गोरखपुर, जेएनएन। चिलुआताल थाना क्षेत्र के उमरपुर गांव के बगीचे में मिला शव शिवपुर-सहबागंज की रहने वाली किशोरी का था। जांच में पता चला कि चरित्र पर संदेह होने पर भाई ने अपने दोस्त से उसकी हत्या कराई थी। एसओ ने आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में उन्होंने वारदात को अंजाम देने की बात कबूल की।
एसपी नार्थ अरविंद पांडेय ने पुलिस लाइन में प्रेस वार्ता कर यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि 21 नवम्बर को उमरपुर गाव के बागीचे में 15 वर्षीय किशोरी का शव मिला था। गोली मारकर उसकी हत्या की गई थी। अज्ञात के खिलाफ हत्या और साक्ष्य मिटाने का मुकदमा दर्ज कर चिलुआताल एसओ जांच कर रहे थे। चार दिसंबर को किशोरी की पहचान शिवपुर -सहबाजगंज निवासी रागिनी के रूप में हुई। सर्विलास व मुखबिर की मदद से पुलिस ने छानबीन की तो घटना की गुत्थी सुलझ गई। किशोरी के बड़े भाई सिकंदर पाल को हिरासत में लेकर पूछताछ हुई तो उसने अपने दोस्त से बहन की हत्या कराने की जानकारी दी। सिकंदर की निशानदेही पर हत्यारोपित शाहपुर के जंगल सालिगराम बधिक टोला व्यास नगर निवासी कामदेव सिंह को गिरफ्तार किया गया। उसके कब्जे से 32 बोर की पिस्टल बरामद किया।
दीपावली से ही बना रहे थे हत्या का प्लान :
पुलिस के अनुसार सिकंदर पाल ने अपनी बहन को कई बार बाहरी लोगों के साथ घूमते देख लिया था। मना करने के बाद भी जब वह नहीं मानी तो कामदेव के साथ मिलकर उसकी हत्या की योजना बना डाली। दीपावली से ही वह घटना को अंजाम देने की फिराक था। 20 सितंबर की रात में किशोरी शिवपुर सहबाजगंज से काम कर घर लौट रही थी। वह दूसरे के घरों में चौका-बर्तन का काम करती थी। रास्ते में कामदेव उसे मिल गया। प्रेमी के साथ भगाने का झांसा देकर वह किशोरी को स्कूटी पर बैठाकर उमरपुर के बगीचे में ले गया। वहां पर उसने सिर और पेट में गोली मारकर उसकी हत्या कर दी।
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