CBSE पाठ्यक्रम में फिर होगा बदलाव, अब कोर्स में साइबर सिक्योरिटी भी शामिल करने की तैयारी
CBSE Syllabus Will Change सीबीएसई शिक्षकों को साइबर क्राइम से होने वाले नुकसान से बचाने के लिए शीघ्र ही साइबर सिक्योरिटी पाठ्यक्रम शुरू करेगा। 15 जुलाई से शिक्षकों के लिए शुरू होने वाला यह कोर्स पूरी तरह से निश्शुल्क होगा।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। CBSE Syllabus Will Change: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) शिक्षकों को साइबर क्राइम से होने वाले नुकसान से बचाने के लिए साइबर सिक्योरिटी पाठ्यक्रम शुरू करेगा। 15 जुलाई से शिक्षकों के लिए शुरू होने वाला यह कोर्स पूरी तरह से निश्शुल्क होगा। बोर्ड का मानना है कि इस समय कंप्यूटर, स्मार्टफोन, फेसबुक समेत पूरी इंटरनेट मीडिया जानकारी प्राप्त करने का सशक्त माध्यम बन गया है। यही वजह है कि इंटरनेट मीडिया पर हैकर्स की गतिविधियां भी बढ़ गईं हैं। इससे बचाव के लिए यह पहल जरूरी है। सीबीएसई ने इस पाठ्यक्रम को लागू करने की तैयारी शुरू कर दी है।
पंद्रह जुलाई से शुरू होगा निश्शुल्क पाठ्यक्रम
पाठ्यक्रम में एक वेबिनार, पाठ्यक्रम सामग्री व गूगल कक्षा का उपयोग कर मूल्यांकन किया जाएगा। इस पाठ्यक्रम को बेहतर ढंग से समझने के लिए बोर्ड द्वारा 10 विभिन्न भाषाओं में वेबिनार का आयोजन किया जाएगा। जिसमें विशेषज्ञ शिक्षकों से पाठ्यक्रम का विवरण और इसकी बारीकियां साझा करेंगे।
विशेषज्ञ बताएंगे साइबर क्राइम से बचाव के तरीके
इन दिनों नकदी की तुलना में आनलाइन बैंकिंंग, वित्तीय लेनदेन, आनलाइन शाङ्क्षपग का लोग सर्वाधिक प्रयोग कर रहे हैं। इसको देखते हुए इंटरनेट हैकर्स अधिक सक्रिय हो गए हैं। वे आसानी से हमारी जानकारी तक पहुंच सकते हैं और उसे प्राप्त कर सकते हैं। इंटरनेट मीडिया का प्रयोग करने के दौरान किस तरह हमें हैकर्स से सावधान रहना होगा साइबर सिक्योरिटी पाठ्यक्रम में सीबीएसई के विशेषज्ञ विस्तार से जानकारी देंगे।
साइबर क्राइम की गतिविधियां अधिक बढऩे के कारण बोर्ड ने यह पाठ्यक्रम शुरू करने की पहल की है। इंटरनेट मीडिया, आनलाइन बैं किंंग व शापिंंग की आधी-अधूरी जानकारी होने के कारण हर दिन तमाम लोग साइबर क्राइम के शिकार हो रहे हैं। जालसाज उनके बैंक खातों में सेंध लगाकर उनकी गाढ़ी कमाई साफ कर दे रहे हैं। इस पाठ्यक्रम के जरिए शिक्षक न सिर्फ जागरूक होंगे बल्कि बचाव के तरीकों से इस तरह की घटनाओं से अपने आप को सुरक्षित रह सकेंगे। शिक्षकों से अनुरोध है कि इस पाठ्यक्रम से जुड़कर लाभान्वित हों। - अजीत दीक्षित, जिला समन्वयक, सीबीएसई।