सीबीएसई ने घोषित की परीक्षा की गाइडलाइन, जानें- किन नियमों से होगी पहले चरण की परीक्षा
सीबीएसई बोर्ड परीक्षा के दौरान सभी केंद्राें पर शारीरिक दूरी के नियम का सख्ती से पालन करना होगा। लिहाजा बोर्ड सभी संबद्ध स्कूलों से उनके मूलभूत संरचना की जानकारी जुटा सकता है। ताकि उसी अनुसार परीक्षा कक्ष में अधिकतम 12 विद्यार्थियों के बैठने की व्यवस्था की जा सके।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। CBSE board exam news guideline: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) की पहले चरण की नवंबर में होने वाली बोर्ड परीक्षा के परिणाम में छात्रों को केवल ये पता चलेगा कि उन्हें कितने अंक मिले। परिणाम में पास, कंपार्टमेंट या रिपीट लिखकर नहीं आएगा। बोर्ड के अनुसार अंतिम परिणाम सीबीएसई की दूसरे चरण की परीक्षा के बाद जारी किया जाएगा। परीक्षा आफलाइन होगी। साथ ही इसके लिए परीक्षा केंद्रों का निर्धारण किया जाएगा। कोई भी केंद्र स्वकेंद्र नहीं होगा। कोरोना के मद्देनजर गत वर्ष की तुलना में परीक्षा केंद्रों की संख्या भी बढ़ाई जाएगी।
पहले व दूसरे चरण की परीक्षा के बाद ही घोषित होगा अंतिम परिणाम
परीक्षा के दौरान सभी केंद्राें पर शारीरिक दूरी के नियम का सख्ती से पालन करना होगा। लिहाजा बोर्ड सभी संबद्ध स्कूलों से उनके मूलभूत संरचना की जानकारी जुटा सकता है। ताकि उसी अनुसार परीक्षा कक्ष में अधिकतम 12 विद्यार्थियों के बैठने की व्यवस्था की जा सके। सीबीएसई पहले की तरह इस बार भी स्कूलों से कुल कमरों की संख्या, कमरे का साइज, उसमें विद्यार्थियों के बैठने की क्षमता व फर्नीचर, स्कूल आने-जाने का रास्ता आदि की जानकारी ले सकता है। जिसके आधार पर केंद्रों पर परीक्षा की व्यवस्था सुनिश्चित की जा सके।
बोर्ड ने परीक्षा केंद्रों का निर्धारण शुरू कर दिया है। इसको लेकर 20 अक्टूबर तक बोर्ड सूचना जारी कर देगा। - अजीत दीक्षित, जिला समन्वयक, सीबीएसई
प्रेरणा लक्ष्य एप : बच्चों का मूल्यांकन करेंगे डीएलएड प्रशिक्षु
कोविडकाल में बच्चों के पठन-पाठन के नुकसान को पूरा करने व कक्षा स्तर के अनुरूप सीखने के निर्धारित लक्ष्य की प्राप्ति का प्रेरणा लक्ष्य एप के जरिए मूल्यांकन किया जाएगा। इस प्रक्रिया को प्रभावी बनाने के लिए मूल्यांकन की जिम्मेदारी समस्त एकेडमिक रिसोर्स पर्सन व स्टेट रिसोर्स ग्रुप सदस्य, 150 डीएलएड प्रशिक्षु तथा 100 नवनियुक्त शिक्षकों को सौंपी गई है। जो रेंडम आधार पर चयनित प्रत्येक विद्यालय के दस बच्चों का प्रतिदिन मूल्यांकन करेंगे। शिक्षक मूल्यांकन के बाद जान सकेंगे कि बच्चों के सीखने का स्तर क्या है। यह भी पता चल सकेगा कि कक्षावार कौन सी दक्षताएं हासिल करने के लिए उन्हें बच्चे पर अधिक ध्यान देना होगा कि किन बिंदुओं पर बच्चों को अतिरिक्त सहयोग की जरूरत है।
एप से ऐसे होता है आकलन : प्रेरणा लक्ष्य एप में यदि हम भाषा या गणित के लिए कक्षा तीन को चुनते हैं तो आकलन की प्रक्रिया कक्षा एक फिर कक्षा दो फिर तीन तक पहुंच कर समाप्त होगी। इसी प्रकार यदि आकलन के लिए कक्षा पांच की भाषा या गणित को चुनते हैं तो प्रेरणा लक्ष्य एप कक्षा एक, कक्षा दाे, कक्षा तीन, कक्षा चार और फिर कक्षा पांच की दक्षता के आकलन तक पहुंचेगा। यदि आकलन की प्रक्रिया के बीच में बच्चा चयनित कक्षा के पूर्व की किसी कक्षा में ही रुक जाता है तो आकलन की प्रक्रिया उन्हें पुनः उसी कक्षा स्तर की दक्षता को दोहराई जाएगी।