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आरएसएस कार्यकर्ताओं को पीटने के मामले ने तूल पकड़ा, चुनाव आयोग तक पहुंचा मामला

नववर्ष प्रतिपदा के दिन ॐ अंकित ध्वज लोगों में वितरित किए जाने पर देवरिया में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ कार्यकर्ताओं की पिटाई का मामला निर्वाचन आयोग तक पहुंच गया है।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Published: Wed, 10 Apr 2019 10:19 AM (IST)Updated: Thu, 11 Apr 2019 09:33 AM (IST)
आरएसएस कार्यकर्ताओं को पीटने के मामले ने तूल पकड़ा, चुनाव आयोग तक पहुंचा मामला
आरएसएस कार्यकर्ताओं को पीटने के मामले ने तूल पकड़ा, चुनाव आयोग तक पहुंचा मामला

गोरखपुर, जेएनएन। नववर्ष प्रतिपदा के दिन ॐ अंकित ध्वज लोगों में वितरित किए जाने पर देवरिया में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ कार्यकर्ताओं की पिटाई का मामला निर्वाचन आयोग तक पहुंच गया है। भाजपा जिलाध्यक्ष डा. अंतर्यामी सिंह ने प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी को शिकायती पत्र भेजकर सलेमपुर कोतवाल सीपी जैसल पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कोतवाल को हटाने की मांग की है।

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नवरात्र के प्रथम दिन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ता संतोष कुमार गुप्त, अश्वनी वर्मा व देशराज पांडेय सलेमपुर नगर में ॐ लिखा केसरिया ध्वज लोगों को दे रहे थे। आरोप है कि ऐसा करने पर सलेमपुर कोतवाल ने तीनों की पिटाई कर हवालात में डाल दिया। डीएम व एसपी के हस्तक्षेप के बाद उन्हें छोड़ा गया। इस मामले ने अब तूल पकड़ लिया है। भाजपा ने गंभीर आरोप लगाते हुए कोतवाल के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। भाजपा जिलाध्यक्ष ने निर्वाचन आयोग को लिखे पत्र में कहा है कि सलेमपुर कोतवाल ने तीनों कार्यकर्ताओं के साथ न केवल गाली-गलौज की, बल्कि पिटाई भी की। साथ ही कोतवाल ने केसरिया ध्वज को लेकर अभद्र टिप्पणी भी की।

यह है घटनाक्रम

नवरात्र के प्रथम दिन हिंदू नव वर्ष के शुभारंभ पर उत्साहित हिंदू संगठन के कार्यकर्ता प्रतिवर्ष की भांति हिंदूओं के घर पर ओम अंकित धर्म ध्वज लगा रहे थे। इसी बीच कोतवाली पुलिस की नजर केसरिया झंडे पर पड़ी तो वे आग बबूला हो गए और आरएसएस कार्यकर्ताओं पर लाठी बरसाने लगे। इसमें संतोष कुमार गुप्ता‚ अश्वनी शर्मा और देशराज पांडेय गंभीर रूप से घायल हो गए। तीनों लोगों को पुलिस अस्पताल भेजने के बजाय कोतवाली लेकर चली गई। मामला जब जिला प्रचारक तथा सांसद व विधायक के पास पहुंचा तो आधी रात को सभी लोग कोतवाली पहुंचे और वहां कोतवाल के विरूद्ध नारेबाजी की। मामला गंभीर देख भाजपा नेता जयनाथ कुशवाहा ने रात में ही जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक से बात की। जिलाधिकारी ने विभागीय कार्रवाई करने का आश्वासन दिया। पुलिस अधीक्षक की पहल पर पुलिस ने घायल तीनो कार्यकर्ताओं को छोड़ा। तीनों घायलों का इलाज रात में ही सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर कराया गया।

कोतवाल ने कहा, झंडा लगाना गलत

कोतवाल सीपी जैसल का कहना है कि आरएसएस अपना झंडा लगाएगा तो अन्य धर्म के लोग भी अपने धर्म का झंडा लगाने लगेंगे। मैं किसको मना करूंगा। झंडा लगाना गलत है। आरएसएस भाजपा से ही संबंधित है, इसलिए आरएसएस का झंडा लगाना आचार संहिता का उलंघन है।


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