मतदान कर्मियों को दूसरी डोज लगवाने के तीन माह बाद ही लगेगी बूस्टर डोज
सीएमओ ने बताया कि सभी बूथों पर वैक्सीनेटर व नोडल अधिकारियों को निर्देश दे दिया गया है कि जिन कर्मियों की ड्यूटी मतदान में लगाई गई है किसी भी विभाग के हों उन्हें दूसरी डोज लगवाने की तिथि के तीन माह पर ही बूस्टर डोज लगा दी जाए।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। शासन ने मतदान कर्मियों को भी फ्रंटलाइन वर्कर की श्रेणी में शामिल कर लिया है। साथ ही बूस्टर डोज लगवाने के मामले में उन्हें फ्रंटलाइन वर्करों से भी ज्यादा सुविधा प्रदान की गई है। दूसरी डोज लगवाने के तीन माह बाद ही उन्हें बूस्टर डोज लगाई जा सकेगी। अन्य को पूर्व की भांति यह डोज नौ माह बाद ही दी जाएगी। यदि कोई मतदान कर्मी दूसरी डोज लगवाने के बाद कोरोना संक्रमित हो गया होगा तो उसे संक्रमण से उबरने के तीन माह बाद बूस्टर डोज दी जाएगी।
10 जनवरी से लगनी शुरू होगी बुस्टर डोज
स्वास्थ्य कर्मियों, फ्रंटलाइन वर्करों व 60 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को यह डोज नौ माह बाद ही लगेगी। सीएमओ डा. आशुतोष कुमार दूबे ने बताया कि 10 जनवरी से सभी स्वास्थ्य कर्मियों, फ्रंटलाइन वर्करों व 60 वर्ष पूरे कर चुके लोगों को बूस्टर डोज लगाई जा रही है।
मतदानकर्मियों के लिए शासन ने घटाई बुस्टर डोज लगवाने की अवधि
अभी तक सभी को यह डोज, दूसरी डोज लगने के नौ माह पर दी जा रही है। लेकिन शासन ने मतदान कर्मियों के लिए नौ माह का समय घटाकर तीन माह कर दिया है। शर्त ये है कि इस बीच उन्हें कोरोना संक्रमण न हुआ हो। संक्रमण होने की स्थिति में संक्रमित होने के तीन माह बाद ही यह डोज लगाई जाएगी।
वैक्सीनेटर को दिए गए निर्देश
सीएमओ ने बताया कि सभी बूथों पर वैक्सीनेटर व नोडल अधिकारियों को निर्देश दे दिया गया है कि जिन कर्मियों की ड्यूटी मतदान में लगाई गई है, वे चाहे पुलिस कर्मी, बैंक या राजस्व कर्मी, किसी भी विभाग के हों, उन्हें दूसरी डोज लगवाने की तिथि के तीन माह पर ही बूस्टर डोज लगा दी जाए। बढ़ रहे कोरोना संक्रमण काे ध्यान में रखते हुए शासन ने यह निर्णय लिया है। ताकि मतदान कर्मी पूरी तरह कोरोना से सुरक्षित हो सकें। उन्होंने सभी मतदान कर्मियों से अपील की है कि वे बूथों पर जाकर बूस्टर डोज लगवा लें।