जिन पर थी अपराध रोकने की जिम्मेदारी उनकी कार कोतवाली से उठा ले गए अपराधी
होलिका दहन के दिन सुरक्षा के मद्देनजर शहर से लेकर ग्रामीण अंचलों में पुलिस व पीएसी के जवान लगाए गए थे। इसके बाद भी देवरिया में कोतवाली परिसर से चोरों ने एसओजी प्रभारी की बोलेरो चोरी कर ली।
गोरखपुर, जेएनएन। देवरिया के कोतवाली परिसर से चोर एसओजी की बोलेरो उठा ले गए। पुलिस को इसकी भनक तक नहीं लगी। कोतवाली परिसर से पुलिस वाहन चोरी से महकमे में खलबली मच गई है। एसपी डा. श्रीपति मिश्र ने एसओजी समेत पुलिस की चार टीमें बरामदगी के लिए लगाई हैं।
यह है मामला
कोतवाली परिसर में एसओजी प्रभारी घनश्याम सिंह पुलिस विभाग की बोलेरो लेकर रात में पहुंचे। एसओजी कार्यालय के सामने वाहन खड़ा कर कुशीनगर से आए एक दारोगा के साथ कार्यालय में सो गए। पुलिस के मुताबिक, रात करीब 11 बजे दो चोरों ने दरवाजा खटखटाया। कुशीनगर के दारोगा ने दरवाजा खोला तो चोरों ने एसओजी में तैनात एक दीवान के बारे में पूछा। पुलिस को शक है कि एसओजी कार्यालय में फाटक के समीप ही मेज पर रखी बोलेरो की चाबी चोरों ने उठा लिया। इसके बाद बोलेरो लेकर चले गए। सुबह बोलेरो चोरी ही खबर मिलते ही महकमे में खलबली मच गई। आनन-फानन में सीओ सिटी श्रीयश त्रिपाठी, कोतवाल समेत अन्य अधिकारी पहुंच गए और छानबीन शुरू की। एसपी डा. श्रीपति मिश्र ने बताया कि पुलिस की टीमें लगी हैं। मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। जल्द ही बोलेरो बरामद कर ली जाएगी।
पूरी रात पुलिस की गश्त, फिर चली गई बोलेरो
खास बात यह है कि रविवार की रात होलिका दहन था। सुरक्षा के मद्देनजर शहर से लेकर ग्रामीण अंचलों में भी पुलिस व पीएसी के जवान लगाए गए थे। बोलेरो जब कोतवाली से निकली तो वहां मौजूद अन्य पुलिस कर्मियों को और न ही कोतवाली गेट पर तैनात पहरा को इसकी भनक लगी। शहर व जगह-जगह तैनात पुलिसकर्मियों के सामने से ही चोर बोलेरो लेकर चले गए और इसकी भनक तक उन्हें नहीं लगी। यह एक बड़ा सवाल है।
संदेह के घेरे में एसओजी के सदस्य, होगी भूमिका की जांच
एसओजी के बोलेरो चोरी के मामले में पुलिस पर बड़ा सवाल खड़ा हो रहा है। बदमाश एसओजी कार्यालय से बोलेरो की चाबी उठा ले गए और दरवाजा खोलने वाले दारोगा सुभाष की नजर तक नहीं पड़ी? यह एक बड़ा सवाल है। जिस दीवान के बारे में बदमाश बात कर रहे थे, वह एसओजी का चर्चित दीवान है। माना जा रहा है कि बदमाश एसओजी टीम के हर सदस्य को ठीक से जानते हैं। उन्हें इस बात का भी डर नहीं रहा होगा कि अगर पकड़े गए तो क्या होगा। वह पहचान का हवाला देकर बच सकते थे। ऐसे में पुलिसकर्मी भी संदेह के घेरे में आ रहे हैैं। पुलिस अधीक्षक डा. श्रीपति मिश्र कोतवाली परिसर से बोलेरो कैसे चोरी हो गई, इसकी जांच कराई जा रही है। जिसकी भी लापरवाही या संलिप्तता सामने आएगी, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
बिहार में एसओजी की दबिश, कई संदिग्धों को उठाया
अपराध पर अंकुश लगाने के लिए गठित एसओजी के साथ पहली बार कोई घटना हुई है। बदमाशों ने जिले की पुलिस को चुनौती दी है। बदमाशों की पहचान करने व उनकी गिरफ्तारी के लिए एसओजी व कोतवाली पुलिस ने मंगलवार को पड़ोसी प्रांत बिहार के सिवान जनपद में दबिश दी। पुलिस के हाथ कोई सुराग नहीं लग सका है। एसओजी की एक टीम दोपहर बाद सिवान जनपद पहुंची और जहां गाडिय़ों के पाट्र्स अलग कर बेच दिए जाते हैं। पुलिस उन स्थानों पर जाकर जानकारी हासिल ली। इसके साथ ही कुछ शातिर बदमाशों के बारे में भी जानकारी प्राप्त की। एसओजी कुछ शातिर बदमाशों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। मोबाइल काल डिटेल व लोकेशन के आधार पर पुलिस पहुंचने में लगी है। इस घटना से जिले की पुलिस की किरकरी हो रही है।
दिन भर सीसीटीवी फुटेज खंगालती रही पुलिस
बदमाशों पर अपनी हनक बनाने वाली एसओजी को बदमाशों ने बोलेरो चोरी कर चुनौती दी है। तीन इंस्पेक्टर, 12 से अधिक दारोगा के कमरे के सामने से बदमाशों ने आम लोगों की बोलेरो नहीं, बल्कि जिले में अपनी हनक बनाने वाली एसओजी की सरकारी बोलेरो ही उड़ा दिया है। एसओजी की बोलेरो चोरी होने के बाद एडीजी से लेकर अन्य अधिकारी भी पुलिस जांच की पल-पल की जानकारी ले रहे हैं। पुलिस अधिकारी बोलेरो जल्द बरामद कर देने का दावा कर रहे हैं। मंगलवार को दिन भर एसओजी की टीम व कोतवाली पुलिस शहर के विभिन्न मार्ग व दुकानों में लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज को खंगालने में जुटी रही।
पुलिस सूत्रों का कहना है कि एक सीसीटीवी कैमरे के फुटेज में बोलेरो तो जाती नजर आई, लेकिन बदमाशों का चेहरा स्पष्ट नहीं हो पा रहा है। जिसके चलते बदमाशों तक पहुंचने की राह आसान नहीं दिख रही। हालांकि कुछ पुलिस अधिकारी इसको किसी के द्वारा शरारत करने की बात कही जा रही है। पुलिस सूत्रों का कहना है कि एसओजी के पास बदमाश से लेकर आम आदमी तक मुखबिर हैं, ऐसे में कोई बदमाश मुखबिरी करने आया है और पुलिस की ही बोलेरो लेकर चला गया है। अब इसका पर्दाफाश तो पुलिस के पर्दाफाश में ही हो सकेगा।
बदमाशों ने पानी में फेंक दी थी पुलिस की अपाची
छह माह पूर्व सदर कोतवाली के पिपरपाती के समीप भी बदमाशों ने अपनी धौंस दिखाते हुए पुलिस की अपाची बाइक छीन ली और उसे पानी में फेंक दिया। बाद में बदमाश पकड़े गए और उन्हें पुलिस ने जेल भेज दिया।