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CBSE Borad Exam 2021: पेपर प्रिंट कर परीक्षा कराना स्कूलों के लिए बनी चुनौती

CBSE Borad Exam 2021 हाईस्कूल के प्रमुख विषयों की परीक्षा 25 नवंबर तथा इंटर की पहली दिसंबर से शुरू हो रही है। बोर्ड ने परीक्षा केंद्र बने स्कूलों से इस बार पेपर आनलाइन डाउनलोड कर उसे प्रिंट कराकर छात्रों को बांटने का निर्देश दिया है।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Published: Tue, 23 Nov 2021 08:50 AM (IST)Updated: Tue, 23 Nov 2021 02:50 PM (IST)
CBSE Borad Exam 2021: पेपर प्रिंट कर परीक्षा कराना स्कूलों के लिए बनी चुनौती
CBSE Borad Exam: परीक्षा कराने के ल‍िए पेपर प्रिंट करवाना स्कूलों के लिए चुनौती बन गई है। - प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

गोरखपुर, जागरण संवाददाता। CBSE Borad Exam 2021: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) के पहले चरण की बोर्ड परीक्षा शुरू हो चुकी है। हाईस्कूल के प्रमुख विषयों की परीक्षा 25 नवंबर तथा इंटर की पहली दिसंबर से शुरू हो रही है। बोर्ड ने परीक्षा केंद्र बने स्कूलों से इस बार पेपर आनलाइन डाउनलोड कर उसे प्रिंट कराकर छात्रों को बांटने का निर्देश दिया है, जो स्कूलों के लिए चुनौती बन गई है।

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25 नवंबर से हाईस्कूल व पहली दिसंबर से शुरू हो रही इंटर के प्रमुख विषयों की परीक्षा

सीबीएसई परीक्षा शुरू होने से एक घंटे पहले स्कूलों को कोड दे देगा। वही कोड डालने पर पेपर खुलेगा और उसके बाद स्कूल डाउनलोड कर उसका प्रिंट निकालेंगे। केंद्रों को निर्धारित समय के अंदर ही पेपर प्रिंट कर छात्राें को वितरित करना होगा। एक प्रश्न पत्र में पेजों की संख्या 10 से 15 के आसपास है। ऐसे में तीन से साढ़े तीन सौ छात्रों के पेपर प्रिंट करने में यदि किसी कारणवश इंटरनेट व्यवस्था ध्वस्त हो जाती है या फोटो कापी मशीन में तकनीकी दिक्कत आ जाती है तो परीक्षा समय से कराना आसान नहीं होगा। बोर्ड परीक्षा में एक विद्यालय में लगभग तीन से साढ़े तीन सौ हाईस्कूल व दो से ढ़ाई सौ इंटर के परीक्षार्थी बैठेंगे। इसके पूर्व प्रधानाचार्यों के एक संगठन ने सीबीएसई को पत्र लिखकर प्रश्न पत्र प्रिंट करने में पहले असहमति जता चुका है।

सीबीएसई के दिशा-निर्देश के मुताबिक तैयारी पूरी कर ली गई है। यदि किसी तरह की आकस्मिक कोई समस्या आती है तो इसकी जानकारी बोर्ड के उच्चाधिकारियों को दी जाएगी। इसमें जो भी व्यावहारिक समस्याएं आएंगी उसका बोर्ड द्वारा तत्काल बच्चों के हित में निस्तारण किया जाएगा। - अजय शाही, अध्यक्ष, गोरखपुर स्कूल एसोसिएशन।

परीक्षा को लेकर हमारी तैयारी पूरी है। यदि फिर भी कोई तकनीकी बाधा आती है तो बोर्ड द्वारा छात्र हित में ही निर्णय लिया जाएगा। इसमें छात्रों को किसी तरह का नुकसान नहीं होगा। - डा. सलील के. श्रीवास्तव, निदेशक, जेपी एजुकेशन एकेडमी।


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