CAA Protest : 12 सीसीटीवी कैमरे तोड़े जाने की पुष्टि, दो लाख रुपये के नुकसान का अंदेशा Gorakhpur News
CAA Protest गोरखपुर जिला प्रशासन ने नखास और मदीना मस्जिद के सामने हुए उपद्रव में लगभग दो लाख रुपये की सार्वजनिक संपत्तियों के नुकसान अंदेशा जताया है।
गोरखपुर, जेएनएन। जिला प्रशासन ने नखास और मदीना मस्जिद के सामने हुए उपद्रव में लगभग दो लाख रुपये की सार्वजनिक संपत्तियों के नुकसान अंदेशा जताया है। अपर जिलाधिकारी वित्त व राजस्व राजेश सिंह की अध्यक्षता में गठित तीन सदस्यीय कमेटी ने जांच पूरी कर ली है। रिपोर्ट के आधार पर ही उपद्रवियों को नोटिस भेज वसूली की कार्रवाई की जाएगी।
पुलिस बल के सामानों की क्षति का भी किया जा रहा आंकलन
बीते शुक्रवार को उपद्रवियों ने पीटीएस के एएसपी केवाहन समेत दो कार को क्षतिग्रस्त कर दिया था। इसके अलावा 12 सीसी टीवी कैमरे तोड़े जाने की पुष्टि हुई है। एक व्यक्ति की बाइक भी वहां से गायब हो गई हुई जिसका मूल्यांकन कराया जा रहा है, हालांकि अभी तक बाइक गायब होने के संदर्भ में किसी ने एफआइआर नहीं दर्ज कराई है। उपद्रवियों द्वारा तोड़े गए सीसी कैमरों में रेती से नखास रोड के दो ग्राहक सेवा केंद्र और पांच दुकानों के सीसी कैमरे शामिल हैं। पांच अन्य स्थानों पर भी कैमरे तोड़े गए हैं। नखास चौराहे पर स्थित एक चाय की दुकान व एक घर के शीशे भी क्षतिग्रस्त पाया गया है। इसके मूल्यांकन का कार्य भी पूरा करा लिया गया है।
एडीएम वित्त के नेतृत्व पूरी हुई जांच
नुकसान के आंकलन के लिए एडीएम वित्त के नेतृत्व में गठित टीम ने आंकलन लगभग पूरा कर लिया है। कमेटी में एडीएम वित्त राजेश सिंह, आरटीओ भीमसेन सिंह और एक्सईएन विद्युत निगम शामिल हैं। एडीएम राजेश सिंह ने बताया कि बीते शुक्रवार की घटना में जो भी छति हुई है उसकी भरपाई उपद्रवियों से ही की जाएगी। इसमें कोई भी छूट नहीं होगी। घटना में पुलिस बल के सामानों को भी क्षति पहुंची है। इसके अलावा अन्य सरकारी व्यय के प्रतिपूर्ति को भी इसमें शामिल किया गया है।
बयान दर्ज कराने नहीं आया कोई आरोपित, जब्त होगी संपत्ति
पुलिस के नोटिस जारी करने के बाद भी पहले दिन कोई आरोपित कोतवाली थाने में बयान दर्ज कराने नहीं पहुंचा। नामजद आरोपितों के घर नोटिस चस्पा कर पुलिस ने बयान दर्ज कराने के लिए दो दिन (बुधवार और गुरुवार) की मोहलत दी है। पहले दिन किसी आरोपित के बयान दर्ज कराने के लिए न पहुंचने पर आरोपितों की संपत्ति कुर्क करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। कोतवाली पुलिस ने बुधवार को इस बाबत जिलाधिकारी को पत्र भेजा है।
सीएए (नागरिकता संशोधन कानून) के विरोध में 20 दिसंबर को दोपहर बाद उपद्रव शुरू हो गया था। कोतवाली इलाके में उपद्रवियों ने मारपीट, तोडफ़ोड़ और पुलिस पर जमकर पथराव किया। राजघाट क्षेत्र भी उपद्रव से प्रभावित रहा। स्थिति पर नियंत्रण करने के लिए पुलिस को खासी मशक्कत करनी पड़ी। इस मामले में कोतवाली और राजघाट पुलिस ने 39 नामजद सहित 12 सौ अज्ञात के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया है। पत्थरबाजी में नामजद पांच आरोपितों सहित 23 उपद्रवी जेल भेज जा चुके हैं।
फरार चल रहे 34 नामजद आरोपितों के घर पुलिस ने मंगलवार को नोटिस चस्पा कर दो दिन के अंदर कोतवाली थाने में आकर अपना पक्ष रखने और बयान दर्ज कराने का निर्देश दिया है। बुधवार को पहले दिन पुलिस, बयान दर्ज कराने के लिए आरोपितों का इंतजार करती रही, लेकिन कोई थाने नहीं पहुंचा। देर शाम कोतवाली पुलिस ने नामजद आरोपितों की संपत्ति जब्त करने के लिए जिलाधिकारी को पत्र भेज दिया। उनकी मंजूरी मिलते ही पुलिस संपत्ति जब्त करने की प्रक्रिया शुरू कर देगी। शासन ने आरोपितों की संपत्ति जब्त कर नुकसान की भरपाई करने का निर्देश दिया है।