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CAA Protest : पहले पत्‍थरबाजी की, अब बचने के लिए बदल रहे हेयरस्‍टाइल और पहनावा Gorakhpur News

CAA Protest नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में गोरखपुर में तोडफ़ोड़ व पथराव करने वाले उपद्रवी अब पुलिस से बचने के लिए हर तरकीब आजमा रहे हैं।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Published: Fri, 27 Dec 2019 09:30 AM (IST)Updated: Fri, 27 Dec 2019 04:39 PM (IST)
CAA Protest : पहले पत्‍थरबाजी की, अब बचने के लिए बदल रहे हेयरस्‍टाइल और पहनावा Gorakhpur News
CAA Protest : पहले पत्‍थरबाजी की, अब बचने के लिए बदल रहे हेयरस्‍टाइल और पहनावा Gorakhpur News

गोरखपुर, जेएनएन। सीएए (नागरिकता संशोधन कानून) के विरोध में तोडफ़ोड़ व पथराव करने वाले उपद्रवी अब पुलिस से बचने के लिए हर तरकीब आजमा रहे हैं। किसी ने पहनावा तो कोई अपना हेयर स्टाइल बदल रहा है। कुछ पत्थरबाजों के जनपद के दूर-दराज के इलाकों में रिश्तेदारों के यहां शरण लेने की सूचना के बाद पुलिस शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों तक के सैलूनों पर भी नजर रख रही है।

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पत्‍थरबाजों पर हुई है इनाम की घोषणा

बीते शुक्रवार दोपहर की नमाज के बाद सीएए के विरोध में शहर में उपद्रव हुआ था। उपद्रवियों ने कोतवाली इलाके में मदीना मस्जिद चौराहे पर नागरिक सुरक्षा कोर के दो स्वयंसेवकों पर हमला कर दिया था। नखास चौराहे पर पुलिस पर पथराव भी किया था। इस मामले में कोतवाली और राजघाट पुलिस ने 39 नामजद और 12 सौ अज्ञात के विरुद्ध संगीन धाराओं में अलग-अलग तीन मुकदमे दर्ज किए हैं। दुकानों और घरों के बाहर लगे सीसी टीवी कैमरों की फुटेज से पुलिस ने पत्थरबाजों के फोटो भी निकलवाए हैं। बवाल के दूसरे दिन 60 से अधिक पत्थरबाजों के फोटो लगे पोस्टर जारी कर उनकी गिरफ्तारी में लोगों से मदद की अपील की। एक पत्थरबाज की गिरफ्तारी कराने पर एक हजार रुपये नकद इनाम की भी घोषणा की गई है।

कई ने घर छोड़ रिश्तेदारों के यहां ले रखी है शरण

पुलिस के इस कदम के बाद पत्थरबाजों ने पहचान छिपाने के लिए पहनावा बदल दिया। इतना ही नहीं हेयर स्टाइल भी बदलने लगे। भनक लगते ही पुलिस ने शहर के तमाम सैलूनों पर नजर रखना शुरू कर दिया। पुलिस को पता चला कि कई पत्थरबाजों ने ग्रामीण इलाकों के रिश्तेदारों के यहां शरण ले रखी है। जहां वे अपना हुलिया बदलने में जुटे हैं। इस सूचना के बाद पुलिस ने ग्रामीण इलाकों में भी चौकसी बढ़ा दी है। एसएसपी डा.सुनील गुप्त ने बताया कि सैलूनों पर नजर रखी जा रही है।

'बुजुर्गों' के भरोसे में हुई चूक, फूंक-फूंककर उठा रहे कदम

पत्‍थरबाजी को लेकर प्रशासन सतर्क हो गया है। घटना से सबक लेकर प्रशासनिक अफसर अब फूंक-फूंककर कदम उठा रहे हैं। अफसरों का मानना है कि जिस तरह से शांति समिति की बैठकों में एक खास समुदाय के 'बुजुर्गों' ने कुछ भी नहीं होने का भरोसा दिलाया था उससे प्रशासनिक अफसर भी थोड़ा सहज हो गए कि सब कुछ शांतिपूर्ण तरीके से निपट जाएगा। 'बुजुर्गों' के आश्वासन में उपद्रवियों ने सारा खेल कर दिया। लेकिन अब प्रशासन सुरक्षा को लेकर कोई चूक नहीं होने देना चाहता है इसलिए हर संवेदनशील चौराहों व गलियों की निगरानी तेज कर दी गई है।

उपद्रवियों ने ऐसे दिया घटना को अंजाम

शुक्रवार, 20 दिसंबर, समय दो बजे के करीब। नखास चौक पर जुमे की नमाज के बाद अराजकतत्वों की हरकत ने सभी को हैरत में डाल दिया था। बुजुर्ग पुलिस और प्रशासन के अफसरों को पूरी तरह से मुतमईन कर रहे थे कि सबकुछ शांतिपूर्ण रहेगा, कोई हरकत नही होगी लेकिन, अचानक बवेला उठता है और कुछ उपद्रवी पत्थरबाजी करते हुए तोडफ़ोड़ करने लगते हैं। उपद्रवियों का हौंसला बढ़ता ही जाता है और अफसरों से भी बदतमीजी शुरू कर देते हैं। एक युवा अधिकारी का हाथ पकड़कर गली में खींचने की कोशिश करते हैं। हालात और मुश्किल होते जाते हैं और एडीएम सिटी लगभग पांच हजार लोगों की भीड़ में घिर जाते हैं। भीड़ अचानक उग्र होती है और मारपीट पर आमादा हो जाती है फिर भी एडीएम सिटी अपना धैर्य नहीं खोते हैं और लोगों से शांतिपूर्ण ढंग से निकलने की अपील करते हैं। उनके साथ एसपी सिटी डा. कौस्तुभ व ज्वाइंट मजिस्ट्रेट प्रथमेश कुमार भी पुलिस बल व राजस्व कर्मियों की टीम के साथ मौजूद रहते हैं।

तंग गलियों में भी अफसरों ने उपद्रवियों को ढूंढकर पकड़ा

वाकई मुश्किल हालात। एडीएम सिटी आरके श्रीवास्तव, ज्वाइंट मजिस्ट्रेट प्रथमेश कुमार और एसपी सिटी डा.कौस्तुभ साथ गश्त कर रहे थे। भीड़ बढ़ती जाती है। नगर निगम की ओर बढ़ रही भीड़ को अफसर रोकने की कोशिश करते हैं लेकिन हजारों की भीड़ अचानक उग्र हो उठती है और ङ्क्षहसा करने पर आमादा हो जाती है। अचानक हुए पथराव से पुलिसकर्मी भी भौचक रह जाते हैं। पुलिस के लाठीचार्ज के बाद उपद्रवी तंग गलियों में भागने लगते हैं। लेकिन प्रशासनिक अफसरों की तेज निगाहें उन्हें ढूंढ निकालती हैं। बिना किसी देरी के अफसर व पुलिसकर्मी गलियों में भाग रहे उपद्रवियों की धर-पकड़ में जुट जाते हैं और घरों में जाकर छिपे अराजक तत्वों को पकड़कर बाहर निकालते हैं। इस तरह महज एक घंटे की कार्रवाई में ही उपद्रवियों की हौसले टूट जाते हैं और घटनास्थल पर मौजूद प्रशासनिक अफसरों ने बवाल को दंगे की शक्ल लेने से रोक दिया।

पुलिस ने गोली चलाई का मैसेज वायरल कर रहे थे उपद्रवी

घटना के समय पत्थरबाजी कर रहे युवक लाठीचार्ज के बाद संकरी गलियों में भाग जाते हैं। उपद्रवी स्थानीय लोगों के घरों में घुसकर पुलिस के गोली चलाने का फर्जी मैसेज वायरल कर ग्रुपों पर भेज रहे थे। पुलिस-प्रशासन के तात्कालिक एक्शन के कारण उपद्रवी तुरंत दबोच लिए जाते हैं इस कारण अन्य जगहों पर ङ्क्षहसा फैलाने की उनकी मंशा कामयाब नहीं हो पाती है।

उस दिन भी लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की जा रही थी लेकिन भीड़ कोई बात मानने को तैयार नहीं थी। उपद्रवियों ने अराजकता फैलाने के लिए पत्थरबाजी शुरू कर दी। इसके बाद हल्का बल प्रयोग कर उन्हें खदेड़ा गया। उनकी पहचान कर उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा रही है। एतिहात के तौर पर पूरी चौकसी बरती जा रही है। - सुनील गुप्‍ता, एसएसपी।


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