर रहा है।
परिवार पर डाक्यूमेंट्री फिल्म तैयार
स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से एक क्रिएटिव क्रू ने इस परिवार पर एक डाक्यूमेंट्री फिल्म तैयार की है, जिसमें श्रेयांश होसले से कोरोना चैंपियन बनने की कहानी बता रहे हैं। फिल्म में श्रेयांश बताते हैं कि वह पेशे से वकील होने के साथ-साथ प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी भी कर रहे हैं। बीते 19 जून को जब उनके पिता ने उनसे कोरोना संक्रमित होने आशंका जताई तो वह डर गए। जांच हुई तो वह संक्रमित मिले। उसके बाद तो जैसे घर में तूफान आ गया। बाद में जब परिवार के अन्य सदस्यों की जांच हुई तो सभी में संक्रमण पाया गया। मां ने रोना शुरू कर दिया और बहन इसे लेकर काफी चिंतित हो गई। लगा जैसे सबकुछ खत्म हो गया।
अस्पताल गए तो कम हुआ भय
उन्होंने बताया कि इलाज के लिए अस्पताल गए तो वहां हमारा भय कुछ कम हुआ। वहां अन्य संक्रमित लोग भी थे, जिसके चलते परिवार सा माहौल बन गया। स्वास्थ्य विभाग और मित्रों का भी खूब सहयोग मिला। नतीजा यह हुआ कि पूरा परिवार संक्रमण से मुक्त हो गया। फिल्म में श्रेयांश ने अन्य लोगों से भी ऐसे ही हौसला बनाए रखने की अपील की है। साथ ही कोरोना को लेकर लोगों का भ्रम और भय भी दूर किया है।
जानें-कौन है फिल्म के निर्देशक
उन्होंने लोगों को बताया है कि वर्तमान माहौल में मास्क पहनना सभी की नैतिक जिम्मेदारी है और विधिक दायित्व भी। फिल्म बनाने में क्रियेटिव क्रू के निर्देशक अश्वनी आलोक, एसीएमओ डॉ. नीरज कुमार पांडेय, डॉ. मुस्तफा और सुनीता पटेल की महत्वपूर्ण भूमिका रही।