बंट गया कार्ड, अब शादी को लेकर असमंजस
कार्ड बंटा 500 अनुमति केवल 50 की कोरोना के चलते मांगलिक कार्यक्रमों में अड़चन
जागरण संवाददाता, बस्ती : पिछले साल की तरह इस बार भी कोरोना के चलते मांगलिक कार्यक्रमों में अड़चनें आ गई हैं। किसी ने 500 कार्ड बांट दिया है तो उसे अनुमति महज 50 की मिली है। किसी के घर इसी माह में तो किसी के घर मई में शादी की तिथि निर्धारित है, ऐसे में उन्हें समझ में नहीं आ रहा कि क्या करें।
कोरोना संक्रमण को देखते हुए सरकार की ओर से आए दिन नए-नए दिशा निर्देश आ रहे हैं। ऐसे में लोग समझ नहीं पा रहे हैं कि शादी टालें या फिर इसके लिए कोविड-19 के गाइड लाइन के अनुसार अधिकारियों से अनुमति लें।
कुछ लोगों ने कोरोना को देखते हुए सरकारी निर्देशों के अनुसार जरूरी व्यवस्था भी की, मगर अचानक कार्यक्रम के लिए प्रशासन की अनुमति लेने और कार्यक्रम में एक पक्ष से महज 50 लोगों के शामिल होने की अनुमति ने आयोजकों को मुसीबत में डाल दिया है। वे समझ नहीं पा रहे हैं कि जिनको कार्ड दिया है उन्हें मना कैसे करें।
मुंडेरवा के रहने वाले फूलचंद्र ने कहा कि 22 अप्रैल को उनकी बेटी की शादी है, गांव के लोगों के साथ ही सभी रिश्तेदारों और हित-मित्रों में कार्ड बंट गया है, जबकि प्रशासन ने केवल 50 लोगों की अनुमति दी है।
सिक्टा गनेशपुर के रहने वाले व्यापारी नेता सुभाषचंद्र शुक्ल ने कहा कि उनके परिवार में शादी पड़ी है। उन्होंने इसके लिए 1600 कार्ड छपवा लिया था। उन्हें समझ में नहीं आ रहा है कि कार्ड किसे दूं और किसे न दूं।
एसपी आशीष श्रीवास्तव ने बताया कि कोविड-19 की गाइड लाइन के अनुसार ही कार्यक्रमों की अनुमति संबंधित एसडीएम, थाना प्रभारी की रिपोर्ट के आधार पर दे रहे हैं।
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यह है नियम व निर्देश
जिन परिवारों में शादी समारोह या अन्य कोई कार्यक्रम हैं, वे कोरोना के नियमों का पालन करते हुए कार्यक्रम कराएंगे। बंद हाल में अधिकतम 50 और खुले में क्षमता के 50 फीसद, अधिकतम 100 लोगों की अनुमति है। मास्क और सैनिटाइजर की भी व्यवस्था आयोजक करें। बरात में भी महज 50 लोगों के शामिल होने का निर्देश है।